दौसा में आज बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने अलवर गैगरेंप मामले को लेकर प्रदर्शन किया लेकिन इस प्रदर्शन में बवाल मच गया और पुलिस ने किरोड़ी लाल मीणा के साथ हनुमान बेनीवाल को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि कुछ समय बाद उन्हें छोड़ दिया गया है. इससे पहले पुलिस और मीणा समर्थकों में जमकर पत्थरबाजी हुई. भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज भी किया.
दरअसल, थानागाजी गैंगरेप मामले को लेकर किरोड़ी लाल ने दौसा में विशाल प्रदर्शन का आयोजन किया. मीणा के इस प्रदर्शन में खींवसर विधायक और नागौर संसदीय सीट से प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल के साथ विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ भी शामिल हुए. जनसभा के बाद मीणा ने सैंकड़ों समर्थकों के साथ जयपुर की ओर कूंच किया. दौसा रेलवे स्टेशन पर पहुंचते ही प्रदर्शन में मौजूद लोगों ने पटरियों का रूख किया और एक तरह से रेलवे स्टेशन पर कब्जा करने की कोशिश की.
पुलिस ने हालात को नियंत्रण में करने के लिए भीड़ पर हल्का बल प्रयोग किया. इसके बाद उग्र भीड़ ने पुलिस पर जमकर पत्थरबाजी की. पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को वहां से खदेड़ा.
पुलिस ने इस मामले में ट्रेक पर मौजूद बीजेपी नेता किरोड़ी लाल मीणा और हनुमान बेनीवाल को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें, कुछ दिनों पहले थानागाजी में कुछ युवकों ने एक शादीशुदा जोड़े को रोककर पहले उनके मारपीट की और बाद में महिला के साथ गैंगरेप किया. किरोड़ी लाल मीणा ने इस मामले पर राजस्थान सरकार की चुप्पी को राजनीति से प्रेरित बताते हुए पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजे की मांग की है. इसी संबंध में प्रकाश जावड़ेकर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफे की मांग की है.



























