पॉलिटॉक्स न्यूज/मध्यप्रदेश. ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने के बाद से सिंधिया लगातार कांग्रेस के निशाने पर हैं. सिंधिया के बीजेपी में जाने से सबसे ज्यादा आहत कांग्रेस के दिग्गज़ नेता और प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह हैं और इसी के चलते कभी-कभी दिग्गी राजा सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाल लेते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ जब दिग्गी राजा ने सिंधिया पर रिलायंस फाउंडेशन की ओर से दी जा रही राहत सामग्री पर सिंधिया फाउंडेशन के टैग बदलने पर तंज कसा. उसके तुरंत बाद दिग्गी राजा के सुपुत्र और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने स्वतंत्रता संग्राम के बहाने बीजेपी नेता सिंधिया पर करारा हमला कर दिया.
एक टवीट पोस्ट करते हुए प्रदेश के पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने सिंधिया पर अपने वचनों से प्रहार करते हुए कहा, ‘आज ही के दिन मेरठ से देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की मशाल जलाई गई थी. वो तो एक ‘महाराज’ की महत्वकांक्षा आड़े आ गई थी नही तो मंगल पांडे, बहादुर शाह, रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे और हमारे स्वन्त्रता संग्राम सेनानियों के अमर बलिदान ने 1857 में ही आजादी का इतिहास लिख दिया होता.’
आज ही के दिन मेरठ से देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की मशाल जलाई गई थी।
वो तो एक "महाराज" की महत्वकांक्षा आड़े आ गई थी नही तो मंगल पांडे, बहादुर शाह, रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे और हमारे स्वन्त्रता संग्राम सेनानियों के अमर बलिदान ने 1857 में ही आजादी का इतिहास लिख दिया होता।— Jaivardhan Singh (@JVSinghINC) May 10, 2020
कांग्रेस नेता के इस कटाक्ष भरे ट्वीट को ज्योतिरादत्य सिंधिया के पूर्वजों से जोड़कर देखा जा रहा हैं जिन्होंने आजादी काल के दौरान रानी लक्ष्मीबाई के खिलाफ अंग्रेजों का साथ दिया था. हालांकि सिंधिया की इस बारे में अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. इससे पहले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी मौजूदा स्थिति को देखते हुए बीते दिन एक बयान जारी कर कहा, ‘महाराज, आपके पूर्वज इतना छोड़ गये हैं और इतने सारे आपके निजी ट्रस्ट हैं जिनके माध्यम से इस संकट काल में राहत दी जा सकती थी. फिर आपको रिलायंस फ़ाउंडेशन के टेग हटा कर सिंधिया फ़ाउंडेशन का टेग लगा कर आपका और मोदी जी का चित्र लगाना कहॉ तक उचित है?’
महाराज, आपके पूर्वज इतना छोड़ गये हैं और इतने सारे आपके निजी ट्रस्ट हैं जिनके माध्यम से इस संकट काल में राहत दी जा सकती थी। फिर आपको रिलायंस फ़ाउंडेशन के टेग हटा कर सिंधिया फ़ाउंडेशन का टेग लगा कर आपका और मोदी जी का चित्र लगाना कहॉ तक उचित है? https://t.co/XWGQoiRbIt
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 9, 2020
दरअसल दिग्गी राजा ने इस पोस्ट के साथ एमपी कांग्रेस की एक वीडियो पोस्ट भी शेयर की है जिसमें सिंधिया के फाउंडेशन में रिलायंस की ओर से भेजी गई राहत सामग्री पर रिलायंस के टैग लगाकर सिंधिया फाउंडेशन और पीएम मोदी की फोटो चिपकाई जा रही हैं.
इस वीडियो को पोस्ट करते हुए एमपी कांग्रेस ने सिंधिया पर रिलायंस की राहत सामग्री में चिंदी-चोरी कर श्रेय लेने का आरोप लगाया है. कांग्रेस ने लिखा कि रिलायंस रिलीफ फंड द्वारा अशोकनगर जिले को भेजी गई राहत सामग्री पर सिंधिया अपना फ़ोटो चिपकाकर नकली दानवीर बन रहे हैं.
रिलायंस की राहत सामग्री में चिंदी-चोरी,
—सिंधिया का फोटो चिपकाकर ले रहे श्रेय:रिलायंस रिलीफ फंड द्वारा अशोकनगर जिले को भेजी गई राहत सामग्री पर सिंधिया जी अपना फ़ोटो चिपकाकर नकली दानवीर बन रहे हैं।
आख़िर क्या हो गया है..?
—किस चीज का असर है, जो इतना विपरीत प्रभाव डाल रहा है..? pic.twitter.com/IsvZnO1Fmj— MP Congress (@INCMP) May 9, 2020
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दरअसल, यह मामला ज्योतिरादित्य सिंधिया के गृह जिले ग्वालियर का है जहां कांग्रेस ने राहत सामग्री के वितरण पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस का आरोप है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जिस राहत सामग्री को अपना बताकर लोगों में बांटा, वह रिलायंस फाउंडेशन की ओर से उपलब्ध कराई गई थी. इस विवाद की शुरुआत पूर्व मंत्री और सिंधिया समर्थक नेता महेंद्र सिंह सिसोदिया के एक ट्वीट से हुई. सिसोदिया ने पिछले दिनों एक ट्वीट में जानकारी दी थी कि सिंधिया फाउंडेशन द्वारा गुना एवं बमौरी के जरूरतमंद नागरिकों के लिए 2000 राशन के पैकेट उपलब्ध करवाये गए.