Politalks.News/WestBengalPolitics. पश्चिम बंगाल में प्रचंड जीत दर्ज करने के बाद टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने आज राजभवन में तीसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए ज्यादा बड़े समारोह का आयोजन नहीं किया और विधायकों का शपथ ग्रहण भी बाद में ही होगा. शुभ मुहर्त के हिसाब से ममता बनर्जी ने बांग्ला भाषा में शपथ ली. इस दौरान पार्थ चटर्जी और सुब्रत मुखर्जी जैसे TMC नेताओं के अलावा, TMC की जीत में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर और बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी इस समारोह में मौजूद रहे. इस दौरान बंगाल में मतगणना के बाद हुई हिंसा को लेकर शपथग्रहण समारोह में हल्की फुल्की सियासी बयानबाजी भी नजर आई. वहीं बंगाल दौरे पर पहुंचे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बंगाल की धरती से राजनीतिक हिंसा ख़त्म करने की शपथ ली.
तीसरी बार मुख्यमंत्री बनी ममता बनर्जी के शपथग्रहण समारोह में राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा ‘हमारी पहली प्राथमिकता राज्य में चुनाव के बाद हो रही हिंसा को समाप्त करना है.’ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने ममता बनर्जी को अपनी छोटी बहन बताते हुए कहा कि मैं तीसरे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बधाई देता हूं. आशा है कि शासन संविधान और कानून के नियम के अनुसार चलेगा. हमारी प्राथमिकता यह है कि हमें इस हिंसा का अंत करना चाहिए, जिसने बड़े पैमाने पर समाज को प्रभावित किया है. मुझे पूरी उम्मीद है कि सीएम तत्काल आधार पर कानून के शासन को बहाल करने के लिए सभी कदम उठाएंगी.’
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राज्यपाल धनखड़ ने ममता बनर्जी को संविधान के अनुसार काम करने की हिदायत दी तो ममता बनर्जी ने भी नए सिरे से व्यवस्था बदलने की बात कही. इस दौरान ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग को भी आड़े हाथ लिया. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पद संभालने के बाद उनकी पहली प्राथमिकता कोविड-19 स्थिति से निपटना होगी. इसके साथ ही सीएम ममता बनर्जी ने सभी राजनीतिक दलों से शांति सुनिश्चित करने की अपील की. ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि अभी तक सबकुछ चुनाव आयोग के अधीन था, चुनाव आयोग ने काफी अधिकारियों को बदल दिया था, मैंने अभी शपथ ली है, अब मैं नए सिरे से व्यवस्था करूंगी. ममता बनर्जी ने कहा कि अब हम गड़बड़ियों से सख्ती से निपटेंगे.
वहीं टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के शपथ लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर ममता को बधाई दी. पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा- ‘पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के लिए ममता दीदी को बधाई.’ उधर बंगाल में हिंसा को लेकर दो दिवसीय दौरे के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने TMC पर जमकर निशाना साधा. जेपी नड्डा ने कोलकाता स्थित बीजेपी कार्यालय में कार्यकर्ताओं से कहा कि जैसे-जैसे नतीजे आए हैं वैसे-वैसे यहां राजनीतिक हिंसा का तांडव देखने को मिला है. यह लड़ाई हम निर्णायक मोड़ तक लड़ेंगे. नड्डा ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री के बंगाल को विकास की मुख्यधारा में लाने के संकल्प को हम आगे बढ़ाएंगे. विकास की एक नई कहानी हम एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाते हुए निभाएंगे.
बंगाल में हुई हिंसा को लेकर बीजेपी के राष्ट्रियाध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि जो तस्वीरें मैंने विभाजन के समय देखी थी वे ताजा होती दिख रही थीं. नड्डा ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिनको रक्षा करनी चाहिए वे ही इस हिंसा के तांडव के जिम्मेदार लोग हैं. ऐसे लोग शपथ लें, प्रजातंत्र में सबको शपथ लेने का अधिकार है लेकिन हम भी शपथ लेते हैं कि बंगाल की धरती से राजनीतिक हिंसा खत्म करेंगे.
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आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान जारी सियासी गर्माहट अब भी उसी तरह जारी है, एक और जहां मतगणना के बाद बंगाल में हुई हिंसा को लेकर बीजेपी बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रही है तो वहीं ममता बनर्जी ने शपथ ग्रहण समारोह के दौरान इसे गलत बताया. बंगाल में 2 मई के बाद से लगतार हिंसा जारी है और बीजेपी इसे लेकर TMC पर आरोप लगा रही है. बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में लूटपाट, तोड़फोड़ और आगजनी की खबरें सामने आ रही है वहीं करीब 10 लोगों की हत्या होने का दावा किया जा रहा है. इसी मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बंगाल के राज्यपाल से फोन पर बात की थी.
बता दें, पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने एक बार फिर 200 का आंकड़ा पार कर अपनी सरकार बना ली है. हालांकि बंगाल फ़तेह करने के इरादे से रण में उत्तरी बीजेपी ने पूरी ताकत लगा दी लेकिन TMC को मात नहीं दे पाई और 100 का आंकड़ा भी नहीं छू पाई. लेकिन अगले विधानसभा चुनाव के लिए BJP ने अपने आप को एक मजबूत विपक्ष के तौर पर खड़ा जरूर कर लिया है. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में 292 सीटों पर हुए चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने 213 सीटों पर कब्जा जमाया जबकि भाजपा विधानसभा में अपनी सदस्य संख्या तीन से 77 तक पहुंचाने में सफल रही है.