पॉलिटॉक्स न्यूज/बिहार. राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में सीपीआई नेता कन्हैया कुमार ने ‘संविधान बचाओ, नागरिकता बचाओ’ महारैली की. इस रैली में कन्हैया कुमार ने केंद्र की मोदी सरकार पर जम कर निशाना साधा. लेकिन कन्हैया कुमार के बयान से ज्यादा दो बातों खासी सुर्खियों में रही. पहली: महारैली में कन्हैया कुमार राष्ट्रगान तक न गा सके जो खासी सुर्खियों में रहा. दूसरी: मंच से ‘मोदी मुर्दाबाद’ के नारे. हालांकि नारे कन्हैया कुमार ने नहीं बल्कि मंच से एक बच्चे ने लगाए लेकिन उसे मंच पर बोलने के लिए आमंत्रित किया गया था. उस बच्चे ने पहले एक कविता के जरिए केंद्र सरकार को कोसा और बाद में मंच से ही प्रधानमंत्री मुर्दाबाद के नारे लगाए जिसके समर्थन में जनता ने भी अपना उत्तर दिया.
इससे पहले रैली में कन्हैया कुमार ने रैली में आए लोगों से भी राष्ट्रगान गाने को कहा और खुद भी मंच से राष्ट्रगान गुनगुनाने लगे लेकिन राष्ट्रगान तक को सही तरीके से नहीं गा पाए और अंतिम दो लाइन में झोल कर गए. कन्हैया कुमार ने ‘जन गण मंगल’ के बदले ‘जन मन गण’ गा दिया. ये बात सभी जगह चर्चा का विषय रही. किसी कारणवश एक मिनिट बाद फिर से राष्ट्रगान बजाया गया. इसके बाद रैली में भाकपा नेता ने नागरिकता कानून को काला कानून बताते हुए न केवल केंद्र सरकार और गृहमंत्री अमित शाह पर जमकर हमला किया, साथ ही दिल्ली हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि राजनीतिक दल आग लगा रहे हैं. महारैली में कई दिग्गज भी शामिल हुए.
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भाकपा नेता कन्हैया कुमार ने मंच संभालते ही केंद्र सरकार पर सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर जोरदार हमला बोला. लाखों की भीड़ को संबोधित करते हुए कन्हैया कुमार ने सबसे पहले ‘जन गण यात्रा’ के बारे में बताया. कन्हैया कुमार ने कहा कि उनकी ये यात्रा किसी को नेता बनाने के लिए नहीं है. यह जनता और देश के गणतंत्र को बचाने के लिए है. उन्होंने कहा कि अब देश को तय करना होगा कि वह महात्मा गांधी के साथ चलेगा या वह गोडसे के साथ. कन्हैया ने कहा कि हम धर्म की राजनीति नहीं चलने देंगे. सभा स्थल पर दिल्ली हिंसा के शिकार लोगों की आत्मा की शांति के लिए एक मिनट का मौन भी रखा गया.
महारैली में अररिया विधायक और रालोसपा नेता अबीदुर्रहमान अबीदुर्रहमान ने मंच से संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर निशाना साधा और उन्हें भारत में पाकिस्तान का राजदूत तक कह दिया. वहीं सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटेकर ने कहा कि हमें तिरंगा और तिरंगे के रंग की रक्षा करनी है. उन्होंने कहा कि वैश्वीकरण की बात करने वाले देश में बुलाये गये श्रमिकों को बाहर का रास्ता दिखा रहे है. पाटेकर ने मंच से ‘हिंदू-मुस्लिम सिख ईसाई, आपस में हैं बहन-भाई’ का नारा दिलाया.
महारैली को संबोधित करते हुए सदफ जफर ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा. सदफ जफर ने कहा कि अमित शाह की बात से सहमत हैं कि मुसलमानों को डरने की जरूरत नहीं है. आज उनको डरने की जरूरत है, जो संविधान में यकीन रखते हैं. हमें एक उंगली की ताकत से सत्ता पलट देना है, हमें सोच कर बटन दबाना है. हमें मोदी-शाह से कोई दिक्कत नहीं है, हमें उनकी विचारधारा से दिक्कत है. हमारे ऊपर लगने वाली हर धारा हमारे लिए बैज के समान हैं.
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वहीं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने कहा कि ये लोग हमें बांटकर सत्ता चाहते हैं. हम आजादी की दूसरी जंग लड़ रहे हैं. एक दिन की लड़ाई में हम जंग नहीं जीत सकते हैं. देश के लिए लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी. आज हम प्रदर्शन करते हैं, धरना देते हैं तो घर लौटने का यकीन नहीं होता है. आज कोई मरता है, तो पूछते हैं कि कौन मरा है? हिन्दू या मुसलमान? कहां गई हमारी इंसानियत? बापू के अहिंसा के देश में गोली मारने का आदेश दे दिया गया. बापू को भी सीने में गोली मारी गयी थी.
मोदी मुर्दाबाद के नारे लगवाने वाले बच्चे को लगाया गले
मंच पर एक क्षण ऐसा भी बीता जब एक 7-8 साल के बच्चे ने मंच को संबोधित किया. सीधे शब्दों में कहा जाए तो इस बच्चे का 30 सैकेंड का भाषण कन्हैया कुमार पर भी भारी पड़ गया और ये बच्चा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इस बच्चे ने मंच पर कविता की कुछ पंक्तियां सुनाते हुए मंच से आजादी आजादी के नारे लगवाए. उससे पहले इस बच्चे ने ‘नरेंद्र मोदी ….मुर्दाबाद‘ के नारे भी लगवाए. वीडियो में ये भी दिख रहा है कि जैसे ही इस बच्चे ने नारे लगवाए, पीछे खड़ा एक व्यक्ति इसे रोकने के लिए इशारा कर रहा है लेकिन ये सब रूका नहीं. कविता खत्म करने के बाद कन्हैया कुमार ने इस बच्चे को अपने पास बुलाकर शाबासी देते हुए गले भी लगाया.