31 अगस्त तक हर पंचायत में ग्राम रक्षक लगाने के दिए निर्देश तो 1 सितंबर से खुलेंगे सभी धार्मिक स्थल

ग्राम रक्षक पुलिस और जनता के बीच सेतु का काम करेंगे, जिससे पुलिस के प्रति आमजन में विश्वास और बढे़गा, प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में आईसीएमआर की अनुमति के साथ जल्द से जल्द प्लाज्मा थैरेपी शुरू करने के दिए निर्देश

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Politalks.News/Rajasthan. पिछले लगभग 21 दिन से प्रदेश में जारी सियासी घमासान के बीच गहलोत सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है. सरकार के निर्देश के मुताबिक प्रदेश में 1 सितम्बर से सभी धार्मिक स्थल खुल सकेंगे. गृह विभाग इसके लिए अलग से दिशा निर्देश जारी करेगा. मुख्यमंत्री आवास पर सीएम अशोक गहलोत की अध्यक्षता में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में ये फैसला लिया है. वहीं सीएम गहलोत ने 31 अगस्त तक हर पंचायत में ग्राम रक्षक लगाने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही प्रभारी सचिव 31 अगस्त तक सभी जिले का दौरा करेंगे और सरकार को रिपोर्ट देंगे.

सीएम गहलोत ने प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में आईसीएमआर की अनुमति के साथ जल्द से जल्द प्लाज्मा थैरेपी शुरू करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि प्लाज्मा डोनेट करने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाए. जयपुर, जोधपुर, कोटा एवं उदयपुर के बाद अब बीकानेर में भी प्लाज्मा थैरेपी की शुरुआत हो गई है. 15 अगस्त तक अजमेर में भी प्लाज्मा थैरेपी प्रारम्भ करने के प्रयास किए जा रहे हैं.

मुख्यमंत्री ने कोविड-19 से बचाव के लिए लाउडस्पीकर के माध्यम से जागरूकता फैलाने पर जोर देते हुए कहा कि इस सिस्टम को प्रभावी रूप से लागू करें. स्थानीय बोली में ऎसे संदेश आमजन तक फैलाएं, जिसे वे आसानी से समझ सकें. इस कार्य में पीसीआर वैन, कचरा एकत्र करने वाली गाड़ियों एवं अन्य वाहनों का भी उपयोग किया जा सकता है.

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बैठक के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने क्लियर निर्देश दिए कि सभी जिला कलेक्टर सोशल डिस्टेंसिंग और हैल्थ प्रोटोकॉल के साथ धार्मिक स्थलों को खोले जाने के लिए अभी से तैयारी शुरू करें. सीएम गहलोत ने यह भी निर्देश दिए है कि सभी ग्राम पंचायतों के लिए 31 अगस्त तक ग्राम रक्षकों का चयन करेंं. मुख्यमंत्री ने कहा कि ये ग्राम रक्षक पुलिस और जनता के बीच सेतु का काम करेंगे, जिससे पुलिस के प्रति आमजन में विश्वास और बढे़गा. साथ ही पुलिस को सहयोग और आपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी निगरानी में मदद मिल सकेगी.

सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना से प्रदेशवासियों की जीवन रक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है. जुलाई माह में मृत्यु दर एक प्रतिशत से भी कम रही है. सीएम गहलोत ने कहा, हमारा पूरा प्रयास है कि रिकवरी दर लगातार बढे़ और मृत्यु दर निचले स्तर तक लाएं. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जिलों में कोविड-19 महामारी की और बेहतर मॉनिटरिंग के लिए प्रभारी सचिव 31 अगस्त से दो दिन के दौरे पर जाएं और वहां सभी व्यवस्थाओं का जायजा लें. वे अपने इस दौरे में जागरूकता अभियान, चिकित्सा संसाधनों की स्थिति, प्लाजमा थैरेपी सहित अन्य व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा करें और आवश्यकताओं के संबंध में राज्य सरकार को अवगत कराएं.

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मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि उन जिलों पर विशेष ध्यान दिया जाए, जिनमें जुलाई महीने में अधिक पॉजिटिव केस सामने आए हैं. चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश में लगातार टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है. इसी का परिणाम है कि अब तक हम 45 हजार टेस्ट प्रतिदिन की क्षमता हासिल कर चुके हैं.

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