Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में वल्लभनगर और धरियावद विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में समय और परिस्थितियों के साथ राजनीतिक दलों के चुनावी मुद्दे भी बदलते जा रहे हैं. खास बात यह है कि महाराणा प्रताप की धरती मेवाड़ में हो रहे उपचुनाव में राष्ट्रवाद और भगवान राम के नाम की गूंज चुनावी समर में सुनाई दे रही है. कांग्रेस जहां गुलाबचंद कटारिया के पूर्व में आए भगवान नाम और महाराणा प्रताप के विवादित बयान को मुद्दा बनाने में जुटी है तो वहीं भाजपा इसके विपरीत राम मंदिर के निर्माण को भुना रही हैं.
वल्लभनगर और धरियावद विधानसभा सीटों के उपचुनावों पर प्रचार गति पकड़ने के साथ नए सियासी समीकरण बन रहे हैं. बीजेपी ने दोनों सीटों पर नए चेहरे मैदान में उतारे हैं. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने वल्लभनगर में नया चेहरा उतारने से बदले समीकरणों में बीजेपी के कुछ कमजोर होने के संकेत दिए हैं. कटारिया ने दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में कहा कि, ‘धरियावद सीट हम अच्छे अंतर से जीतेंगे, धरियावद लंबे समय से पार्टी की मजबूत सीट है. वल्लभनगर में हमारा कैंडिडेट चेंज हुआ तो थोड़ा बदलाव आया है, कोशिश तो हो रही है. मैं वहां अब तक फील्ड में नहीं गया. वल्लभनगर में फील्ड में जाने के बाद ही बता पाऊंगा. कटारिया के वल्लभनगर को लेकर दिए गए बयान को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर हो शुरू हो चुका है. कटारिया की भींडर की अदावत के चलते भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया.
धरिवायवद में भीतरघात नहीं, अच्छे मार्जन से जीतेंगे- कटारिया
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने धरियावद में भीतरघात के सवाल पर कहा कि, ‘धरियावद में हमारा कोई बागी नहीं है. कन्हैयालाल खड़े रहते तो धरियावद में संशय रहता, लेकिन अब उनके नाम वापस लेने के बाद कोई संशय नहीं रह गया है. धरियावद में मैंने फील्ड में रहकर देखा है. वहां हम अच्छे अंतराल से सीट निकालेंगे’. आपको बता दें कि उपनेताप्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ की मनुहार के बाद भाजपा के बागी कन्हैया ने अपना पर्चा वापस लेने का फैसला किया. उन्हे भाजपा में प्रदेश मंत्री भी बनया गया है
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‘महाराणा प्रताप वाले मुद्दे का राजसमंद में ही नहीं पड़ा असर अब क्या पड़ेगा’
महाराणा प्रताप पर दिए बयान से चुनाव में नुकसान होने के सवाल पर कटारिया ने कहा- कांग्रेस जिन मुद्दों की बात कर रही है, उन मुद्दों की पहले से ही हवा निकल चुकी है. कांग्रेस के लोगों को तो कुछ तो बोलना है, लेकिन वे बोलेंगे ही नहीं. महाराणा प्रताप वाले मुद्दे का जब पिछले उपचुनावों में ही असर नहीं हुआ तो इनमें कैसे होगा? राजसमंद के उपचुनावों में भी कांग्रेस ने महाराणा प्रताप को मुद्दा बनाने की कोशिश की. जब उन उपचुनावों में ही मुद्दा नहीं बना तो अब क्या बनेगा? राजसमंद में राजपूत बाहुल्य पंचायतों में बीजेपी को किरणजी के समय से ज्यादा वोट मिले, यह रिकॉर्ड पर है’.
महाराणा प्रताप और राम पर दिए कटारिया के बयान को कांग्रेस बना रही है मुद्दा
आपको बता दें कि गुलाबचंद कटारिया ने पिछले उपचुनाव में राजसमंद क्षेत्र में महाराणा प्रताप पर विवादित बयान दिया था. कटारिया ने हाल ही में एक और विवादित बयान दिया था. जिसमें कहा था कि बीजेपी नहीं होती तो भगवान राम समुद्र में होते. कांग्रेस इन दोनों बयानों को चुनावी मुद्दा बना रही है.
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वल्लभनगर में कटारिया खाए मात तो धरियावद में मारी बाजी!
आपको बता दें कि वल्लभनगर में गुलाबचंद कटारिया के समर्थक को टिकट नहीं मिला. वल्लभनगर में कटारिया समर्थक उदयलाल डांगी बीजेपी के दावेदार थे. भाजपा से टिकट नहीं मिलने से नाराज उदयलाल डांगी बागी होकर हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी से चुनाव लड़ रहे हैं. वल्लभनगर में उदयलाल डांगी ने बीजेपी के समीकरण बिगाड़ दिए हैं. कटारिया वल्लभनगर में समर्थक को टिकट नहीं दिला पाए, लेकिन धरियावद में बीजेपी उम्मीदवार खेत सिंह मीणा कटारिया के समर्थक हैं.