Politalks.News/Maharashtra. मुंबई (Mumbai) इन दिनों बॉलीवुड एक्शन नहीं बल्कि उसकी शक्ल में राजनीतिक बयानबाजी का अखाड़ा बन गई है. पहले एक्टर सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड, उसके बाद रिया चक्रवर्ती और ड्रग्स मामला, अब अभिनेत्री कंगना रानौत (Kangana Ranaut) का संजय राउत (Sanajy Raut), मुंबई पुलिस, उसके बाद उद्धव सरकार से पंगा.. अब लग रहा है कि महाराष्ट्र की राजनीति के साथ बिहार की राजनीति को भी इससे जोड़ने की कोशिश हो रही है. अगर ऐसा है तो सीधे सीधे कंगना नाम तीर से एक साथ 6 निशाने साधे जा रहे हैं. कंगना बनाम संजय राउत की इस लड़ाई में मुंबई के बाप से लेकर भारत की बेटी और तूफानों का रूख मोड़ने तक का सफर बखूबी तय हो रहा है. गौर करने लायक बात ये भी है कि इस लड़ाई में कोई भी सीधे सामने नहीं आ रहा बल्कि सोशल लड़ाई लड़ी जा रही है.
दरअसल अब कंगना बनाम संजय राउत (Kangana Ranaut Vs Sanajy Raut) की इस लड़ाई में पहले महाराष्ट्र की उद्धव सरकार, उसके बाद बिहार और सोमवार से केंद्र सरकार भी शामिल हो गई है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सुरक्षा के लिहाज से कंगना रानोत को वाई केटेगिरी की सुरक्षा दी गई है. कंगना ने अपनी सुरक्षा के लिए मुंबई पुलिस पर अविश्वास जताते हुए केंद्र से अपील की थी जिस पर गृह मंत्रालय ने उन्हें ये सुरक्षा दी. कुछ दिन पहले कंगना ने शिवसेना नेता संजय राउत पर आरोप लगाया था कि उन्होंने कंगना को मुंबई न आने और देख लेने की धमकी दी है. बस यहीं से सारा ड्रामा शुरु हो गया.
संजय जी मुझे अभिव्यक्ति की पूरी आज़ादी है
मुझे अपने देश में कहीं भी जाने की आज़ादी है ।
मैं आज़ाद हूँ । pic.twitter.com/773n8XDESI— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 6, 2020
दोनों ने एक दूसरे पर सोशल मीडिया के जरिए बयानबाजी शुरु कर दी. कंगना ने तो ये तक कह दिया कि किसी के बाप में दम है तो उन्हें मुंबई आने से रोक कर दिखाए. इस बयानबाजी में मराठा मानुस से लेकर छत्रपति शिवाजी और लक्ष्मीबाई तक की एंट्री हो गई. अब एंट्री हुई उद्धव सरकार की जहां महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कंगना पर महाराष्ट्र का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जो यहां सुरक्षित महसूस नहीं करता है उसे यहां रहने का कोई अधिकार नहीं है.
आज जैसे ही कंगना को केंद्र की सुरक्षा मिली, देशमुख ने फिर से बयान देते हुए कहा कि केंद्र द्वारा महाराष्ट्र का अपमान करने वालों को सुरक्षा दी जा रही है. वहीं अब मैदान में खुद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे उतर आए हैं जिन्होंने बिना कंगना का नाम लिए एक बयान देते हुए कहा, ‘कुछ ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने मुंबई में रहकर अपना करियर बनाया लेकिन मुंबई के प्रति शुक्रगुजार तक नहीं हैं.’ वहीं संजय राउत ने महाराष्ट्र को बदनाम करने की साजिश रचने का आरोप लगाया दिया. हां..अपने बयान में उन्होंने ये भी कहा कि अगर कंगना अपनी बयानबाजी के लिए माफी मांगती है तो वे भी ऐसा करने के लिए तैयार हैं.
यह भी पढ़ें: भाजपा सरकार ने अभिनेत्री कंगना रनौत को ‘Y’ श्रेणी सुरक्षा देकर शिवसेना को दिया ‘सख्त संदेश’
इधर, कंगना रानौत ने अच्छी बच्ची का रूख अख्तयार करते हुए गृहमंत्री अमित शाह को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने भारत की एक बेटी के वचनों का मान रखा. अब ये भी काबिलेगौर है कि मुंबई में रहते हुए कंगना अपनी कर्मभूमि को पीओके और तालीबान से तुलना कर चुकी है और अब अपने आपको भारत की बेटी बताते हुए अपनी मजबूरी देश को दिखा रही है. इतना ही नहीं, कंगना ने शिवसेना और मुंबई पुलिस को फासीवादी तक कह दिया.
https://twitter.com/KanganaTeam/status/1302846165637971969?s=20
अब संजय राउत भी संजय राउत हैं जो महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में शिवसेना की ओर से शरद पवार और कांग्रेस को अपने साथ लाने और धुर विरोधी पार्टियों के साथ सरकार बनाने के सूत्रधार बनकर हीरो बन चुके हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर अपना और अपनी पार्टी का कद दिखाते हुए लिखा, ‘मेरी हिम्मत को परखने की गुस्ताखी न करना…पहले भी कई तूफानों का रूख मोड़ चुका हूं मैं.’
जय महाराष्ट्र!!! pic.twitter.com/vbqTMG0KQ5
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) September 6, 2020
खैर…उनकी इस बात में तो जरा भी शक नहीं है. ऐसा उन्होंने करके भी दिखाया है जिसके बाद कंगना रानौत खुद भीगी बिल्ली बन गई है और एक के बाद एक ट्वीट कर लोगों से संवेदना की मांग कर रही है. दरअसल कंगना रनौत के मुंबई पहुंचने से पहले ही बीएमसी उनके ऑफिस पहुंच गई है. कंगना ने ट्वीट करते हुए इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट्स में बताया कि उनकी प्रॉपर्टी को बीएमसी ध्वस्त भी कर सकती है.
https://twitter.com/KanganaTeam/status/1302901679969300480?s=20
कंगना ने अपने ट्वीट में एक वीडियो शेयर किया और लिखा, ‘मेरा जिंदगी में एक ही सपना था मैं जब भी फिल्म निर्माता बनूं, मेरा अपना खुद का ऑफिस हो. मगर लगता है ये सपना टूटने का वक्त आ गया है. आज वहां अचानक बीएमसी के कुछ लोग आए हैं.’
यह भी पढ़ें: मणिकर्णिका के किरदार में डूबी कंगना रनौत की सियासी चोट ने भाजपा शिवसेना में करा ही दिया ‘दंगल’
कंगना ने अगले ट्वीट में लिखा, ‘बीएमसी ने जबरदस्ती सब कुछ नापते हुए मेरे कार्यालय को कब्जे में लिया है. मेरे पड़ोसियों को भी परेशान गया है. मुझे जानकारी मिली है कि कल वे मेरी प्रॉपर्टी को भी तोड़ने वाले हैं. अधिकारियों ने ये भी कहा कि करतूतों का परिणाम सबको भुगतना होगा.’
कंगना के इन ट्वीट्स पर फैंस भी काफी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. कई फैंस ने बीएमसी के एक्शन को गलत बताया है. कंगना के समर्थन में महाराष्ट्र बीजेपी तो पहले से ही है, अब बिहार की जदयू भी बॉलीवुड क्वीन के पक्ष में उतर आई है. जदयू ने कंगना रनौत के समर्थन में आवाज उठाते हुए संजय राउत के बयानों को आपत्तिजनक बताया है, साथ ही पूछा है कि मुंबई किसी के बाप की थोड़े ही है. जदयू नेता संजय सिंह ने तीख हमला करते हुए कहा, ‘कंगना एक महिला हैं. उनके ऊपर जिस तरह की अभद्र टिप्पणी की जाती है जो महिलाओं का अपमान है. बॉम्बे किसी के बाप का थोड़ी है. देश के अंदर ही मुंबई है.’
कंगना रनौत एक महिला हैं। उनके ऊपर जिस तरह की अभद्र टिप्पणी की जाती है, ये महिलाओं का अपमान है। बॉम्बे किसी के बाप का थोड़े ही है। देश के अंदर ही मुंबई है। जो लोग अनर्गल बयान दे रहे हैं CBI को, इसमें बहुत लोग फसेंगे। पॉलिटिकल लोग भी जाएंगे इसमें : JDU प्रवक्ता संजय सिंह, बिहार pic.twitter.com/n1tdvtIjDg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 6, 2020
इस मौके पर संजय राउत का सोशल मीडिया पर एक ट्वीट काफी गौर करने लायक है जिसमें उन्होंने लिखा है, ‘उड़ने दो ‘मिट्टी’ को आखिर कहां तक उड़ेगी… ‘हवाओं’ ने जब साथ छोड़ा तो ‘जमीन’ पर ही गिरेगी….’
उड़ने दो “मिट्टी” को आखिर कहाँ तक उड़ेगी….
हवाओं” ने जब साथ छोड़ा तो “जमीन” पर ही गिरेगी…..— Sanjay Raut (@rautsanjay61) August 14, 2020