Politalks.News/Rajasthan/Ashok-Gehlot. केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों द्वारा आगामी 8 दिसम्बर को बुलाए गए ‘भारत बंद‘ का समर्थन करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. सीएम गहलोत ने ट्वीट कर लिखा कि, ‘NDA सरकार के काम करने के तरीके के कारण भारत बंद की नौबत आई. NDA सरकार के काम करने के गलत तरीके के कारण ही आज देशभर के किसान सड़कों पर आए हैं और ‘भारत बंद‘ का ऐलान किया है.’
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लिखा, ‘मोदी सरकार ने सभी संवैधानिक रीति-रिवाजों और लोकतांत्रिक तरीकों की धज्जियां उड़ा दी हैं. लोकतंत्र में संवाद सबसे जरूरी है. लेकिन नए कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों और किसान संगठनों से कोई बात ही नहीं की. जब केंद्र सरकार शांतिपूर्ण धरनों में जनता की बात नहीं सुनेगी, विपक्ष और राष्ट्रीय किसान संगठनों से संवाद नहीं करेगी, राज्यपाल विपक्षी सरकारों द्वारा सदन में पास किए गए बिलों को राष्ट्रपति के पास नहीं भेजेंगे और राष्ट्रपति विपक्षी पार्टी की सरकार वाले मुख्यमंत्रियों को मिलने का समय नहीं देंगे तो जनता किस तरह अपनी भावना केंद्र सरकार के सामने प्रकट करेगी?’
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मुख्यमंत्री गहलोत ने लिखा कि, ‘मोदी सरकार का रवैया अहंकार और फासीवादी सोच से भरा हुआ है इसलिए वो जनता और विपक्ष की आवाज नहीं सुन रहे. किसी भी सरकार का विरोध, ज्ञापन, धरना प्रदर्शन इत्यादि उसकी नीतियों और फैसलों के कारण होते हैं, जो स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपरा में आवश्यक है. सरकार का विरोध करना देशविरोधी या देशद्रोह नहीं हो सकता है.’
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगे लिखा, ‘जनता की आवाज सुनने की बजाय उन्हें दबाने के मोदी सरकार के तरीके के कारण आज देशभर में किसान सड़कों पर है और तो और जब किसानों के समर्थन में राहुल गांधी और कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब में ट्रैक्टर यात्रा निकाली तब ही केंद्र सरकार इसे गंभीरता से लेती तो आज ये नौबत नहीं आती.’
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इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए ‘भारत बंद‘ का समर्थन करते हुए लिखा कि, ‘किसानों के पक्ष में 8 दिसंबर को भारत बंद का कांग्रेस पार्टी समर्थन करती है. जैसाकि हम जानते हैं, राहुल जी ने हस्ताक्षर अभियान, किसान व ट्रैक्टर रैली द्वारा भी किसानों के पक्ष में आवाज उठाई. वे किसानों के प्रबल समर्थक हैं और किसान हितोंं से जुड़े इस मुद्दे को देश के कोने-कोने में ले जाने के लिए कांग्रेस का हर कार्यकर्ता उनके साथ खड़ा है.’
बता दें कि नए कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब-हरियाणा समेत अन्य राज्यों के लाखों किसान पिछले ग्यारह दिन से दिल्ली और उसके बॉर्डर पर डटे हुए हैं. प्रदर्शनकारी किसानों ने आठ दिसंबर को ‘भारत बंद’ की घोषणा की है. साथ ही यह चेतावनी दी है कि यदि सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती तो आंदोलन तेज किया जाएगा और दिल्ली आने वाले तमाम मार्गों को रोक दिया जाएगा.