सिंधू बॉर्डर पर किसानों की मीटिंग खत्म, अन्नतादाओं का बॉर्डर पर ही प्रदर्शन जारी रखने का फैसला, राहुल-प्रियंका ने केंद्र को घेरा

केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान, कड़ाके की ठंड में भी सिंघू और टिटरी बॉर्डर पर प्रदर्शन करने का फैसला, एक गुट पहुंचा बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड तो लंगर लेकर पहुंचे लोग, टेंट, शेल्टर, चलते फिरते टॉइलट जैसी सुविधाएं कराई जा रही उपलब्ध

Farmers Protest Aginest Agriculture Law
Farmers Protest Aginest Agriculture Law

Politalks.News/Delhi/FarmersProtest. केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन बदस्तूर जारी है. केंद्र ने किसानों को दिल्ली आने की इजाजत दे दी है और बुराड़ी में मौजूद निरंकारी ग्राउंड में प्रदर्शन करने की इजाजत दी गई है. दिल्ली जाया जाए या नहीं, इस बात को लेकर किसान और कृषि संगठनों की एक बैठक सिंधू बॉर्डर पर हुई जिसमें सभी किसानों ने दिल्ली जाने की बात को मना करते हुए सीमा पर ही विरोध जारी रखने का फैसला लिया है. किसान अब इस बात पर अड़ गए हैं कि सरकार का कोई नुमाइंदा उनसे बॉर्डर पर आकर बात करें. इधर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर अभी भी 3 दिसम्बर को किसानों से वार्ता की बात पर अड़े हुए हैं. वहीं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने किसान आंदोलन को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को घेरा है.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों के खिलाफ सरकार के एक्शन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अहंकार बताया तो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार खरबपति मित्रों के लिए कालीन बिछाती है लेकिन अगर किसान दिल्ली आ रहा है तो उसके रास्ते खोद दिए जा रहे हैं.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा. राहुल ने पुलिस बलों द्वारा किसानों पर लाठी चार्ज की एक फोटो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘बड़ी ही दुखद फ़ोटो है. हमारा नारा तो ‘जय जवान जय किसान’ का था लेकिन आज पीएम मोदी के अहंकार ने जवान को किसान के ख़िलाफ़ खड़ा कर दिया.’

बीते दिन भी राहुल गांधी ने कहा था- प्रधानमंत्री को याद रखना चाहिए था जब जब अहंकार सच्चाई से टकराता है तो पराजित होता है. सच्चाई की लड़ाई लड़ रहे किसानों को दुनिया की कोई सरकार नहीं रोक सकती. मोदी सरकार को किसानों की माँगें माननी ही होंगी और काले क़ानून वापस लेने होंगे.

कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट करते हुए पुलिस बलों की ज्यादती को लेकर केंद्र पर निशाना साधा. प्रियंका ने कहा कि भाजपा सरकार में देश की व्यवस्था तो देखिए.. जब भाजपा के खरबपति मित्र दिल्ली आते हैं तो उनके लिए लाल कालीन डाली जाती है. मगर किसानों के लिए दिल्ली आने के रास्ते खोदे जा रहे हैं. प्रियंका ने कहा कि दिल्ली किसानों के खिलाफ कानून बनाए वह ठीक, मगर सरकार को अपनी बात सुनाने किसान दिल्ली आए तो वह गलत. इससे पहले प्रियंका ने एक देश एक चुनाव की चिंता करने वाले प्रधानमंत्री मोदी को एक देश एक व्यवहार लागू करने की सलाह दी थी.

एक अन्य ट्वीट में प्रियंका ने कहा कि किसानों से समर्थन मूल्य छीनने वाले कानून के विरोध में किसान की आवाज सुनने की बजाय भाजपा सरकार उन पर भारी ठंड में पानी की बौछार मारती है. किसानों से सब कुछ छीना जा रहा है और पूंजीपतियों को थाल में सजा कर बैंक, कर्जमाफी, एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन बांटे जा रहे हैं.

इधर, कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने पंजाब से दिल्ली जाने के प्रमुख रास्ते सिंधू बॉर्डर पर हुई किसानों की बैठक में फैसला लिया गया कि वे वहां से नहीं हटेंगे और प्रदर्शन जारी रखेंगे. टिकरी बॉर्डर पर भी मौजूद किसानों का भी प्रदर्शन जारी है. हालांकि किसानों ने बुराड़ी के निरंकारी मैदान पर जाने को लेकर जल्द फैसला करने की बात कही.

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वहीं किसानों का एक गुट बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड में भी जुटने लगा है. दिल्ली के कई जगहों से लोग मैदान पर जुटे किसानों के लिए लंगर लेकर आ रहे हैं ताकि किसी तरह की कोई कमी न आए. कुछ महिलाओं ने आदिवासी नृत्य कर अपना विरोध जताया. मैदान पर किसानों के लिए टेंट, शेल्टर, चलते फिरते टॉइलट उपलब्ध कराए जा रहे हैं और व्यवस्था करने की कोशिश जारी है.

दिल्ली पुलिस ने कल किसानों को ग्राउंड में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अनुमति दी थी. बुराड़ी के निरंकारी मैदान में पुलिस और सीआईएसएफ का पहरा तैनात किया गया है. किसानों को दिल्ली की आम आदमी पार्टी का पूरा समर्थन प्राप्त है.

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