Politalks.News/Rajasthan. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां (Satish Poonia) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) द्वारा केन्द्र सरकार के मंत्रियों पर कारोबारियों को धमकाने के लगाए गए आरोपों पर पलटवार किया है. गहलोत सरकार और कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए पूनियां ने कहा कि, ‘प्रधानमंत्री और गृहमंत्री पर झूठे आरोप लगाना अशोक गहलोत की सोते जागते आदत बन चुकी है, दूसरी तरफ कांग्रेस के विधायक भी गहलोत की कार्यशैली से नाखुश हैं’. सियासी संकट (Political Crisis) की याद दिलाते हुए पूनियां ने गहलोत सरकार को घेरते हुए कहा कि, ‘लोकतंत्र की दुहाई देने वाले मुख्यमंत्री ने सत्ता का दुरूपयोग कर अपने ही विधायकों पर केस दर्ज करवाए और पीसीसी चीफ व डिप्टी सीएम को बर्खास्त किया था’. सीएम गहलोत को झूठे आरोप लगाकर ध्यान भटकाने का आरोप लगाते हुए प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर गंभीरता से ध्यान देने की सलाह दी है. दरअसल कल जयपुर के प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में सीएम गहलोत ने केन्द्र सरकार के मंत्रियों पर पार्टी फंड के लिए धमकाने का आरोप लगाया था.
झूठे वादे और घोषणाएं करने में अव्वल है सीएम गहलोत- पूनियां
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने बयान जारी कर कहा कि, ‘सीएम अशोक गहलोत खुद झूठे वादे और घोषणाएं करने में अव्वल हैं, क्योंकि 2018 में किसानों से पूरा कर्जा माफ करने का जो वादा किया था, वो आज तीन साल बाद भी अधूरा है’ पूनियां ने कहा कि, ‘इसके अलावा घोषित भर्तियां तय समय पर पूरी नहीं होने से बेरोजगार युवा जयपुर से लेकर कांग्रेस के लखनऊ कार्यालय तक धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हैं, प्रदेश की बेरोजगारी दर भी शीर्ष पर है, जो 27.1 प्रतिशत है’.
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‘विफलताएं और वादाखिलाफी छिपाने के लिए लगा रहे झूठे आरोप’
सीएम गहलोत को आड़े हाथ लेते हुए सतीश पूनियां ने कहा कि, ‘अशोक गहलोत खुद की सरकार की विफलताएं छुपाने और वादाखिलाफी से ध्यान भटकाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, अन्य केन्द्रीय मंत्रियों पर तत्थ्यहीन व झूठे आरोप लगाते रहते हैं. जो उनकी सोते जागते आदत बन चुकी है’. पूनियां ने कहा कि, ‘जबकि हकीकत यह है कि कांग्रेस के विधायक व मंत्री भी इनकी सरकार की कार्यशैली से नाखुश हैं, जिनकी लम्बी सूची है’.
‘कांग्रेस के मंत्री मालवीय खुद लगा चुके हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप’
कांग्रेस के सियासी संकट की याद दिलाते हुए सतीश पूनियां ने कहा कि, ‘गहलोत सरकार के मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय खुद की सरकार पर ही हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगा चुके हैं, जिसमें उन्होंने विधायकों पर राज्यसभा चुनाव और सरकार के सियासी संकट के समय 10-10 करोड़ रूपये लेने की बात कही थी’. पूनियां ने कहा कि, ‘लोकतंत्र की दुहाई देने वाले मुख्यमंत्री ने सत्ता का दुरूपयोग कर अपने ही विधायकों पर केस दर्ज करवाए और पीसीसी चीफ व डिप्टी सीएम को बर्खास्त किया था’.
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‘कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार बना शिष्टाचार’
गहलोत सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सतीश पूनियां ने कहा कि, ‘कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भरत सिंह कुंदनपुर, दीपेन्द्र सिंह शेखावत, मंत्री हेमाराम चौधरी भी कांग्रेस सरकार की कार्यशैली पर भ्रष्टाचार और विकास कार्य नहीं होने के आरोप लगा चुके हैं. खुद मुख्यमंत्री भी राज्य सरकार के विभागों में भ्रष्टाचार होने की बात स्वीकार कर चुके हैं, इस सरकार में भ्रष्टाचार शिष्टाचार बन चुका है, जो सरकार भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लगा पा रही वह प्रदेश की जनता का क्या भला करेगी’.
‘बिगड़ती कानून व्यवस्था पर गंभीरता से ध्यान दें सीएम गहलोत’
बढ़ते अपराधों को लेकर सतीश पूनियां ने कहा कि, ‘प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ चुकी है, बीकानेर में दिनदहाड़े फायरिंग, जयपुर और बूंदी में नाबालिग बच्चियों के साथ रेप-गैंगरेप, दौसा में महिला के साथ गैंगरेप, पिछले तीन सालों में 6.50 लाख से अधिक मुकदमे दर्ज होना इत्यादि मामले कानून व्यवस्था के ध्वस्त होने और अपराधियों के हौंसले बुलंद होने के स्पष्ट प्रमाण हैं’. पूनियां ने कहा कि, ‘कानून व्यवस्था प्रदेश का प्रमुख मुद्दा है, जिस पर मुख्यमंत्री और गृहमंत्री अशोक गहलोत को गंभीरता से ध्यान देकर दुरुस्त करने की जरूरत है.