Politalks.News/WestBengal.बंगाल विधानसभा चुनाव जैसे जैसे पास आता जा रहा है वैसे वैसे बंगाल में राजनितिक गहमागहमी बढ़ती जा रही है. हर तरफ सिर्फ एक ही सवाल उठ रहा है कि क्या बंगाल में चुनाव बिना हंगामे और बिना मारपीट के नहीं हो सकते? अपने दो दिन के दौरे पर रहे बीजेपी के राष्ट्रियाध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले को लेकर राजनीतिक बयानबाजी बढ़ती ही जा रही है. नड्डा के काफिले पर हुए पथराव को लेकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजी है, जिसमें प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर धनखड़ ने ममता सरकार पर सवाल उठाया है. वहीं इस पुरे मामले में शुक्रवार दोपहर हुई प्रेस वार्ता में धनखड़ ने ममता बनर्जी को चेतावनी दी और कहा अगर वे अपने रास्तों से भटकेगी तो मेरे दायित्वों की शुरुआत होगी.
बंगाल में उपजे हालातों पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि राज्य में संविधान की मर्यादाएं टूट रही है, कल जो हुआ वो बेहद शर्मनाक था, वो लोकतंत्र में एक काला धब्बा है. मानवाधिकार दिवस के दिन जो हमला हुआ वो मानवाधिकार नहीं है. ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए धनखड़ ने कहा, कि ममता बदले की भावना से काम कर रही है, ममता बनर्जी को संविधान का पालन करना होगा, लोकतंत्र की रक्षा करना मेरा धर्म है, राज्य में संविधान की मर्यादाएं टूट रही है, बंगाल के लोगों की रक्षा करना मेरा कर्तव्य है. ममता बनर्जी के राज बंगाल में प्रशाशन कई बार फ़ैल हुआ है और कल जो घटना हुई उसका मुझे बेहद अफ़सोस है इस पुरे घटना क्रम पर ममता बनर्जी को माफ़ी मांगनी चाहिए और उन्हें संविधान की पालना करनी ही होगी.
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वहीं बीजेपी के राष्ट्रिय अध्यक्ष के काफिले पर हुए हमले को लेकर ममता के बयान पर भी राज्यपाल ने पलटवार किया. दरअसल ममता बनर्जी ने कहा था कि जो लोग इस हमले में शामिल है वो सभी बाहरी लोग है बंगाल के नहीं. इस पर धनखड़ ने कहा- बाहरवाला और अंदरवाला कहना गलत है ये देश एक है और इस देश का संविधान एक है, और ऐसा कहना एक खतरनाक खेल है और किसी को भी बाहरी कहना संविधान का अपमान है.
धनखड़ ने पत्रकार वार्ता में कहा कि लोकतंत्र की रक्षा करना मेरा धर्म है, लोकतंत्र में सबको अपनी अपनी बात रखने का हक़ है, कल जो घटना हुई उसके लिए ममता बनर्जी को माफ़ी मांगनी चाहिए और अपना बयान लेना वापस चाहिए. संविधान की आत्मा पर हम और कितना कुठाराघात करेंगे, संविधान की आत्मा पर कुठाराघात करना ठीक नहीं. मुझे विशवास है की ममता बनर्जी मेरी सुझावों पर विचार करेगी और अगर वे अपने रास्तों से भटकेगी तो मेरे दायित्वों की शुरुआत होगी. मैं चाहता हूँ की राज्य में अमन चैन बना रहे, जिस तरह कल लोग बेलगाम होकर सड़कों पर उतरे थे, वो बेहद शर्मनाक था और प्रशाशन पर कई सवाल भी खड़े करता है इस पुरे घटना क्रम पर डीजीपी को पूरी जानकारी दी.
धनखड़ ने कहा जिस तरह के हालत बंगाल में उत्पन्न हुए उसका मुझे अफ़सोस है. सरकारी तंत्र का राजनीतिकरण हो रहा है, हर तरफ भ्र्ष्टाचार का बोलबाला है. बंगाल पुलिस सरकार की कठपुतली बन कर रह गई है ऐसे प्रशाशन पर मुझे शर्म आती है.
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आपको बता दें बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के दो दिवसीय पश्चिम बंगाल के दौरे के दूसरे दिन सीएम ममता बनर्जी के भतीजे और अभिषेक बनर्जी के संसदीय क्षेत्र में जेपी नड्डा और कैलाश विजयवर्गीय के काफिले पर जोरदार हमला हुआ. हमले में जेपी नड्डा बाल-बाल बचे, वहीं बंगाल के प्रदेश प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय घायल हो गए. इस पर टीएमसी कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि, ‘मां भवानी की कृपा से आज मैं बच गया, क्योंकि मैं बुलेट प्रूफ गाड़ी में था, वरना टीएमसी के गुंडों ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी.