Politalks.news/Bihar. बिहार की राजनीति में वर्चस्व की लड़ाई की शांति के बाद अब जमीन को लेकर उठा मुद्दा गहराता जा रहा है. दरअसल राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने पार्टी कार्यालय की जमीन बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है. RJD की इस मांग को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भड़के हुए नजर आये. नीतीश ने कहा कि, ‘क्या आसमान से लेकर आएं क्या जमीन?’ तो तेजस्वी ने कहा कि, ‘जेडीयू ने जो विधायकों के फ्लैट को तोड़ जमीन कब्जाई है उसका क्या? वहीं जगदानंद सिंह के पत्र पर पलटवार करते हुए JDU के मुख्या प्रवक्ता नीरज कुमार ने लालू प्रसाद यादव को चिट्ठी लिखी है और कहा है कि, ‘अपने 15 साल के शासन काल में आपने जो संपत्ति बनाई है, उस पर आप कार्यालय क्यों नहीं बना लेते’.
आरजेडी द्वारा कार्यालय के लिए जमीन मांगना अब बिहार की सियासत में बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है. RJD के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी लिखकर पार्टी कार्यालय की जमीन बढ़ाने की अपील की थी. RJD की ओर से लिखी गई चिट्ठी को लेकर जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछा गया तो वो झल्ला गए. इस दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि, ‘हम क्या आसमान से लेकर आएं क्या जमीन, ना जाने ये लोग क्या क्या बोलते रहते हैं समझ नहीं आता’. तो नीतीश कुमार के बयान पर पलटवार करते हुए तेजस्वी यादव ने जदयू पर बड़ा आरोप लगाया और कहा कि जेडीयू ने विधायकों के फ्लैट को तोड़ जमीन कब्जाई है.
यह भी पढ़ें: किसान महापंचायत से टिकैत-योगी में शुरू होगा घमासान, किसान और प्रशासन कस चुके हैं कमर
तेजस्वी यादव ने कहा कि ‘उन्होंने जब माननीय मुख्यमंत्री से सबसे बड़ी पार्टी राजद के कार्यालय के लिए सबसे कम आवंटित जमीन की सच्चाई पर सवाल पूछ लिया तो आदत के अनुसार उन्हें गुस्सा आ गया. पार्टी कार्यालय की जमीन को लेकर नीतीश ने यह भी कहा था कि सारी रिकॉगनाइज पार्टियों को हम लोगों ने 2006 के बाद जमीन दी है लेकिन क्या इन लोगों ने कभी दी है?’ वहीं पार्टी प्रदेशाध्यक्ष जगदानंद सिंह की चिट्ठी पर JDU प्रवक्ता नीरज कुमार ने पलटवार किया और लालू प्रसाद यादव को चिट्ठी लिखकर कहा कि ’15 साल के शासन काल में आपने जो संपत्ति बनाई है उसमे क्यों नहीं अपना कार्यालय बना लेते.’
JDU प्रवक्ता नीरज कुमार ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि ‘तेजस्वी यादव 20 महीने तक भवन निर्माण मंत्री रहे तो उन्हें अपने कार्यालय की चिंता क्यों नहीं हुई ? मुझे तो ये लगता है कि आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से तेजस्वी की योग्यता पर सवाल उठा रहे हैं.’ नीरज कुमार ने आगे पत्र में लिखा कि ‘2010 में आरजेडी के मात्र 22 विधायक थे तो क्या संख्या घट जाने के बाद कार्यालय का क्षेत्र भी घटा दिया गया था. उस समय तो उनके पास विरोधी दल के तौर पर नामित होने का भी हक नहीं था.’ नीरज कुमार ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि ‘अपने 15 साल के शासन काल में आपने जो संपत्ति बनाई है, उसमें पटना में 228 कट्ठा और 3 धूर जमीन आपके पास है. आप उसमें बड़ा कार्यालय क्यों नही बना लेते ?’
यह भी पढ़ें: शुक्ला के आरोपों पर भड़के BJP के दिग्गज- न लाल किला बिकेगा न आमेर का, कांग्रेस ने बेचा देश का ईमान
नीरज कुमार ने चिट्ठी में लालू प्रसाद यादव की जमीनों का जिक्र करते हुए कहा कि ‘पटना सदर में लालू यादव के पास 22 कट्ठा 8 धूर जमीन है जो शेखपुरा और चितकोहरा के दायरे में आता है. तो वहीं, दानापुर इलाके में 99 कट्ठा 1 धूर जमीन है जो सगुना धनौत और जलालपुर के इलाके में आता है. फुलवारी शरीफ में भी लालू यादव के पास 107 कट्ठा 3 धूर जमीन है.’