साल 2016 में नरेंद्र मोदी की भाजपा सरकार द्वारा की गई नोटबंदी पर विपक्ष ने फिर से एक बार निशाना साधा है. कपिल सिब्बल, रणदीप सुरजेवाला, अहमद पटेल, गुलाम नबी आज़ाद, मल्लिकार्जुन खड़गे, मनोज झा और शरद यादव ने आज एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नोटबंदी को अभी तक का सबसे बड़ा घोटाला बताया और एक वीडियो भी जारी किया. वीडियो में दावा किया जा रहा है कि 31 दिसंबर, 2016 के बाद भी बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं की मदद से 500 रुपये और एक हजार रुपये के पुराने नोट बदले जा रहे थे.
वीडियो में दिखाया गया कि कैसे 31 दिसंबर, 2016 के बाद भी पांच करोड़ के 500 के पुराने नोट आए और 3 करोड़ के 2000 के नोट दे दिए गए. जबकि 8 नवम्बर की रात को पांच सौ और एक हजार के सभी नोट चलन से बाहर कर दिए गए थे. इस मौके पर कपिल सिब्बल ने कहा कि कुछ चौकीदारों ने देश के साथ गद्दारी की है और आम आदमी की जेब से पैसा छीना है. उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण देश की जीडीपी पीछे चली गई. किसानों को नुकसान हुआ और छोटे कारोबारियों को नुकसान झेलना पड़ा.
हालांकि, सिब्बल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंत में कहा कि वह इस वीडियो की न तो पुष्टि कर सकते हैं और न ही कह रहे हैं कि ये वीडियो उनका है. उन्होंने बताया कि वीडियो उन्हें एक वेबसाइट से मिला है, जिसमें कुछ चौंकाने वाली बात सामने आई हैं. सिब्बल ने वीडियो में दिखाए फुटेज की जांच करने की मांग की है.
बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से 8 नवंबर, 2016 को 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद कर दिया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही नोटबंदी का ऐलान किया था. उसके बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार विपक्ष के निशाने पर बने हुए हैं.