देश में लोकसभा चुनाव का अंतिम चरण का मतदान शेष है. सभी राजनीतिक दलों ने इस चरण में अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है. इसी कड़ी में बसपा सुप्रमो मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर प्रहार किए. मायावती ने कहा कि चुनाव में मोदी सरकार की नैया डूब रही है. आरएसएस ने भी उनका साथ छोड़ दिया है. इस मौके पर मायावती ने चुनाव आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए विपक्षी दलों पर चुनावी खर्चे को लेकर भी निशाना साधा.
मायावती ने कहा कि इस चुनाव में रोड शो और जगह-जगह पूजा-पाठ करना चुनावी फैशन बन गया है. इन सभी कार्यक्रमों में पार्टियों की तरफ से भारी पैसा खर्च किया जाता है. चुनाव आयोग को इन खर्चों को भी प्रत्याशी के चुनावी खर्चें में शामिल करना चाहिए. अगर ये आयोजन पार्टी की तरफ से किये जा रहे हैं तो उसे पार्टी के खर्चे में सम्मिलित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर किसी पर आचार संहिता के उल्लंघन के चलते चुनाव प्रचार पर बैन लगा हो तो उसके सार्वजनिक स्थानों पर पूजा-पाठ और मीडिया कवरेज पर भी रोक लगानी चाहिए.
बता दें कि चुनाव आयोग ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भोपाल की बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा पर विवादित बोल के चलते 72 घंटे के लिए चुनाव प्रचार करने का बैन लगाया था. इसके बाद योगी आदित्यनाथ बैन के दौरान ही अयोध्या पहुंच गए थे. उससे पहले उन्होंने लखनउ में हनुमान मंदिर में दर्शन किए जिसे मीडिया ने जमकर कवरेज किया था. कुछ इसी तरह की कहानी साध्वी प्रज्ञा की रही. बैन लगने के बाद उन्होंने एक मंदिर में जाकर भजन कीर्तन करना शुरू कर दिया जिसे मीडिया ने पूरे दिन चैनल पर दिखाया था.