सीएए और एनआरसी को लेकर फिर साधा केंद्रीय सरकार पर निशाना, स्थानीय जनता को दोनों कानून प्रदेश में न लागू करने का दिलाया भरोसा, विपक्ष को पत्र लिखकर एकजुट होने की अपील
पॉलिटॉक्स ब्यूरो. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (NRC) पर फिर से अपने तेवर तीखे कर लिए हैं. पूरे बंगाल में चल रहे सीएए के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए हुए तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी (Mamata Banerjee on CAA) ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले अपने राज्यों की चिंता करो. देखो यूपी में कितने लोग मारे गए. उसके बाद बंगाल की ओर देखना.
सीएम ममता ने प्रदेश की जनता को आश्वस्त करते हुए कहा कि किसी भी शर्त पर बंगाल में एनआरसी और सीएए लागू नहीं होगा. एक भी आदमी को बंगाल छोड़ने नहीं देंगे. बनर्जी ने ये भी कहा कि वे बंगाल को बांटना चाहते हैं लेकिन हम इसकी अनुमति नहीं देंगे. (Mamata Banerjee on CAA)
ममता (Mamata Banerjee on CAA) शुरुआत से ही सीएए और एनआरसी लागू के विरोध में रही हैं. हाल में उन्होंने सप्ताहभर तक सीएए और एनआरसी पर विरोध प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतरी थी. अब दोनों मु्दों पर विपक्ष को गोलबंद करने के लिए बंगाल सीएम ने देशभर के गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं के समर्थन और एकजुटता का अनुरोध किया है. उन्होंने पत्र में लिखा, ‘मैं आप सभी से अपील करती हूं कि इस मौके पर हमें देश बचाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए’.
सीएम बनर्जी ने अपने पत्र में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन और इससे उत्पन्न मौजूदा हालात की गंभीरता का हवाला देते हुए कहा कि विरोध प्रदर्शन करने और लोकतंत्र को बचाने के लिए हमें बैठक आयोजित कर योजना बनाने की जरूरत है. (Mamata Banerjee on CAA) पत्र में लोकतंत्र की आत्म को बचाने और शांति बहाल करने का भी जिक्र किया गया है. इस पत्र की कॉपी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राकांपा प्रमुख शरद पवार और नेशनल कांफ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला को भी भेजी गई है.