Politalks.News/WestBengalElection. बीती 3 अप्रैल को हुगली के तारकेश्वर में मुस्लिम मतदाताओं से साम्प्रदायिक अपील को लेकर केंद्रीय निर्वाचन आयोग से मिले नोटिस के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ओर ज्यादा एग्रेसिव होते हुए पीएम मोदी और बीजेपी पर जोरदार हमला बोला है. यही नहीं आयोग के नोटिस पर उलटा सवाल उठाते हुए टीएमसी सुप्रीमो ने गुरुवार को एक बार फिर कहा कि वह अब भी एकजुट होकर वोट करने की अपील करेंगी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि रोजाना हिन्दू-मुस्लिम करने वाले पीएम मोदी और अन्य बीजेपी नेताओं को नोटिस क्यों नहीं दिया गया. सीएम ममता ने यह भी कहा कि यदि उन्हें 10 कारण बताओ नोटिस भी जारी किए जाएं तो भी परवाह नहीं है.
गुरुवार को टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने दमजुर में एक चुनावी रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि, ‘मुझे 10 कारण बताओ नोटिस भी जारी कर दिया जाए तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. हम हर किसी से कह रही हूं कि एकजुट होकर वोट करो, कोई बंटवारा नहीं होगा. नरेंद्र मोदी के खिलाफ कितनी शिकायतें दर्ज की गई हैं? वह हर दिन हिंदू-मुस्लिम करते हैं.’ ममता बनर्जी ने आगे कहा कि, ‘उन लोगों के खिलाफ कितनी शिकायतें दर्ज की गईं जो नंदीग्राम के मुसलमानों को पाकिस्तानी कहते हैं? क्या वे शर्मिंदा नहीं हैं? वे मेरे खिलाफ कुछ नहीं कर सकते हैं. मैं हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई और आदिवासियों के साथ हूं.”
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी पर जोरदार हमला बोलते हुए बीजेपी पर देश को बेचने का आरोप लगाया. दीदी ने कहा कि, ‘आपने देश बेच दिया है, आपने मेरे बारे में झूठ बोलने के लिए राष्ट्रीय मीडिया से कहा है, आपने मेरे खिलाफ शिकायत दर्ज की है.’ ममता बनर्जी ने कहा कि, ‘मैं केंद्रीय बलों का सम्मान करती हूं. लेकिन मेरे पास उन लोगों के लिए शून्य सम्मान है जो बीजेपी की कठपुतली हैं और माताओं और बहनों को डराने की कोशिश करते हैं, ताकि वे बीजेपी को वोट दें.’ ममता बनर्जी चुनाव आयोग से कहा कि आप अमित शाह की बात मत सुनिए, हमारी बात भी मत सुनिए. लेकिन अपना काम ठीक से कीजिए.
आपको बता दें, चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी को हुगली में चुनाव रैली के दौरान सांप्रदायिक आधार पर मतदाताओं से अपील करने के लिए बुधवार को एक नोटिस जारी किया है. उनसे 48 घंटे के भीतर नोटिस पर जवाब देने को कहा गया है. आयोग ने नोटिस में कहा गया कि चुनाव आयोग को भाजपा के प्रतिनिधिमंडल से शिकायत मिली है जिसमें आरोप लगाया है कि 3 अप्रैल को, बनर्जी ने हुगली में ताराकेश्वर की चुनाव रैली के दौरान मुस्लिम मतदाताओं से कहा कि उनका वोट विभिन्न दलों में न बंटने दें. यही नहीं ममता बनर्जी ने AIMIM और ISF जैसी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा था कि, ‘मैं हाथ जोड़कर अपने अल्पसंख्यक भाई-बहनों से अपने मत शैतान को नहीं देने और अपने मत को बंटने नही देने की अपील करती हूं जिसने भाजपा से पैसे लिए हैं.’
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एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर हमला बोलते हुए ममता बनर्जी ने यह भी कहा था कि, ‘वह कई सांप्रदायिक टिप्पणी करता है और हिंदू-मुस्लिम के बीच झगड़ा करवाता है. वह भाजपा का प्रचारक है, साथी है. माकपा और भाजपा के साथी भाजपा से पैसे लेकर अल्पसंख्यकों के मत बांटने के लिए घूम रहे हैं. उन्हें ऐसा न करने दें. ध्यान रखें कि अगर भाजपा सत्ता में आती है तो वह बहुत बड़े खतरे में होंगे.’