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राजनीति में किसी नेता के बयानों से उनकी मन की बात का अंदाजा लगाना मुश्किल होता है. क्योंकि सियासत में गठबंधन के इस दौर में कौन किसके साथ मिल जाए, ये तो बाद में ही पता चल पाता है. हाल ही में कांग्रेस के खिलाफ बयान देकर चर्चा में आईं बसपा सुप्रीमो मायावती ने अब यूपी में रायबरेली में सोनिया गांधी व अमेठी में राहुल गांधी के समर्थन में वोट की अपील की है. उन्होंने कहा कि सपा-बसपा-रालोद गठबंधन समर्थक वोटर्स से अपील है कि वे अपना वोट राहुल-सोनिया को दें. जिसके बाद सियासत नए रंग में रंग चुकी है.

यूपी में 6 मई को 14 संसदीय सीटों पर लोकसभा चुनाव होने वाले हैं. साल 2014 के चुनावों में इनमें से 12 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी जबकि रायबरेली से सोनिया गांधी व अमेठी सीट पर राहुल गांधी विजयी रहे. अबकी बार यहां यूपी के सपा-बसपा-रालोद गठबंधन ने अपने प्रत्याशी ही नहीं उतारे हैं. हाल ही में बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस को यूपी में भारी कीमत चुकाने की बात कही लेकिन अब उनका रूख कुछ अलग ही नजर आया है. लखनऊ में मीडिया से मुखातिब होते हुए मायावती ने अमेठी-रायबरेली में राहुल गांधी और सोनिया गांधी को वोट देने की अपील की है.

बसपा सुप्रीमो मायावती ने साफ कहा है कि हमने कांग्रेस के साथ कोई समझौता नहीं किया है लेकिन बीजेपी को हराने के लिए रायबरेली और अमेठी सीट पर हमारी पार्टी का वोट कांग्रेस को ही मिलेगा. यही कारण है कि सपा-बसपा-रालोद गठबंधन ने इन दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं. मायावती ने गठबंधन के बारे में बताया कि हमारा गठबंधन सिर्फ केंद्र में नया प्रधानमंत्री व नई सरकार बनाने के लिए नहीं है, बल्कि यूपी में भी बीजेपी की सरकार को हटाने के लिए है. उन्होंने कहा कि 23 मई को देश को निरंकुश व अहंकारी शासन से मुक्ति मिल जाएगी.

साथ ही देश में चार चरणों में हुए लोकसभा चुनावों में बीजेपी द्वारा बढ़त के क्यासों को लेकर बसपा सुप्रीमो ने कहा कि यूपी में ‘चार चरणों के चुनाव में जनता ने गठबंधन का समर्थन किया है, जिससे बीजेपी परेशान है. वैसे बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां एक जैसी हैं. सपा-बसपा गठबंधन सिर्फ वर्तमान के लिए नहीं, बल्कि भविष्य के लिए भी है. गठबंधन के सामने बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व खुद को लाचार महसूस कर रहा है. इसलिए दोनों पार्टियों को लेकर भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है.

बता दें कि यूपी में 6 मई को पांचवें चरण के मतदान में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और स्मृति ईरानी, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जैसे दिग्गज नेताओं का भविष्य जनता तय करने वाली है. इन 14 सीटों में से बीते चुनाव में बीजेपी ने सोनिया गांधी की रायबरेली सीट और राहुल की अमेठी सीट को छोड़कर बाकी 12 सीटों पर जीत दर्ज की थी. अबकी बार सपा-बसपा-रालोद गठबंधन ने अमेठी और रायबरेली सीटों पर प्रत्याशी नहीं उतारे हैं. जिसके बाद यहां जीत के समीकरण अलग हो सकते हैं.

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