पॉलिटॉक्स न्यूज. 60 साल पुराना राजनीतिक करियर, बीजेपी के शिलाधार्य लालकृष्ण आडवाणी और पूर्व पीएम स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के समकालीन लालजी टंडन नहीं रहे. मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का लंबी बीमारी के चलते आज (21 जुलाई) निधन हो गया. ‘बाबूजी’ की अंतिम इच्छा थी कि वे अयोध्या में भव्य राम मंदिर के दर्शन करें लेकिन उनकी ये इच्छा अधूरी ही रह गई. अपने अंतिम समय में वे अपनी जन्मस्थली लखनऊ आना चाहते थे लेकिन बीमारी के चलते ऐसा हो न सका. बीते कुछ समय से अस्पताल में भर्ती थे. लालजी टंडन को पिछले साल जुलाई में ही मध्य प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया था, लेकिन इसी साल पिछले महीने तबीयत खराब होने के कारण आनंदीबेन पटेल को अतिरिक्त कार्यभार दे दिया गया.
12 अप्रैल, 1935 को लखनऊ में जन्मे लालजी टंडन ने 1960 में अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी. टंडन दो बार पार्षद चुने गए और दो बार विधान परिषद के सदस्य भी रहे. उन्होंने इंदिरा गांधी की सरकार के खिलाफ जेपी आंदोलन में भी बढ़चढ़कर हिस्सा लिया था. लालजी टंडन को यूपी के राजनीति में कई अहम प्रयोगों के लिए भी जाना जाता है. 90 के दशक में प्रदेश में भाजपा और बसपा की गठबंधन सरकार बनाने में भी उनका अहम योगदान माना जाता है. उनके पुत्र गोपालजी टंडन इस समय यूपी की योगी सरकार में मंत्री हैं. लालजी टंडन के निधन पर उत्तर प्रदेश सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है.
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लालजी टंडन के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान, बसपा सुप्रीमो मायावती सहित सभी राजनीतिज्ञों ने ट्वीट के जरिए शोक प्रकट किया है. सीएम योगी पुण्यआत्मा के अंतिम दर्शन करने उनके निवास पर पहुंचे.
भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शोक व्यक्त करते हुए ट्विटर पर लिखा कि मध्य प्रदेश के राज्यपाल लाल जी टंडन के निधन से हमने एक दिग्गज नेता को खो दिया. उन्होंने लखनऊ के सांस्कृतिक परिष्कार और एक राष्ट्रीय गतिरोध के संयोजन को जोड़ा. मैं उनकी मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त करता हूं. उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी संवेदना.
In the passing away of Madhya Pradesh Governor Shri Lal Ji Tandon, we have lost a legendary leader who combined cultural sophistication of Lucknow and acumen of a national stalwart. I deeply mourn his death. My heartfelt condolences to his family and friends.
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 21, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि उनके निधन से दुखी हूं. लालजी टंडन को समाज की सेवा के उनके अथक प्रयासों के लिए याद किया जाएगा. उन्होंने उत्तर प्रदेश में भाजपा को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने एक प्रभावी प्रशासक के रूप में अपनी पहचान बनाई. हमेशा लोक कल्याण को महत्व दिया.
Shri Lalji Tandon will be remembered for his untiring efforts to serve society. He played a key role in strengthening the BJP in Uttar Pradesh. He made a mark as an effective administrator, always giving importance of public welfare. Anguished by his passing away. pic.twitter.com/6GeYOb5ApI
— Narendra Modi (@narendramodi) July 21, 2020
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उनके निधन को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया.
भाजपा के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के राज्यपाल श्री लालजी टंडन जी के निधन से अत्यंत दुःखी हूँ। टंडन जी का पूरा जीवन जनसेवा को समर्पित रहा, उन्होंने उत्तर प्रदेश में संगठन के विस्तार में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
— Amit Shah (@AmitShah) July 21, 2020
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लालजी टंडन के निधन पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मध्य प्रदेश के राज्यपाल एवं उत्तर प्रदेश की एक कद्दावर शख़्सियत लालजी टंडन के निधन का समाचार बहुत पीड़ादायक है. टंडनजी के साथ मुझे लम्बे समय तक काम करने का अवसर मिला. उनका लम्बा सार्वजनिक जीवन जनता की सेवा में समर्पित रहा और उन्होंने अपने काम से एक अलग छाप छोड़ी है.
