Khesarilal Yadav Latest News – खेसारी लाल यादव भोजपुरी फिल्म के गायक और अभिनेता है. 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने उन्हें सारण विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया पर भोजपुरी के जाने माने कलाकार होने के बावजूद वे भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार छोटी कुमारी से हार गए. छोटी कुमारी भाजपा को कोई बड़ी नेत्री नहीं रही है. उनका यह पहला चुनाव था. छोटी कुमारी एक बेहद ही सामान्य परिवार से आने वाली गृहणी है जबकि खेसारी लाल यादव क्षेत्र के जाने माने भोजपुरी कलाकार है पर फिर भी खेसारी लाल यादव उनसे पराजित हो गए. स्टार होने के बावजूद खेसारी लाल यादव के बिहार विधानसभा चुनाव में हार के पीछे कई कारण है. इस लेख में हम आपको खेसारी लाल यादव की जीवनी (Khesarilal Yadav Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
खेसारी लाल यादव की जीवनी (Khesarilal Yadav Biography in Hindi)
| पूरा नाम | शत्रुघ्न कुमार यादव |
| उम्र | 39 साल |
| जन्म तारीख | 15 मार्च 1986 |
| जन्म स्थान | छपरा जिला, बिहार |
| शिक्षा | – |
| कॉलेज | – |
| वर्तमान पद | – |
| व्यवसाय | अभिनेता, संगीतकार, गायक, नर्तक |
| राजनीतिक दल | राष्ट्रीय जनता दल |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| पिता का नाम | मंगरू लाल यादव |
| माता का नाम | – |
| पत्नी का नाम | चंदा देवी |
| भाई का नाम | – |
| बेटें का नाम | – |
| बेटी का नाम | – |
| स्थाई पता | – |
| वर्तमान पता | – |
| फोन नंबर | – |
| ईमेल | – |
खेसारी लाल यादव का जन्म और परिवार (Khesarilal Yadav Birth & Family)
शत्रुघ्न कुमार यादव जन्म 15 मार्च 1986 को बिहार के सारण जिले के धनाडीह गाँव में हुआ था. खेसारी लाल यादव का वास्तविक नाम शत्रुघ्न कुमार यादव है. दरअसल, बचपन में अधिक बोलने के कारण लोगो ने उन्हें खेसारी बोलना शुरू कर दिया. खेसारी एक तरह का साग या फसल है जो कम पानी या कम उपजाऊ भूमि में भी उग जाता है और बड़े आराम से बढ़ता है.
उनके पिता का नाम मंगरू लाल यादव है. खेसारी लाल यादव तीन भाई बहन है. उन्होंने 2006 में चंदा देवी से शादी की. उनके दो बच्चे है. खेसारी लाल यादव हिन्दू है और जाति से यादव है.
खेसारी लाल यादव का आरंभिक जीवन (Khesarilal Yadav Early Life)
खेसारी लाल यादव का प्रारंभिक जीवन घोर अभाव और निराशा में बीता. उनके कई साक्षात्कार में ये बातें निकलकर आयी है कि गरीबी, संघर्ष और अपमान ये तीनों उनके शुरूआती जीवन में परछाई की तरह पीछे पड़े हुए थे. बेहद गरीब घर में जन्मे खेसारी लाल के पिता सुबह में चना बेचते और रात में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम किया करते थे. शुरुआत में, खेसारी अपने भाई – बहनों और चाचा के साथ गांव में रहा करते थे. तब वे मवेशियों को चराते और उनका दूध बेचा करते थे. इससे थोड़ी बहुत आय हो जाया करती थी.
खेसारी लाल यादव का भोजपुरी करियर (Khesarilal Yadav Bhojpuri Career)
खेसारी लाल यादव ने वर्ष 1998-99 के दौरान भोजपुरी थिएटर के कलाकार के तौर पर अपने करियर शुरुआत की. उन्ही दिनों बिहार में लौंडा नाच भी प्रचलित था, जिसमें पुरुष कलाकार स्त्री के रूप में लोगो के सामने नाचा करते थे, इसे ही लौंडा नाच कहा जाता है.
