Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश के 6 जिलों में सम्पन्न हुए पंचायती राज और जिला प्रमुखों के चुनाव में बहुमत के बावजूद जयपुर जिला प्रमुख में कांग्रेस की हार के बाद पायलट गुट के विधायक वेदप्रकाश सोलंकी के खिलाफ कार्यवाही की मांग जोर पकड़ती जा रही है. इस मामले में गहलोत सरकार में मंत्री अशोक चांदना ने जहां पायलट खेमे को जयचंद बताया तो वहीं पायलट कैंप के विधायक इंद्राज गुर्जर और रामनिवास गावड़िया ने पलटकर गहलोत गुट के मंत्री-विधायक पर पलटवार किया है. इसी कड़ी में अब प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ विधायक गोविंद राम मेघवाल ने भी पायलट गुट पर जोरदार हमला बोलते हुए चाकसू विधायक वेदप्रकाश सोलंकी के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की उम्मीद जताई है.
कांग्रेस के जयपुर संभाग प्रभारी गोविंद राम मेघवाल ने प्रेस को बताया कि ये वहीं लोग हैं जिन्होंने पिछले साल बीजेपी के साथ मिलकर गहलोत सरकार को गिराने की साजिश रची थी. वेदप्रकाश सोलंकी की ओर से ब्लॉक अध्यक्ष के द्वारा 2 मेंबर्स को भगा ले जाने का ऑडियो वायरल होने के मामले पर गोविंद मेघवाल ने कहा कि अपने अपराध छिपाने के लिए लोग इस तरह का ड्रामा रचते हैं. आपको बता दें, गोविंद राम मेघवाल ने वेदप्रकाश सोलंकी की भूमिका को लेकर अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को सौंप दी हैं, इस रिपोर्ट में वेदप्रकाश सोलंकी पर कार्रवाई की सिफारिश की गई है.
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मीडिया से बातचीत में गोविंद मेघवाल ने बताया कि मैंने प्रधान के चुनाव का सिंबल देने के दौरान 5 सितंबर को ही कई बार सोलंकी को फोन करके कहा था कि अपने दोनों मेंबर्स को लेकर रिसोर्ट में आ जाओ, चूंकि मुझे सूचना थी कि दोनों मेंबर इनके पास ही है लेकिन इसी दौरान सोलंकी ने मुझे एक ऑडियो भेज कर आरोप लगाया कि ब्लॉक अध्यक्ष गंगाराम दोनों मेंबर्स को लेकर भाग गए हैं. तब मैंने सोलंकी को कहा कि आप वहां से विधायक हैं, तीनों पंचायतों में टिकट आप की सिफारिश से मिली है, ऐसे में ब्लॉक अध्यक्ष उम्मीदवारों को लेकर कैसे भाग सकता है? मुझे तो उसी समय संदेह हुआ था.
सोलंकी के आरोप के बाद मैंने जब ब्लॉक अध्यक्ष गंगाराम से बात की तो पता चला कि गंगाराम बहुत वरिष्ठ कांग्रेसी हैं और वेद वेद सोलंकी को विधायक का चुनाव जिताने में उनकी बड़ी भूमिका रही है. गंगाराम ने साफ कहा कि वे दोनों मेंबर्स को जानते तक नहीं हैं, अगर उनकी और मेंबर की कॉल डिटेल निकल आए तो वह आज ही राजनीति से सन्य़ास ले लेंगे. विधायक गोविंद मेघवाल ने आगे कहा कि राजनीति में आदमी का चरित्र होना चाहिए. आप सिंबल ले जा रहे हैं, मेंबरों को जिता रहे हैं और ले जाकर बीजेपी को दे रहे हैं. इस से अच्छा है कि आप सिंबल नहीं लें.
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गोविंदा मेघवाल यहीं नहीं रुके, बल्कि सचिन पायलट खेमे पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि यह वही लोग हैं जिन्होंने गहलोत सरकार को गिराने की साजिश रची थीं. आए दिन बयानबाजी करते हैं, हम लोग सोचते हैं कि हमारे लोग हैं इन लोगों को समझ में आ जाएगी. मेघवाल ने आगे कहा कि जब आदमी पहली बार विधायक बनता है तो अति उत्साह में विधानसभा के बाहर और अंदर पार्टी के विरुद्ध बोल जाता है लेकिन इन लोगों ने तो पूरा वातावरण दूषित कर रखा है. हम चिंतित हैं इन लोगों ने हमारी पीठ पर छुरा घोंपा है. इस तरह साजिशें रचकर राजनीति करने से बेहतर है कि आदमी अपने घर बैठक जाए.
कांग्रेस संभाग प्रभारी गोविंद मेघवाल ने कहा कि हम मतदान वाले दिन भी सुबह से लगातार वेदप्रकाश सोलंकी से फोन पर बात करते रहे लेकिन वो हर बार आने में आनाकानी करते रहे और 6 तारीख को शाम 4 बजे जिला परिषद मुख्यालय के मतदान केंद्र पर पहुंचे और ड्रामेबाजी करते रहे. जिला परिषद मेंबर जैकी टाटीवाल के पिता को ले आए और कहा कि मेरी जिम्मेदारी है लेकिन जैकी टाटीवाल तो भाजपा की गाड़ी में बैठ कर आया. मेघवाल ने आगे कहा कि जब सोलंकी ने मुझे फोन कर आरोप लगाया कि ब्लॉक अध्यक्ष दोनों मेंबर्स को लेकर चला गया तो फिर आप मेंबर्स के जिम्मेदारी कैसे ले रहे हो कि वह वोट कांग्रेस पार्टी को देगा. गोविंद मेघवाल ने सोलंकी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि सोलंकी ने दिखावे के लिए भाजपा की बस को रोकने का प्रयास और दिखावे के लिए थाने में एफआईआर करवाई, जबकि भाजपा के लोगों ने तो वेदप्रकाश सोलंकी को कंधे पर बैठा रखा था और भाजपा जिंदाबाद के नारे लग रहे थे.
इस पूरे घटनाक्रम पर आलाकमान के लिए तैयार की गई रिपोर्ट को लेकर वरिष्ठ विधायक गोविंद मेघवाल ने कहा कि उन्होंने इस पूरे वृतांत में जितनी भी बातचीत वेद प्रकाश सोलंकी से हुई है, उसका ब्यौरा और पूरे घटनाक्रम को लेकर रिपोर्ट तैयार करके प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को सौंप दी है. रिपोर्ट में सोलंकी पर कार्रवाई की सिफारिश की गई है, हमें पूरी उम्मीद है कि रिपोर्ट के आधार पर सोलंकी के खिलाफ जल्द कार्रवाई होगी.