Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान बीजेपी के पोस्टर विवाद में रोचक मोड़, जन आशीर्वाद यात्रा के पोस्टर में वसुंधरा राजे की हुई ‘री-एंट्री’, राजस्थान बीजेपी के ट्विटर हैंडल पर पोस्ट की गई है फोटो, केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव की जन आशीर्वाद यात्रा के स्वागत के लिए किया गया है पोस्ट, इस पोस्टर में हैं, प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावात, अर्जुन राम मेघवाल और कैलाश चौधरी की फोटो, साथ ही मैडम राजे की फोटो की पॉजिशन भी बनी चर्चा का विषय, प्रोटोकॉल की करें बात तो राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बाद और प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह से पहले आनी चाहिए थी मैडम राजे की फोटो, लेकिन वसुंधरा राजे की फोटो लगाई गई है प्रदेशाध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के बीच में, प्रदेश भाजपा के पोस्टर में वसुंधरा राजे की एंट्री से सियासी गलियारों में चर्चा का दौर शुरू, कैसे हुआ बीजेपी के कर्णधारों का हृदय परिवर्तन, क्या इसकी वजह वसुंधरा राजे के हाड़ौती दौरे के साथ सक्रिय होना है या कुछ और?, इससे पहले भी जयपुर, अजमेर, जोधपुर और अलवर में हो चुके हैं केन्द्रीय नेताओं के दौरे, इस दौरान पोस्टर्स में नहीं थे मैडम राजे के फोटो, जयपुर बीजेपी मुख्यालय के बाहर लगा होर्डिंग हो या दिल्ली में हाल ही में हुई सांसदों की बैठक दोनों ही जगहों में नहीं थे वसुंधरा राजे के फोटो, अजमेर में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि के दौरे के लिए लगाए गए होर्डिंग्स में प्रदेश की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की फोटो नदारद था तो जोधपुर के पोस्टरों से प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के साथ हुआ था, इन विवादों के बाद राजस्थान बीजेपी की ओर से आया था बयान, केन्द्रीय नेतृत्व की ओर से दिए गए दिशा निर्दशों का दिया था हवाला, कहा गया था कि जिस राज्य में नहीं है बीजेपी की सरकार, वहां पोस्टर और बैनर में होगी प्रदेशाध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष की फोटो और जिन राज्यों में है सरकार वहां लगता है मुख्यमंत्री और प्रदेशाध्यक्ष का फोटो, अब किस नीति के तहत लगाया है वसुंधरा राजे का फोटो?