पॉलिटॉक्स ब्यूरो. महाराष्ट्र में चल रहा राजनीतिक घमासान अभी थमा भी नहीं है कि उधर मध्यप्रदेश में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotriaditya Scindia) ने अपने टविटर प्रोफाइल से पूर्व मंत्री व सांसद हटाकर केवल ‘क्रिकेट प्रेमी और पब्लिक सर्वेंट’ लिख मध्यप्रदेश की राजनीति में एक नया भूचाल ला दिया है.
जानकारों की मानें तो इसका सबसे बड़ा कारण सिंधिया की कमलनाथ सरकार के प्रति बढ़ती नाराजगी है. दरअसल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को कई बार पत्र लिखकर सरकार की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर कर चुके है. साथ ही सरकार की कार्यशैली की शिकायत आलाकमान तक कर चुके है. सोमवार सुबह ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotriaditya Scindia) ने अपने ट्विटर अकाउंट से पूर्व मंत्री और सांसद हटाकर जनसेवक व क्रिकेट प्रेमी लिखकर राजनीतिक दिग्गजों को हैरत में डाल दिया है. सिंधिया के ट्विटर प्रोफाइल का स्टेटस चेंज होने के साथ मध्य प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में सिंधिया के भाजपा में शामिल होने की चर्चायें तेज हो गई हैं.
यह भी पढ़ें: फिर अटका फ्लोर टेस्ट पर फैसला, अब कल 10.30 बजे आएगा ‘सुप्रीम’ फैसला
इसके अलावा मध्यप्रदेश में बहुप्रतीक्षित कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पद को लेकर भी कांग्रेस आलाकमान ने अभी तक कोई तस्वीर साफ नहीं की है. जिसको लेकर भी सिंधिया (Jyotriaditya Scindia) के समर्थकों में जबरदस्त नाराजगी है. बता दें मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद से ही कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के पद को लेकर सिंधिया और कमलनाथ के बीच भारी खींचतान देखी गई है. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस मामले ओर कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से भी कई बार चर्चा की है और खुद को इस पद से मुक्त करने की बात भी कमलनाथ कहते आए हैं. बता दें इन दिनों जनता की आवाज बने सिंधिया कई बार मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर आमजन के प्रति सरकार के रवैये पर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं और सरकार से अनेकों बार जनता के पक्ष में काम करने की गुहार कर चुके हैं.
आपको बता दें कि 2 दिन पहले भी मध्यप्रदेश के दतिया जिले की समस्याओं को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotriaditya Scindia) ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिख कर कार्यवाही करने का अनुरोध किया था. वहीं अक्टूबर में सिंधिया ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को 4 पत्र लिखे थे. जिसमें सिंधिया ने मुख्यमंत्री से बाढ़ प्रभावित किसानों की मदद करने और प्रदेश की जर्जर सड़कों को सुधारने का अनुरोध किया था.