लोकसभा चुनाव में रिकॉर्ड जीत हासिल करने के बाद बीजेपी जम्मू-कश्मीर के लिए नई रणनीति तैयार करने में जुटी है. पिछले कुछ दिनों से अटकलें लगाई जा रही थी कि विधानसभा चुनाव से पहले सूबे में परिसीमन किया जाएगा. लेकिन गृह मंत्रालय के सूत्र इस बात से इनकार कर रहे है. सूत्रों का दावा है कि फिलहाल गृह मंत्रालय की ओर से ऐसे किसी भी फैसले के लिए कोई प्लान नहीं बनाया गया है. इसी बीच चुनाव आयोग ने अमरनाथ यात्रा के बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव करवाने के संकेत दिए हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी दिए जाने के बाद से ही सियासी गलियारों में इस बात ने जोर पकड़ रखा था कि वे सबसे पहले जम्मू-कश्मीर को लेकर कुछ बड़ा करने वाले हैं. जिसमें इन अटकलों ने सियासत गरमा दी थी कि अब जल्द ही सूबे में विधानसभा चुनाव करवाए जा सकते हैं और गृह मंत्रालय की ओर से इसके लिए यहां नए सिरे से परिसीमन की तैयारी की जा रही है. इस पर विरोध भी शुरू हो गया. पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने इस पर आपत्ति जताई.
परिसीमन को लेकर गृह मंत्रालय की ओर से बैठक भी आयोजित की गई. बैठक में जम्मू-कश्मीर के मौजुदा हालात को लेकर भी चर्चा की गई. इस दौरान खबरें आने लगी कि बैठक में परिसीमन पर चर्चा के अलावा प्लान बनाने की बात तय हुई है. लेकिन सूत्रों की मानें तो गृह मंत्रालय फिलहाल जम्मू-कश्मीर में किसी तरह के परिसीमन करने के मूड में नहीं है. सूत्रों के अनुसार बैठक में विधानसभा चुनाव को लेकर सुरक्षा व्यवस्था की चर्चा की गई और मतदान को भयमुक्त बनाने की ओर प्लानिंग की गई.
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