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लोकसभा चुनाव में तीन चरण का मतदान हो चुका है. चौथे चरण का मतदान 29 अप्रैल को होने जा रहा है जिसमें 9 राज्यों की 71 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. यह चरण बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए ही बहुत महत्वपूर्ण है. क्योकिं 2014 में इन सीटों पर बीजेपी को जबरदस्त कामयाबी मिली थी. वही कांग्रेस के हाथ निराशा लगी थी. इस चरण में बीजेपी के सामने अपने किले को बचाने की चुनौती है जबकि कांग्रेस यहां 2009 की तरह अच्छा प्रदर्शन करना चाहती है.

यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्ता में दोबारा वापसी के लिए दिन रात एक कर रहे हैं. वही राहुल गांधी अपनी खोई हुई जमीन पाने की कोशिश में लगे हैं. दोनों पार्टियों के लिए अहम इस चौथे चरण में 9 राज्यों की 71 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी. इनमें बिहार की 5, झारखंड की 3, जम्मू कश्मीर की एक, महाराष्ट्र की 17, मध्य प्रदेश की 6, ओडिशा की 6, उत्तर प्रदेश की 13, राजस्थान की 13 और पश्चिम बंगाल की 8 सीटें शामिल हैं.

गौरतलब है कि चौथे चरण में जिन 71 सीटों पर वोटिंग होनी है. वहां बीजेपी ने साल 2014 में पूरी तरह से विपक्ष का सफाया कर दिया था. इन 71 सीटों में से बीजेपी ने 45 सीटें जीती थी और उसके सहयोगियों के हाथ 11 सीटें लगी थी. सहयोगी दलों में शिवसेना को 9 और एलजेपी को 2 सीटें मिली थीं.

वहीं कांग्रेस को इस चरण की 71 सीटों में से सिर्फ 2 सीट पर ही जीत हासिल हुई थी. जिन दो सीटों पर बीजेपी को जीत हासिल हुई थी उनमें मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा और पश्चिम बंगाल की बेहरामपुर सीट थी. छिंदवाड़ा से कमलनाथ जीते थे, वहीं बेहरामपुर से अधीर रंजन चौधरी चुनाव जीतने में कामयाब रहे थे. अब मतदाता इस बार किसको कितनी सीटें दिलाते हैं ये तो 23 मई को ही साफ हो पाएगा.

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