टूलकिट FIR मामले में संबित पात्रा ने मांगा समय तो वहीं गिरफ्तारी देने पहुंचे पूर्व CM रमन सिंह बैठे धरने पर

रायपुर में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा दर्ज करवाए मामले में पुलिस ने भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को पूछताछ के लिए नोटिस किया जारी, संबित पात्रा ने उपस्थित होने के लिए मांगा एक सप्ताह का समय, लेकिन रमन सिंह इसके विरोध में अपनी गिरफ्तारी देने के लिए सोमवार को पहुंचे सिविल लाइन थाने, पुलिस ने रमन सिंह को पुलिस स्‍टेशन के बाहर ही रोका तो बैठे धरने पर

टूलकिट FIR मामले में गिरफ्तारी देने पहुंचे पूर्व CM रमन सिंह बैठे धरने पर
टूलकिट FIR मामले में गिरफ्तारी देने पहुंचे पूर्व CM रमन सिंह बैठे धरने पर

Politalks.News/ChattisgarhPolitics. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा द्वारा कांग्रेस और राहुल गांधी पर टूलकिट को लेकर किए ट्वीट के बाद सियासत में आया उबाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस मामले में सबसे ज्यादा बवाल छत्तीसगढ़ में मचा हुआ है. टूलकिट मामले में संबित पात्रा और छत्‍तीसगढ़ के पूर्व मुख्‍यमंत्री डॉक्‍टर रमन सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का मामला सियासी रंग लेता जा रहा है. राजधानी रायपुर में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा दर्ज करवाए मामले में पुलिस ने भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया गया. इस पर संबित पात्रा ने उपस्थित होने के लिए एक सप्ताह का समय मांगा, लेकिन रमन सिंह इसके विरोध में अपनी गिरफ्तारी देने के लिए सोमवार को सिविल लाइन थाने पहुंचे. यहां पुलिस ने रमन सिंह को पुलिस स्‍टेशन के बाहर ही रोक दिया. इस पर रमन सिंह थाने के बाहर ही धरने पर बैठ गए और अपनी गिरफ्तारी की मांग करने लगे. पूर्व मुख्यमंत्री के साथ विष्‍णुदेव साय, धरमलाल कौशिक, बृजमोहन अग्रवाल और राजेश मूणता जैसे वरिष्‍ठ बीजेपी नेता भी धरने पर बैठ गए. वहीं, इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता लगातार नारे लगा रहे .

आपको बता दें, टूलकिट ट्वीट मामले में राजनीतिक सरगर्मियां अचानक बढ़ गई हैं. छत्तीसगढ़ बीजेपी ने पुलिस के एफआईआर दर्ज करने के खिलाफ प्रदेशव्यापी आंदोलन का ऐलान कर दिया है. प्रदेश के सभी थानों में रमन सिंह के समर्थन में भाजपाई कार्यकर्ता सोमवार को अपनी गिरफ्तारी देने पहुंचे. 05-05 की संख्या में सभी थानों पर भाजपाई कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. बता दें कि खबर लिखे जाने तक टूलकिट FIR के विरोध में छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ भाजपा का प्रदर्शन जारी है.

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इससे पहले टूलकिट मामले में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ 19 मई को एफआईआर दर्ज करने के बाद सिविल लाइन पुलिस ने रविवार को संबित पात्रा को नोटिस भेजकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बयान दर्ज कराने कराने कहा था. रायपुर पुलिस के अधिकारी शाम 4 बजे डॉ संबित पात्रा का ऑनलाइन इंतजार भी करते रहे, लेकिन वह नहीं पहुंचे. पूछताछ के लिए निर्धारित समय से 10 मिनट पहले डॉ संबित पात्रा ने अपने वकील अपूर्व कुरूप के माध्यम से रायपुर पुलिस को एक ईमेल भेजकर कुछ समय देने का आग्रह किया. संबित पात्रा के वकील ने रायपुर पुलिस से 1 सप्ताह का समय मांगा है. वहीं छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह सोमवार को गिरफ्तारी देने की घोषणा की.

आपको बता दें, रविवार को रायपुर पुलिस टूलकिट मामले में डॉ संबित पात्रा से विस्तार से पूछताछ करने के लिए तैयार बैठी थी. इसके लिए पुलिस ने 11 प्रश्नों की एक प्रश्नावली भी तैयार की थी. लेकिन डॉ संबित पात्रा के ऑनलाइन हाजिर नहीं होने के उनसे पूछताछ टाल दिया गया है, और उनके आवेदन पर पूछताछ के लिए तिथि तय नहीं की गई है. जल्द ही पूछताछ और बयान के लिए नई तिथि निर्धारित की जाएगी और उन्हें एक बार फिर तलब किया जाएगा.

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गौरतलब है कि बीती 19 मई को रायपुर के सिविल लाइन थाने में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा की शिकायत पर पुलिस ने डॉ रमन सिंह, संबित पात्रा और अन्य लोगों के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज किया किया था. इसके बाद सिविल लाईन थाना प्रभारी ने शनिवार देर शाम ईमेल के जरिए संबित पात्रा को नोटिस भेजा था. संबित पात्रा को भेजे गए नोटिस में उनके खिलाफ धारा 5०4,5०5(1) (बी) (सी),469 एवं 188 के तहत कल शाम चार बजे थाने में व्यक्तिगत रूप से अथवा वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए उपस्थित होने की बात कही गई थी. यही नहीं नोटिस का पालन नही करने पर वैधानिक कार्यवाही की चेतावनी भी नोटिस में लिखी गई थी.

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