Politalks.News/Rajasthan-MP. बीजेपी के दिग्गज नेता और राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने एक बार फिर पशुपालकों और किसानों के हित में हुंकार भरी है. इस बार मध्य प्रदेश के वीरपुर कृषि उपज मंडी (श्योपुर ज़िले) में हुई सभा में मीणा ने पशुपालकों और किसानों के खिलाफ अन्याय सहन नहीं करने और उनके हितों के लिए हर कदम पर संघर्ष करने का ऐलान किया है. इस दौरान किरोड़ी मीणा में कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उनके दोस्त हैं और उन्हें इस बात की पूरी उम्मीद है कि वह उनकी मांगों पर सकारात्मक कदम उठाएंगे.
आपको बता दें, सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने मध्यप्रदेश के श्योपुर में सोमवार को हुई इस सभा में मध्यप्रदेश के वन विभाग को कटघरे में खड़ा किया. किरोड़ी मीणा ने कहा कि वन विभाग के अधिकारी पशुपालकों के खिलाफ अन्याय कर रहे हैं. कई बार हालात यहां तक आ जाते हैं कि पशुपालकों की पिटाई करने के साथ ही उनके पशुओं को गिरफ्तार कर थाने तक मैं बंद कर दिया जाता है. बेशकीमती दूध को उड़ेल दिया जाता है. मीणा का कहना है की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उदार हैं, लेकिन अधिकारियों की ओर से उन्हें अंधेरे में रखा जा रहा है. किरोड़ी मीणा ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान तक जब यह बात पहुंचेगी तो वह इस मामले में पशुपालकों का साथ देते हुए उन्हें राहत प्रदान करेंगे. मीणा ने कहा कि इस मामले को लेकर वो केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से भी मुलाकात कर चुके हैं और तोमर ने भी सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
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इस दौरान डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने स्थानीय इलाके में डकैतों के बढ़ते खौफ का मुद्दा भी उठाया. किरोड़ी ने कहा कि यहां डकैतों का अन्नदाता पर अत्याचार हो रहा है. राजस्थान के करौली का जिक्र करते हुए डॉक्टर मीणा ने कहा कि वहां पर भी उन्होंने डकैतों के खिलाफ आवाज बुलंद की थी और हालत यह थी कि एक बार खुद 20 किलोमीटर पैदल बीहड़ यात्रा हाथ में बंदूक लेकर कर चुके हैं. यदि जरूरत पड़ी तो इसी तरह की यात्रा यहां पर भी अन्नदाता के पक्ष में करने के लिए तैयार हैं.
वहीं डॉ किरोड़ी मीणा ने आरक्षण के महत्वपूर्ण मुद्दे का जिक्र करते हुए कहा कि मीणा समुदाय को एसटी वर्ग में आरक्षण का उनका हक दिलाने के लिए स्थानीय और केंद्र सरकार ने पूर्व में भी प्रयास किए थे और वे अब भी इसके लिए प्रयासरत हैं. उम्मीद है इस मामले में भी जल्द समाधान निकल जाएगा. डॉक्टर किरोड़ी मीणा ने कहा कि स्थानीय किसानों और पशुपालकों आजीविका सिर्फ पशुपालन पर आधारित है ऐसे में उनकी जायज मांगों के लिए वह हर कदम पर तैयार है. डॉक्टर मीणा ने इस मौके पर कहा कि मैं पशु पालक एवं किसानों के प्रतिनिधिमंडल के साथ में जल्द ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर इन समस्याओं का हल कराऊँगा, मुझे उम्मीद है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस मामले में सकारात्मक कार्रवाई कर अन्य दाताओं को राहत प्रदान करेंगे.
इन मांगों को लेकर पुलिस और प्रशासन को दिया ज्ञापन-
1.पशुओं के लिए पशु चारागाह घोषित किया जाए
2 स्थानीय आदिवासी निवासियों को वन संपदा की संग्रह और विपणन का अधिकार दिया जाए.
3 क्षेत्र में बसे राजस्व गांवों को जंगल से बेदखल करने से रोका जाए.