दौसा के टिकट पर बीजेपी के भीतर हुए दंगल पर राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने पॉलिटॉक्स से खुलकर बातचीत की. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर निशाना साधते हुए पार्टी उम्मीदवार जसकौर मीणा के लिए प्रचार करने की बात कही. कई दिनों तक चले संस्पेंस के बाद बीजेपी ने जसकौर मीणा को दौसा सीट से उम्मीदवार घोषित कर दिया है. इस सीट पर राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा अपनी पत्नी गोलमा देवी, भाई जगमोहन मीणा या अपनी पसंद के किसी दूसरे नेता को टिकट दिलवाना चाहते थे जबकि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे विधायक ओमप्रकाश हुड़ला की पत्नी को उम्मीदवार बनाने के पक्ष में थीं. दोनों में से किसी को पीछे नहीं हटता देख पार्टी ने जसकौर मीणा को प्रत्याशी बनाया है. इस मामले पर डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने पॉलिटॉक्स के साथ खुलकर बातचीत की. पेश हैं संपादित अंश-

-दौसा सीट पर बीजेपी ने आपकी पसंद से उम्मीदवार नहीं उतारा.
– अपना पराया कोई नहीं होता. पार्टी ने अब जो तय कर दिया है, वो ही हमारी उम्मीदवार है. पार्टी का निर्णय ही अहम होता है.

– लेकिन आपकी जिद के चलते ही टिकट घोषणा काफी देरी से हुई.
– हां, यह सही है. मैंने मेरी राय रखी थी. सारे समीकरण बताए थे पार्टी के आला नेताओं को. यह पार्टी की मर्जी थी किसे टिकट दी गई और किसे नहीं दी गई.

– पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की चली दौसा टिकट वितरण में तो.
– वसुंधरा राजे दस साल राजस्थान की सीएम रही हैं. पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. उनकी क्यों नहीं चलेगी? चलनी भी चाहिए उनकी. दौसा के टिकट में उन्हीं की चली है.

– वसुंधरा राजे के बारे में आप फिर खुलकर बयानबाजी करने लगे हैं.
– मैंने कहा था कि विधानसभा चुनाव से पहले वसुंधरा राजे को फेस घोषित करना गलता था, क्योंकि सत्ता विरोधी लहर बहुत थी. ऐसे में राजे को चेहरा घोषित करने पर भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा. राजे खेमे के लोगों ने मेरे नाम को लेकर दुष्प्राचर किया कि मेरे कहने पर 17 से 22 टिकटें विधानसभा चुनाव के दौरान बांटी गईं, लेकिन सच्चाई है कि कोई टिकट मेरे कहने पर नहीं बांटी गई. गोलमा ने भी मना किया था चुनाव लड़ने के लिए. मैं साजिश का शिकार हुआ हूं.

– अब जसकौर और पार्टी का प्रचार करना ही होगा आपको.
– बिल्कुल मैं जसकौर का प्रचार करुूंगा. उनके लिए वोट भी मांगूगा. साथ ही सात-आठ सीटों पर भी प्रचार करने जाऊंगा. जहां पार्टी कहेगी वहां प्रचार के लिए जरूर जाऊंगा.

– क्या केंद्र में मोदी फिर से आएंगे?
– पूरे देश में भाजपा के पक्ष में माहौल है. लोग चाहते है कि मोदी जी एक बार फिर देश के पीएम बनें.

– फिर राजस्थान में विधानसभा चुनाव क्यों हारी भाजपा?
– राजस्थान में विधानसभा चुनाव के दौरान यह देखने को मिला कि लोग मोदी और पार्टी से नाराज नहीं थे, बल्कि जो भी नाराजगी थी वो वसुंधरा राजे से थी.

– ओमप्रकाश हुड़ला को लेकर क्या कहना है आपको.
– हुड़ला क्या है? वो तो कुछ भी नहीं है. मैं उसकी चर्चा तक नहीं करना चाहता. हुड़ला तो वसुंधरा राजे का एक पैदा किया गया विरोध था महज.

– आप अपने समर्थकों को चुप रहने और राष्ट्र प्रथम की घुट्टी पिला रहे हैं.
– बिल्कुल, मेरे लिए सबसे पहले है राष्ट्र है, फिर आती है पार्टी और लास्ट में मेरे लिए है मेरा समाज.

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