स्वभाव से बेहद मिलनसार टंडनजी कार्यकर्ताओं के बीच भी बेहद लोकप्रिय थे। विभिन्न पदों पर रहते हुए उन्होंने जो विकास कार्य कराये उसकी सराहना आज भी लखनऊ और उत्तर प्रदेश के लोग करते हैं। ईश्वर समस्त शोक संतप्त परिवार को दुःख की इस घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे। ओम शान्ति! २/२
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) July 21, 2020
राजनाथ ने आगे लिखा कि स्वभाव से बेहद मिलनसार टंडनजी कार्यकर्ताओं के बीच भी बेहद लोकप्रिय थे. विभिन्न पदों पर रहते हुए उन्होंने जो विकास कार्य कराये उसकी सराहना आज भी लखनऊ और उत्तर प्रदेश के लोग करते हैं. ईश्वर समस्त शोक संतप्त परिवार को दुःख की इस घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी लालजी टंडन के निधन पर शोक व्यक्त किया.
My heartfelt condolences at the passing away of #MadhyaPradesh Governor Sh. #LaljiTandon. May God give strength to his family to bear this loss. May his soul rest in peace.
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 21, 2020
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर शोक जताते हुए लिखा कि लालजी टंडन लखनऊ के प्राण थे. उनके निधन से देश ने एक लोकप्रिय जननेता, योग्य प्रशासक एवं प्रखर समाज सेवी को खो दिया.
म.प्र. के मा. राज्यपाल श्री लालजी टंडन जी के निधन की खबर सुनकर शोक हुआ।
उनके निधन से देश ने एक लोकप्रिय जननेता,योग्य प्रशासक एवं प्रखर समाज सेवी को खोया है। वे लखनऊ के प्राण थे।
ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति हेतु प्रार्थना करता हूँ। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 21, 2020
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी लालजी टंडन के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि वे काफी सामाजिक, मिलनसार व संस्कारी व्यक्ति थे. उनके निधन होने की खबर अति-दुःखद है. उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना. बता दें, मायावती टंडन को अपना भाई तुल्य मानती थी और हर साल उनके हाथों पर रक्षा सूत्र बांधती थी.
मध्यप्रदेश के गवर्नर व यूपी में बीजेपी की सरकार में कई बार वरिष्ठ मंत्री रहे श्री लालजी टण्डन, जो काफी सामाजिक, मिलनसार व संस्कारी व्यक्ति थे, उनका इलाज के दौरान आज लखनऊ में निधन होने की खबर अति-दुःखद व उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना।
— Mayawati (@Mayawati) July 21, 2020
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लालजी टंडन के निधन पर शोक जताया. उन्होंने कहा कि श्रद्धेय टंडनजी का जाना मेरी व्यक्तिगत क्षति है. उनसे मुझे सदैव पितृतुल्य स्नेह मिला. जब भी कभी मुश्किल आती थी, मैं उनका मार्गदर्शन लेता था. उनकी कमी को अब पूरा नहीं किया जा सकता.
श्रद्धेय टंडन जी कुशल संगठक, राष्ट्रवादी विचारक और सफल प्रशासक थे।
स्व. अटल जी के निकट सहयोगी रहते हुए उन्होंने लखनऊ और उत्तरप्रदेश के विकास में अतुलनीय योगदान दिया।
उनके द्वारा किये गए विकासकार्यों को वर्षों तक याद किया जाएगा।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 21, 2020
केंद्रीय मंत्री और अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी ने भी लालजी टंडन के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि लालजी टंडन के निधन की खबर सुनकर वह काफी दुखी हैं. वो महान थे, बाबूजी ने कई युवाओं को आगे बढ़ने में मदद की और विचारधारा सिखाई. उनके परिवार को सांत्वना.
https://twitter.com/smritiirani/status/1285394526190874631?s=20
नोएडा से विधायक और राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह ने भी उनके निधन पर दुख व्यक्त किया.
भाजपा के वरिष्ठ नेता,मध्यप्रदेश के राज्यपाल आदरणीय लालजी टंडन जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ।आदरणीय टंडन जी का जीवन जनता की सेवा व संगठन को समर्पित रहा, उनका निधन भाजपा परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है। मैं उनके परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ। ॐ शांति
— Pankaj Singh (@PankajSinghBJP) July 21, 2020