पॉलिटॉक्स न्यूज/दिल्ली. पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस और उसके संक्रमण के संकट से गुजर रही है. चीन वायरस से मुक्त होने वाला पहला देश है लेकिन पूरी तरह यहां भी संक्रमण खत्म नहीं हुआ है. दूसरी ओर, कोरोना वायरस के जोखिम से निपटने में भारत की स्थिति चीन से बेहतर बताई जा रही है. यह जानकारी एक रिपोर्ट से सामने आई है. वहीं कोरोना संकट से निपटने के दौरान अपने फैसलों की वजह से भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया का सबसे लोकप्रिय नेता बनाया है. पीएम मोदी को लोकप्रिय नेताओं में पहला स्थान मिला है.
अमेरिका की ग्लोबल डेटा इंटेलिजेंस कंपनी मॉर्निंग कन्सल्ट पॉलिटिकल इंटेलिजेंस के मुताबिक पीएम नरेंद्र मोदी कोरोना से जंग के दौरान दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता बनकर उभरे हैं. अमेरिका में 1 जनवरी से 14 अप्रैल तक किए गए एक सर्वे में पीएम मोदी 68 प्वॉइंट्स के साथ पहले स्थान पर रहे. साल की शुरुआत में पीएम मोदी 62 प्वॉइंट्स के साथ पीछे थे.
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इस लिस्ट में अमेरिकन राष्ट्रपति डोनोल्ड ट्रंप और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे काफी पीछे है. ट्रंप माइनस 3 पॉइंट्स के साथ 8वें और शिंजो आबे माइनस 33 पॉइंट्स के साथ 10वें स्थान पर है. वहीं सर्वे में बताया गया कि पीएम मोदी द्वारा सही वक्त पर लिए गए फैसलों को पूरी दुनिया में सराहा जा रहा है.
वहीं हांगकांग की दिग्गज एंजेसी डीप नॉलेज ग्रुप ने कोरोना वायरस को लेकर 200 देशों की स्थिति का आकलन कर एक विश्लेषण पेश किया है जिसमें कोरोना संकट के दौरान लोगों की सुरक्षा, इलाज, सरकारी प्रबंधन और स्वास्थ्य संबंधी 76 मानकों को परखा गया है. हालांकि सुरक्षा के मानकों में भारत की स्थिति उतनी अच्छी नहीं है लेकिन संक्रमण के खतरे से निपटने में भारत की स्थिति चीन से बेहतर है. भारत संक्रमण फैलने के खतरे, सरकारी प्रबंधन, क्षेत्र विशेष में जोखिम से निपटने में टॉप 20 देशों में 15वें स्थान पर है. इस लिस्ट में चीन और पाकिस्तान नहीं हैं, बल्कि इन दो देशों की स्थिति बांग्लादेश और श्रीलंंका से भी बुरी है.
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कोरोना वायरस से निपटने की हेल्थ सेफ्टी रैंकिंग में इजराइल 632 पॉइंट्स के साथ टॉप पर है. दूसरे, तीसरे और चौथे नंबर पर क्रमश: जर्मनी (631), दक्षिण कोरिया (628) और ऑस्ट्रेलिया (627) है. इस लिस्ट में चीन का स्थान 5वां है. रैकिंग तय करने से पहले सुरक्षा, मौतों की संभावना, संक्रमितों की संख्या में गिरावट जैसे मानकों का अध्ययन किया गया है. इजराइल ने जहां क्वारेंटाइन, ट्रैवल बैन, टेस्टिंग, मॉनिटरिंग और सुरक्षा पर ज्यादा ध्यान दिया. वहीं चीन और जर्मनी ने एआई, रोबोटिक्स, बिग डेटा एनालिसिस के जरिए कोरोना संक्रमण को नियंत्रित किया. इस लिस्ट में भारत टॉप 40 से बाहर है.
कोरोना से लड़ने के सरकारी इंतजामों की बात करें तो भारत में 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया गया था जिसकी अवधि बढ़ाकर 40 दिन कर दी गई है. वहीं, सरकार ने इस दौरान राहत पैकेज की भी घोषणा की है. नियमित रूप से टेस्टिंग की संख्या में भी वृद्धि आई है. कोरोना के मरीजों के आंकड़ों की बात करें तो अभी तक देश में 20 हजार से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है जिनमें से 15769 एक्टिव केस हैं. चार हजार से अधिक मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं जबकि 653 मौत कोरोना संक्रमण के चलते हुई है.