Politalks.News/UttarPradesh. उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव (UttarPradesh Assembly Election) से पहले भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर मंदिर का राग अलापने लगी है. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेश के बाद भले ही अयोध्या (Ayodhya) में भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) का निर्माण हो रहा हो लेकिन अब बीजेपी (BJP) मथुरा (Mathura) का राग अलापने लगी है. राजनीतिक गलियारों में ये चर्चा जोरों पर है कि मंदिर मुद्दा भारतीय जनता पार्टी के लिए आगामी चुनाव में महत्वपूर्ण होगा. वहीं सूबे के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Ayodhya) के एक बयान ने ‘अयोध्या और काशी’ (Ayodhya Kashi) भव्य मंदिर निर्माण जारी है और अब मथुरा की तैयारी है’ पॉलिटॉक्स की खबर पर मुहर लगा दी है. पॉलिटॉक्स ने ये पहले ही दावा किया था कि भाजपा ‘ईमानदार सरकार, काम दमदार‘ की बजाय हिंदुत्व के मुद्दे पर ही चुनाव लड़ेगी. लेकिन केशव प्रसाद मौर्य के इस बयान के सामने आने के बाद विपक्ष अब भाजपा पर हमलावर है.
उत्तरप्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के एक बयान ने सियासी गलियारों में तापमान बढ़ा दिया. उपमुख्यमंत्री के बयान के बाद अब विपक्ष लगातार बीजेपी पर हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करने का आरोप लगा रही है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा पर निशाना साधते हुए ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य द्वारा विधानसभा आम चुनाव के नजदीक दिया गया यह बयान कि अयोध्या व काशी में मन्दिर निर्माण जारी है अब मथुरा की तैयारी है, यह भाजपा के हार की आम धारणा को पुख्ता करता है. इनके इस आखिरी हथकण्डे से अर्थात् हिन्दू-मुस्लिम राजनीति से भी जनता सावधान रहे.’
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वहीं आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी और सांसद संजय सिंह ने भी केशव प्रसाद मौर्या के बयान पर जमकर निशाना साधा. संजय सिंह कहा कि ‘साढ़े 4 साल तक तो बीजेपी वालों को मथुरा, काशी की याद नहीं आई. क्या आप (भाजपा) भगवान को भी चुनाव की दृष्टि से देखते हैं. लोगों ने अपना पेट काटकर राम मंदिर के लिए चंदा दिया है और आप उस चंदे की चोरी कर रहे हैं. इन्हें ना अयोध्या, ना काशी और ना ही मथुरा पर बोलने का हक है.’
वहीं विपक्ष के सवालों के सामने आने के बाद यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या अपने बयान पर थोड़ा संभले से नजर आए. मौर्या ने कहा कि ‘BJP के लिए चुनाव के एजेंडे में कोई मंदिर का विषय मुद्दा नहीं रहा है, मंदिर आस्था का मुद्दा है चुनाव का नहीं. जो लोग राम मंदिर बनने का विरोध करते थे अब वही लोग राम मंदिर में माथा टेक रहे हैं. आगामी दिनों में यही दृश्य काशी व मथुरा में भी दिखने वाला है.’
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आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी की राजनीति कहीं न कहीं हिंदुत्व के मुद्दे के साथ ही आगे बड़ी है. अगर चुनाव के दौरान प्रमुख मुद्दों की बात की जाए तो फिर वो अयोध्या हो, काशी हो या फिर मथुरा शुरू से ही ये सभी मुद्दे भारतीय जनता पार्टी के एजेंडे में शामिल रहे हैं. अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि का विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसले के बाद राम मंदिर निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है. अब मथुरा जन्मभूमि प्रकरण जोर पकड़ रहा है. पिछले दिनों मथुरा और वृंदावन को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीर्थस्थल घोषित किया था. प्रदेश सरकार ने मथुरा-वृंदावन नगर निगम के 22 वाडरें को पवित्र तीर्थ स्थल घोषित करते हुए वहां मांस-मदिरा की बिक्री को प्रतिबंधित कर दिया.