Politalks.News/Rajasthan/Mayor Election. हाल ही में सम्पन्न हुए 6 नगर निगमों के चुनाव के बाद अब महापौर के लिए होने जा रहे चुनावों को लेकर पार्टियों में अंदरूनी खींचतान शुरू हो गई है. इसी कड़ी में प्रदेश के जयपुर नगर निगम सहित सभी 6 नगर निगमों में से किसी एक में भी मुस्लिम वर्ग में से एक भी महापौर पद का उम्मीदवार नहीं बनाने को लेकर अंदर खाने चल रही नाराजगी अब खुलकर सामने आ गई है. शुक्रवार को मुस्लिम प्रोग्रेसिव फोरम के बैनर तले दो दर्जन से ज्यादा कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया और कांग्रेस पार्टी से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की.
पीसीसी के बाहर धरना दे रहे मुस्लिम नेताओं ने कांग्रेस पार्टी को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने अपने फैसले पर पुनर्विचार नहीं किया तो आने वाले चुनावों में इसका परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा. पीसीसी मेंबर और मुस्लिम प्रोग्रेसिव फोरम के अध्यक्ष शरीफ खान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमारे साथ छल किया है.
उन्होंने कहा है कि सर्वाधिक पार्षद हमारे समाज के होने के बावजूद भी कहीं भी मेयर पद का उम्मीदवार अल्पसंख्यक वर्ग से नहीं बनाया है, जो कि हमारे साथ सबसे बड़ा छल है.
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शरीफ खान ने कहा कि न तो राजनीतिक नियुक्तियों और ना ही अब महापौर में हमारे समाज को प्रतिनिधितव दिया गया. जबकि हमारा समाज कांग्रेस के लिए सदैव सौ फीसदी मतदान करता है. खान ने आगे कहा कि जब तक कांग्रेस पार्टी अपने फैसले पर पुनर्विचार नहीं करती तब तक हमारा अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा. बता दें कि नगर निगम चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन शानदार रहा है. अब पार्टी कई निगमों में अपना बोर्ड बनाने की कवायद में जुट गई है.