राजस्थान में मदनलाल सैनी के निधन के बाद खाली हुई राज्यसभा की सीट पर उपचुनाव में कांग्रेस की तरफ से पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने आज नामांकन दाखिल किया. राजस्थान से डॉ मनमोहन सिंह का राज्यसभा जाना तय हो गया है, क्योंकि भाजपा ने अपना उम्मीदवार उपचुनाव में उतारने से मना कर दिया है. ऐसे में मनमोहन सिंह का निर्विरोध चुना जाना तय है.
देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह ने मंगलवार को राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किया. इसके लिए वे मंगलवार सुबह जयपुर पहुंचे. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उनका स्वागत करने एयरपोर्ट पहुंचे. डॉ सिंह ने राजस्थान विधानसभा पहुंच कर अपना नामांकन दाखिल किया. इस अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास सहित कई मंत्री और विधायक मौजूद रहे.
राजस्थान में कांग्रेस के पास अपने 100 विधायकों के अलावा निर्दलीय, बसपा और बीटीपी सहित 122 विधायकों का समर्थन हासिल है. बसपा सुप्रीमो मायावती राजस्थान विधानसभा में अपने विधायकों के जरिए डॉ.मनमोहन सिंह का समर्थन पहले ही कर चुकी है. मंगलवार शाम को राजस्थान में बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने घोषणा की कि भाजपा राज्यसभा के होने वाले उपचुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी, इसके साथ ही डॉ मनमोहन सिंह का राज्यसभा में जाना तय हो गया है.
इससे पहले डॉ. मनमोहन सिंह पहले असम से राज्यसभा सांसद थे. उनका कार्यकाल जून में समाप्त हो चुका है. डॉ मनमोहन सिंह को तमिलनाडु से राज्यसभा में भेजने की तैयारी चल रही थी, लेकिन वहां कांग्रेस की सहयोगी पार्टी द्रमुक ने खाली राज्यसभा सीट पर वाइको को चुने जाने का वादा कर लिया था, इसलिए मनमोहन सिंह को तमिलनाडु से राज्यसभा में नहीं भेजा जा सका. तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक और द्रमुक ने राज्यसभा की तीन-तीन सीटें जीती हैं.
इसके साथ ही राज्यसभा में राजस्थान से कांग्रेस का खाता भी खुल जायेगा. बता दें, पॉलिटॉक्स ने आज सबसे पहले दोपहर12 बजे ही खबर ब्रेक कर दी थी कि बीजेपी राज्यसभा उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी और राजस्थान से डॉ मनमोहन सिंह का राज्यसभा जाना तय है.