Politalks.News/WestBengalElection. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए घमासान अपने चरम पर पहुंच गया है. हाल ही में नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान घायल होने के चार दिन बाद रविवार को टीएमसी प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सड़क पर उतर कर संघर्ष करने की अपनी छवि के अनुरूप व्हीलचेयर पर बैठकर तृणमूल कांग्रेस के एक रोड शो का नेतृत्व किया. ममता बनर्जी के गढ़ पार्क स्ट्रीट से शुरू हुआ टीएमसी का रोड शो पांच किलोमीटर लम्बा था. ममता के साथ टीएमसी के वरिष्ठ नेता भी थे. ममता हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रही थीं, जबकि सुरक्षाकर्मी उनकी व्हीलचेयर को पकड़ कर आगे बढ़ा रहे थे.
घंटे भर के रोड-शो के बाद हजारा पहुंची सीएम ममता बनर्जी ने मंच से चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें चुनाव प्रचार करने से रोकने के प्रयास विफल हो गए हैं. ममता ने कहा कि वह व्हीलचेयर के सहारे राज्य भर में टीएमसी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगी. ममता बनर्जी ने कहा कि, ‘मैंने अपने जीवन में बहुत सारे हमलों का सामना किया है, लेकिन मैंने कभी किसी के सामने आत्मसमर्पण नहीं किया है. मैं अपना सिर कभी नहीं झुकाऊंगी. एक घायल बाघ कहीं अधिक खतरनाक हो जाता है.’
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आपको बता दें, पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस 14 मार्च को ‘नंदीग्राम दिवस’ के तौर पर मनाती है. टीएमसी 2007 में जमीन अधिग्रहण के विरोध में हुए आंदोलन के दौरान पुलिस की गोलीबारी में मारे गए 14 ग्रामीणों की याद में यह दिवस मनाती है. चूंकि इस बार खुद ममता बनर्जी नंदीग्राम सीट पर पहली बार चुनाव लड़ रही हैं, जिसपर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं. यहां ममता बनर्जी का मुकाबला उनके पूर्व खास सिपहसालार रहे सुभेंदु अधिकारी के साथ है, जो अब बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
अपने सम्बोधन में टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने जीवन में काफी चोटें खाई हैं, लेकिन बंगाल के लोगों के दर्द से ज्यादा मेरा दर्द नहीं है. देश में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है. नंदीग्राम में ममता ने कहा मैं यहां के लोगों को सलाम करती हूं. सीएम ममता बनर्जी ने मंच से कहा कि, ‘अगर लोग हमें वोट देते हैं, तो हम यह सुनिश्चित करेंगे कि लोकतंत्र उनके पास लौट आए. बंगाल के खिलाफ सभी साजिशों को नष्ट किया जाएगा. मैं विश्वास दिलाती हूं कि मैं व्हील चेयर पर टूटे पैर के साथ प्रचार करूंगी.’ ममता बनर्जी ने कहा कि, ‘हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे, हम निडर होकर लड़ेंगे, अब भी मुझे काफी दर्द हो रहा है, लेकिन मैं लोगों का दर्द ज्यादा महसूस कर रही हूं. हमनें अपनी जमीन की इस लड़ाई में बहुत नुकसान उठाया है और हम और अधिक पीड़ित होंगे, लेकिन हम फिर भी लड़ेंगे लेकिन हम डरपोक लोगों के सामने कभी नहीं झुकेंगे.’
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मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि, ‘डॉक्टरों ने मुझे आज चुनाव प्रचार करने के लिए बाहर नहीं जाने की सलाह दी थी. लेकिन मुझे लगा कि मुझे आज की रैली में शामिल होना चाहिए, क्योंकि मेरी चोट के कारण हम पहले ही कुछ दिन गंवा चुके हैं.’ ममता ने कहा कि, ‘मेरा दर्द लोगों की पीड़ा से अधिक नहीं है, क्योंकि तानाशाही के पैरों तले लोकतंत्र को कुचला जा रहा है. यदि मैं घर में इतने लंबे समय तक बैठ गई तो इससे षडयंत्रकारियों का एजेंडा पूरा हो जाएगा. वे अपने मकसद में सफल हो जाएंगे.’
हजारा में चुनावी रैली को सम्बोधित करने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पश्चिम बर्दवान जिले के दुर्गापुर इलाके पहुंची. पैर में चोट लगने के बाद ममता बनर्जी की किसी जिले में यह पहली यात्रा है. वो सोमवार और मंगलवार को पुरुलिया और बांकुरा में रैली को संबोधित करेंगी. इससे पहले रविवार को ममता दुर्गापुर गांधीमैदान स्थित हैलीपैड पहुंची. रविवार रात ममता बनर्जी दुर्गापुर सिटी सेंटर में ही रुकीं. सोमवार को टीएमसी की मुखिया यहां से पुरुलिया के लिए रवाना होगीं.
आपको बता दें, 10 मार्च को नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद प्रचार करने के दौरान ममता बनर्जी नंदीग्राम में चोटिल हो गई थीं. उनके बाएं पैर, सिर और छाती में चोट लगी थी. तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया था कि यह उनकी जान लेने का बीजेपी का षड्यंत्र था. हालांकि, चुनाव आयोग ने इससे इनकार किया है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस नेता पर कोई हमला हुआ था. चुनाव आयोग ने यह बात आयोग के दो विशेष चुनाव पर्यवेक्षकों और राज्य सरकार द्वारा भेजी गई रिपोर्टों की समीक्षा के बाद कही. आयोग ने कहा कि बनर्जी को चोट उनके सुरक्षा प्रभारी की चूक के कारण लगी.