राजस्थान में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी जल जीवन मिशन योजना, बरामद हो रही नकदी और सोना- सुधाशुं त्रिवेदी

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधाशुं त्रिवेदी ने आज जयपुर में की प्रेस वार्ता, इस दौरान उन्होंने प्रदेश से जुड़े कई मुद्दों पर गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा, कहा- पिछले 5 वर्षों में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार की भरमार है

rajasthan politics
rajasthan politics

Sudhanshu Trivedi On Ashok Gehlot: राजस्थान के सियासी रण में इन दिनों केंद्रीय भाजपा नेताओं के दौरे हर रोज जारी है. आज राज्यसभा सांसद एवं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधाशुं त्रिवेदी ने जयपुर में पत्रकारों से रूबरू होते हुए गहलोत पर जमकर निशाना साधा. प्रदेश में बीते पांच सालों के हालातों पर तंज कसते हुए कहा कि ‘‘नौजवान हैरान, किसान परेशान, कानून व्यवस्था लहूलुहान, सरकार के अंदर घमासान और किताबों के अंदर महाराणा प्रताप से ज्यादा अकबर महान’’ इस तरह के हालात हैं.

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि आज जब राजस्थान आना होता है तब एक आक्रोश उत्पन्न होता है. पिछले 5 वर्षों में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार की भरमार है, नारियों का सम्मान तार-तार है, तुष्टिकरण की भरमार है और इस दृश्य को देखकर वेदना होती है. कांग्रेस ने सत्ता पाने से पहले बेरोजगार नौजवानों को भत्ता देने की गारंटी दी थी, लेकिन गारंटी पूरी नहीं की है. पेपर लीक की बात करें तो डेढ़ दर्जन बार पेपर लीक हुए, किसानों के लिए 2018 के चुनाव में राहुल गांधी का जो तेवर था 1 से 10 तक की गिनती और कर्ज माफ को लेकर लेकिन 5 साल हो गए हालात जस के तस हैं.

यह भी पढ़ें: कांग्रेस हमास की समर्थक, उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या राजस्थान में हमास जैसी आतंकी घटना- मनोज तिवारी

सुधाशुं त्रिवेदी ने कहा कि राजस्थान में कभी सांप्रदायिक सौहार्द का वातावरण ऐसा नहीं था पहले कट्टरपंथियों का मनोबल इतना ऊंचा नहीं था जैसा कि अभी है. कानून व्यवस्था इतनी ध्वस्त नहीं थी जो इस समय दिखाई दे रही है. महिलाओं और दलितों पर अत्याचार में प्रदेश नंबर वन है. महिलाओं के प्रति तो इतनी भयंकर घटनाएं हुई है जिसे बयां करना भी मुश्किल है. वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की सरकार बनी जिसने 3 करोड़ 40 लाख जन-धन खाते खोले जिसके माध्यम से 12000 करोड रुपये जमा हुए. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत प्रदेश में 25 लाख लाभार्थियों को लोन दिया गया जिसमें से 9 लाख महिलाओं को इस योजना का लाभ मिला. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में 70,316 किलोमीटर की सड़कें बनी है जिसमें 15000 किलोमीटर से ज्यादा गावों को ढाणियों से जोड़ा गया. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत 82 लाख से ज्यादा किसानों को 16000 करोड़ की राशि मिली. 42 लाख परिवारों के यहां नल से जल पहुंचाने का काम किया गया और पीएम आवास योजना के तहत 20 लाख आवास मिले.

सुधाशुं त्रिवेदी ने कहा कि जल जीवन मिशन में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार और घोटाले के मामले राजस्थान में सामने आ रहे हैं. 42 लाख परिवारों को जल की सप्लाई हुई है. महिलाओं के साथ अत्याचार की इतनी वीभत्स घटनाएं राजस्थान में देखने को मिली हैं किसी बहन को भट्टी में जला देना किसी के साथ पुलिस के द्वारा बलात्कार किया जाता है तो कहीं बच्चियों के साथ दुष्कर्म किया जाता है. इसके अलावा प्रदेश में भ्रष्टाचार को नई ऊंचाईयां मिल रही है. एक चोर के घर में बोरा भरके प्रॉपर्टी के कागजात मिले और यह चोरी एक ठेकेदार के घर में हुई थी जो कि सरकारी पैसे की चोरी का आरोपी है. जल जीवन मिशन में जो भ्रष्टाचार हुआ है उसको समाचार पत्रों की रिपोर्ट के अनुसार माने तो साफ-साफ कहा गया 18,800 करोड रुपए के टेंडर तो बगैर क्वालिटी की तसल्ली किए दे दिए गये.

सुधाशुं त्रिवेदी ने कहा कि कर्नाटक के एक नेता का विडियो वायरल हो रहा है जिसमें समुदाय विशेष के लोगों को कहा जा रहा है कि जैसे कर्नाटक में एकजुट होकर हराया वैसे ही राजस्थान में करना है, एमपी में कमलनाथ कहते हैं कि हमें मुसलमानों के 100 प्रतिशत वोट चाहिए, वहीं कर्नाटक में कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष सतीश जारकी ने कहा कि हिंदु शब्द ही गंदा है, वही नेता राजस्थान में आकर सीधे तौर पर सांप्रदायिक अपील कर एकजुट होकर हराने की बात कहता है. राजस्थान में पीएफआई को प्रतिबंध से एक सप्ताह पहले रैली की अनुमति दी जाती है. यहां केवल मात्र सर तन से जुदा होने का नारा ही नहीं लगा बल्कि ऐसा कर भी दिया गया. कांग्रेस ने 2019 के चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था कि हम देशद्रोह कानून को हटा देंगे, लेकिन सबसे पहला प्रयोग भी कांग्रेस सरकार ने किया और अपने विधायकों के खिलाफ ही उपयोग किया जो इनकी कथनी करनी में फर्क को दर्शाता है.

सुधाशुं त्रिवेदी ने कहा कि राजस्थान में लाल डायरी का मामला सदन के पटल पर उठाया जाता है, इसके तुरंत बाद मंत्री को बर्खास्त किया जाता है. इससे ज्यादा प्रमाणिक कुछ नहीं हो सकता, क्योंकि सरकार सदन के पटल पर बोल रही है और विधानसभा में उस लाल डायरी को छीनने के लिए मारामारी हो रही है. अरब देशों से पैसा आने की बात जांच एजेंसी के माध्यम से सामने आई है. जांच एजेंसियों की जांच पर सवाल उठाने वाले लोगों को कहना चाहता हूं कि 1990 के दशक से पिछले 33 वर्षों में पीवी नरसिम्हा राव सरकार के समय से आज तक एक साल ऐसा नहीं गया जब देश में कांग्रेस का कोई नेता कोर्ट या जांच एजेंसी के चक्कर लगाता हुआ ना मिला हो. लालू प्रसाद यादव पर भी आरोप लगे थे और सत्ता में रहते हुए भी जेल चले गए थे.

Google search engine