उन दिनों खेसारी भोजपुरी गानों पर लौंडा नाच किया करते. इससे उन्हें कुछ पैसे भी अर्जित हुए, पर न तो वे पैसे पर्याप्त थे और न ही उनमे करियर था. इसलिए हार कर खेसारी दिल्ली चले गए, जहाँ उन्होंने अपने माता-पिता और पत्नी के साथ मिलकर लिट्टी चोखा बेचना शुरू कर दिया. वे दिल्ली के ओखला में रहते हुए वही लिट्टी बेचा करते थे.
दिल्ली में रहते हुए ही खेसारी ने अपना पहला एल्बम लॉन्च किया लेकिन वह बुरी तरह से फ्लॉप रही. बाद में, खेसारी ने उस समय के जाने माने भोजपुरी गायक गुड्डू रंगीला के घर में नौकर के रूप में काम करना शुरू कर दिया. फिर उसी के बाद उन्होंने अपने जीवन का दूसरा एल्बम भी निकाला, जिसमें कुछ प्रसिद्धि मिली.
गायक के रूप में सफलता मिलने के बाद खेसारी फिल्मों में काम करने के लिए दिल्ली से मुंबई की ओर प्रस्थान कर गए, जहाँ वे गुप्त रूप से मनोज तिवारी के मैनेजर के घर पर सरण ली और फिल्मो में प्रयोग होने वाले आवश्यक फाइटिंग आदि सीखी. फिर इसी के बाद उन्हें आलोक कुमार की फ़िल्म ‘साजन चले ससुराल’ में काम मिल गया. यह फिल्म हिट रही और फिर यही से खेसारी एक स्थापित अभिनेता बन गए.
खेसारी लाल यादव का राजनीतिक करियर (Khesarilal Yadav Political Career)
जब खेसारी स्थापित कलाकार बन गए तब राजनैतिक दल उनके नाम को भुनाने के लिए उन्हें राजनीति में आने का ऑफर दिया गया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया. पहली बार उन्हें 2025 के बिहार विधान सभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल ने टिकट दिया और उन्हें बिहार के छपरा विधानसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया, जहाँ उनका मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी की छोटी कुमारी से था. दोनों उम्मीदवारों के बीच काटें की टक्कर रही. चूँकि खेसारी बिहार के कलाकार है और एक जाने माने नाम है तो दूसरी ओर सामने भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार थी जो पार्टी के कारण उनपर भारी थी. उन्ही दिनों खेसारी ने राम मंदिर को लेकर बेहद ही विवादित बयान दिया, जिससे उनकी रही सही कसर भी निकल गई और चुनाव में खेसारी लाल यादव हार गए. उन्हें भारतीय जनता पार्टी की छोटी कुमारी ने 7,600 से अधिक मतों के अंतर से पराजित किया.
खेसारी लाल यादव के विवादित बयान (Khesarilal Yadav Controversial Statement)
खेसारी लाल यादव ने अपने विवादित बयान में कहा था कि राम मंदिर नौकरी नहीं देता. इतना ही नहीं उन्होंने जंगलराज का भी खुलकर बचाव किया. चूँकि वे स्वयं राजद पार्टी से थे, जो जंगलराज का प्रतिक है. पुरे चुनाव में वे राष्ट्रीय जनता दल की वकालत करते हुए दिखे. हालांकि उन्होंने जंगलराज को स्वीकार किया पर स्वीकार करते हुए भी उसका बचाव किया. उन्होंने कहा कि जंगलराज में लोग कम से कम जिन्दा तो थे. अब चुनाव में इसी तरह की हरकत और बयान उनके राजनैतिक पतन के कारण बन गए और स्टार होने के बावजूद वे एक सामान्य से गृहणी से पराजित हो गए.
खेसारी लाल यादव की संपत्ति (Khesarilal Yadav Property)
कभी पैसे-पैसे के लिए तरसने वाले खेसारी लाल यादव आज करोड़पति है. 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार खेसारी लाल यादव आज के समय में लगभग 25 करोड़ रूपये के मालिक हैं.
इस लेख में हमने आपको खेसारी लाल यादव की जीवनी (Khesarilal Yadav Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.



























