राजस्थान में नए जिलों के गठन को लेकर चल रहे विवाद पर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर साधा निशाना, कहा- सत्ता वापसी का जो पैंतरा सीएम गहलोत ने आजमाया था, अब वह उनकी सरकार की गले की फांस बन गया है, राजस्थान वित्त विधेयक 2023 पर चर्चा के दौरान रामलुभाया कमेटी की रिपोर्ट आए बिना प्रदेश में 19 जिलों और 3 संभाग के गठन की घोषणा ने प्रदेश में खड़ा कर दिया है हिंसा का माहौल, नए जिलों को लेकर प्रदेश में चल रहे आंदोलन हो गए हैं हिंसक, कांग्रेस सरकार चुनाव के चलते जनभावनाओं के साथ कर रही है खिलवाड़, यह घोषणा महज राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति करने का है ढोंग, नए जिलों की घोषणा को 3 माह से अधिक समय बीत चुका, 1 अप्रैल 2023 को विधिवत रूप से नए जिले आ जाने चाहिए थे अस्तित्व में, लेकिन अभी तक सरकार ने कलेक्टर की बजाय लगाए है महज विशेषाधिकारी, दुर्भाग्य है कि कांग्रेस सरकार ने नए जिलों के लिए न तो अभी तक कोई नोटिफिकेशन जारी किया है और न ही जनता से मांगी है कोई राय, सुझाव, आपत्तियां, प्रदेश में 19 जिलों और 3 संभागों के गठन के लिए सरकार ने महज 2 हजार करोड़ रुपये का किया है प्रावधान, जबकि इतने बजट की आवश्यकता तो होगी अकेले एक नए जिले को, सरकार के कार्यकाल में चुनाव आचार संहिता लगने में बचे है मात्र 3 माह और सरकार की ओर से नियुक्त ओएसडी सीमांकन के कार्यो से है कोसों दूर