Politalks.News/Madhaypradesh. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) के दो साल पहले से ही जोड़तोड़ का खेल राजनीतिक दलों में शुरू हो गया है. कांग्रेस से भाजपा में जाने वाले केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) एमपी की लोकल पॉलिटिक्स में भी काफी एक्टिव नजर आ रहे हैं. सिंधिया राजनीति में अपने धुर विरोधी माने जाने वाले कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) के गढ़ राघोपुर में एक सभा को संबोधित किया. इतना ही नहीं ‘महाराज’ ने दिग्विजय सिंह के करीबी माने जाने वाले एक नेता की बीजेपी में एंट्री भी करा दी. इस दौरान उन्होंने अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. सिंधिया ने कहा कि, ‘एक तरह हम हैं, जिनका कहना है कि प्राण जाएं पर वचन न जाएं. वहीं, एक पार्टी का कहना है कि वचन तो जाए पर प्राण न जाएं’.
हीरेन्द्र प्रताप सिंह समेत 2000 कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने छोड़ा ‘हाथ’
कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी में शामिल हुए ग्वालियर के ‘महाराज’ ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पू्र्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के करीबी माने जाने वाले कांग्रेस नेता हीरेन्द्र प्रताप सिंह की भाजपा में एंट्री करा दी है. दिग्विजय सिंह के गढ़ माने जाने वाले राघोगढ़ में पहली बार आमसभा कर सिंधिया ने दिग्गी को बड़ा झटका दिया है. केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस नेता हीरेन्द्र पताप समेत करीब 2000 कार्यकर्ताओं को भाजपा जॉइन करवाई. आपको बता दें कि राघोगढ़ दिग्विजय सिंह का गढ़ माना जाता है और कांग्रेस से भाजपा में जाने के बाद पहली बार केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आम सभा को संबोधित किया और पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने ही हिरेंद्र प्रताप अपने हजारों कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा का दामन थामेंगे.
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मैं यहां अब आऊंगा बार बार- ज्योतिरादित्य सिंधिया
राघोगढ़ की सभा में ‘महाराज’ ज्योतिरादित्य सिंधिया जमकर बरसे. सिंधिया ने कहा कि, ‘कुछ लोग हैं, जिनका काम हर अवसर में चुनौती ढूंढना है जबकि बीजेपी का काम चुनौतियों में अवसर ढूंढना है. केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि, ‘उनकी सोच और विचारधारा बिल्कुल स्पष्ट है. उन्हें राजनीति से मोह नहीं है. सेवाभाव में है. विकास के साथ उन्हें ललक है. अभी तक तो वह संकोच में राघोगढ़ नहीं आते थे, लेकिन अब बार-बार यहां आएंगे’. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सिंधिया ने कहा कि, ‘एक तरह हम हैं, जिनका कहना है कि प्राण जाएं पर वचन न जाएं. वहीं, एक पार्टी का कहना है कि वचन तो जाए पर प्राण न जाएं.
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राघोगढ़ माना जाता है दिग्विजय सिंह का गढ़
हिरेंद्र प्रताप के कार्यकर्ताओं के साथ बीजेपी ज्वाइन करने के बाद अब देखने वाली बात यह होगी कि कांग्रेस को आने वाले विधानसभा चुनाव में कितना नुकसान होगा. क्योंकि राघोगढ़ राजघराने के खासम खास लोग भी बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. उन लोगों की गिनती होती है और आने वाले भविष्य में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. वहीं दिग्विजय सिंह के गढ़ में हुई इस आम सभा ने कई राजनीतिक मायने भी निकाल दिए हैं. दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह राघौगढ़ विधानसभा से वर्तमान में विधायक हैं और पूर्व मंत्री रहे हैं. ऐसे में ज्योतिरादित्य सिंधिया किसान सभा के बाद राजनीतिक गलियारों में भी हलचल तेज हो गई है और इतनी बड़ी संख्या में बीजेपी ज्वाइन करने से कहीं ना कहीं राघोगढ़ राजघराने को आने वाले विधानसभा चुनाव में परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है, लेकिन सिंधिया ने एक बार फिर बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर एक बड़ा खेमा दिग्विजय सिंह से छीन लिया है.