Politalks.News/MP. मध्यप्रदेश में उपचुनाव को लेकर अपने-अपने प्रत्याशियों के पक्ष में नेताओं ने धुआंधार प्रचार अभियान शुरू कर दिया है. मतदाताओं मनाने के लिए कई तरह के नए जत्न किए जा रहे हैं. जनता को जनार्दन बताकर वोट बटौरने के लिए क्या क्या किया जा सकता है, ये इस समय आसानी से देखा जा सकता है. मंदसौर की सुवासरा सीट पर तो बीजेपी प्रत्याशी हरदीप सिंह डंग के समर्थन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जनता के सामने घुटने पर बैठे दिखाए दिए. वहीं शिप्रा मंडल और आगर मालवा के कानड़ में हुई सभाओं में कांग्रेस और कमलनाथ पर जमकर प्रहार किए.
सीएम शिवराज ने कहा कि कमलनाथ सरकार पूरे समय पैसे की कमी का रोना रोती रही लेकिन मामा कहता है कोई कमी नहीं होगी. इधर पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी पलटवार करते हुए इसे नौटंकी बताया और कहा ‘इतना भी झूठ मत बोलो की झूठ को भी शर्म आ जाए’. साथ ही सवाल पूछा कि भाजपा 50 हजार रुपए तक कर्जमाफी से क्यों मुकरी?
शुरुआत करते हैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के शिप्रा मंडल के कार्यकर्ता सम्मेलन से, जहां उन्होंने कमलनाथ सरकार पर किसानों की फसल बीमा का प्रीमियम जमा नहीं कराने का आरोप लगाया. सीएम शिवराज ने सबसे पहले नवरात्रि में मां चामुंडा, तुलजा भवानी एवं सभी मंदिरों में दर्शन करने की छूट देने का ऐलान किया. उसके बाद कमलनाथ सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद थी कि वह अच्छा काम करेंगे, लेकिन उन्होंने अपने वचन नहीं निभाए. कांग्रेस ने किसानों का 2 लाख का कर्ज माफ करने का ऐलान किया था, लेकिन बार-बार नया नया आदेश निकाल कर किसानों को ब्याज के तले दबा दिया. आगर मालवा के कानड़ में हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि हम किसानों के सिर पर रखी ब्याज की गठरी को फिर से उतारेंगे.
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मंदसौर की सुवासरा सीट पर शुक्रवार को हरदीप सिंह डंग के समर्थन में सभा करने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंच पर घुटनों के बल बैठ जनता के हाथ जोड़ते हुए दिखाई दिए. यहां सीएम शिवराज ने कहा, ‘कमलनाथ सरकार पूरे समय पैसे की कमी का रोना रोती रही, लेकिन हमने कोरोना संकट में भी इसके लिए व्यवस्था की. आर्थिक दिक्कत है, लेकिन हमने उसके बीच से रास्ता निकाला. कोरोना काल में हमने गरीबों, मजदूरों के खातों में सामाजिक सुरक्षा और पेंशन खाते में पैसे डाले. हर एक व्यक्ति को भोजन देने के लिए मुफ्त अनाज की योजना तो चल ही रही है, हमने सस्ते अनाज के लिए भी 37 लाख पात्रता पर्चियां और बांटी.’
शिवराज ने कहा कि यह कमलनाथ सरकार की बाजीगरी है और इस तरह की कलाकारी सिर्फ कांग्रेस कर सकती है, मामा नहीं कर सकता. मुख्यमंत्री ने कहा कि कमलनाथ सरकार के इस धोखे से लाखों किसान धोखे में आ गए हैं और उनके सिर पर ब्याज की गठरी चढ़ गई है. हम किसानों के सिर पर रखी ब्याज की गठरी को फिर से उतारेंगे.
इधर, सीएम शिवराज सिंह के इन आरोपों का जवाब देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, ‘शिवराज, कितना झूठ बोलते है और कैसे दूसरों का यश अपने खाते में लेते हैं. उसका नमूना उनकी सभाओं में देखने को मिला. किसानों को कह रहे थे कि मैंने 6 माह में आपके खाते में 23 हज़ार करोड की राशि डाल दी. कितना बड़ा सफेद झूठ, कितना हास्यास्पद है. इसमें उन्होंने बीमा कंपनी की राशि और प्रधानमंत्री सम्मान निधि के पैसे भी जोड़ दिए.’
कमलनाथ ने पलटवार करते हुए कहा कि शिवराज सिंह आज केवल झूठ परोसा है. वे कह रहे है कि कमलनाथ सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया, उनका सिर्फ फसल ऋण ही माफ किया और वो भी दो लाख तक का ही कर्जा माफ किया, एक ही खाते का माफ किया. शिवराज जी…हमने तो खाली खजाने से भी 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया और हमारी सरकार रहती तो जो किसान बचे थे उनका भी कर्ज माफ हो जाता. यह तो आपकी सरकार ने खुद विधानसभा में लिखित रूप में स्वीकारा है.
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कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा मंदसौर, आगर व हाटपिपलिया की सभाओं पर भी निशाना साधा. कांग्रेस सरकार पर कर्जमाफी पर किसानों के साथ धोखे के लगाए गए आरोपों पर कमलनाथ ने कहा कि आपने तो 2008 के अपने घोषणा पत्र में किसानों के 50 हजार तक के कर्ज माफी का वादा किया था और उससे भी आप मुकर गए, उसे भी आज तक पूरा नहीं किया.
पूर्व सीएम ने शिवराज सिंह को निशाने पर लेते हुए कहा, ‘यह तो आपकी सरकार ने खुद विधानसभा में लिखित रूप में स्वीकारा है. आपने तो 2008 के अपने घोषणा पत्र में किसानों के 50 हजार तक के कर्ज माफी का वादा किया था और उससे भी आप मुकर गए, उसे भी आज तक पूरा नहीं किया. शिवराज कितना झूठ बोलते हैं और कैसे दूसरों का यश अपने खाते में लेते हैं, उसका नमूना सभाओं में देखने को मिल रहा है.’