पेगासस मामले में एकजुट विपक्ष का सदन में जबरदस्त हंगामा तो बाहर राहुल के आरोपों पर पात्रा का पलटवार

पेगासस जासूसी मामले को लेकर 14 विपक्ष दलों का हंगामा, स्पीकर के सामने पर्चे फेंके जाने वाले 10 सांसदों को सदन से किया जा सकता है निलंबित, विपक्षी दलों ने एकजुट होकर सरकार को घेरने की बनाई योजना, राहुल गांधी एक अलग ही तेवर में आए नजर, तो वहीं बीजेपी ने विपक्षी पार्टियों और मुख्यतः कांग्रेस पर साधा जमकर निशाना

राहुल गांधी के आरोपों पर संबित पात्रा का पलटवार
राहुल गांधी के आरोपों पर संबित पात्रा का पलटवार

Politalks.News/Delhi. पेगासस जासूसी मामले को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर है. 19 तारीख से शुरू हुए मानसून सत्र के दौरान एक दिन भी ऐसा नहीं निकला जब सदन के दोनों सदनों की कार्यवाही व्यापक रूप से चली हो. एक और जहां विपक्ष सदन में सरकार से बढ़ती महंगाई, किसान आंदोलन और सबसे महत्वपूर्ण पेगासस मामले को लेकर चर्चा करना चाहती है तो वहीं सत्ताधारी पार्टी भी विपक्ष को चर्चा की लॉलीपॉप दे रही है. हालांकि विपक्ष के हंगामे के बीच सरकार एक के बाद एक कई बिल सदन में पास करवा रही है. सदन में विपक्ष को घेरने के लिए 14 विपक्षी दलों ने एकजुट होकर चर्चा की और सरकार को घेरने की योजना बनाई. बैठक के बाद राहुल गांधी एक अलग ही तेवर में नजर आये तो वहीं बीजेपी ने विपक्षी पार्टियों और मुख्यतः कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.

सदन में हंगामे को लेकर 10 सांसद किये जायेंगे निलंबित!
बुधवार को जब लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई तभी से विपक्षी दल के नेता वेल में आकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. पेगासस जासूसी कांड, महंगाई और कृषि कानूनों के मुद्दे पर लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने स्पीकर की तरफ पर्चे फेंके और खेला होबे के नारे लगाए. विपक्ष के हंगामे के चलते दोनों सदनों की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी. सूत्रों के अनुसार ये भी बताया जा रहा है कि सरकार सदन में हंगामा करने वाले और स्पीकर के सामने पर्चे फेंके जाने वाले सांसदों पर कार्यवाही करने की तयारी कर रही है. असम्मानजनक बर्ताव करने पर लोकसभा के 10 सांसदों को सदन से निलंबित किया जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक सांसद गुरजीत सिंह औजला, टीएन प्रथापन, मणिकम टैगोर, रवनीत सिंह बिट्टू, हिबी ईडेन, जोति मणि सेन्नमलई, सप्तगिरि संकर उलका, वी वैथिलिंगम और ए एम आरिफ का निलंबन हो सकता है.

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विपक्षी दलों ने बैठक कर विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष को घेरने की बनाई रणनीति
वहीं सदन के बाहर कांग्रेस सहित 14 विपक्षी दलों ने एक बैठक का आयोजन किया और सदन में सरकार को घेरने पर योजना बनाई. बैठक के बाद एक प्रेस वार्ता कर राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. इस दौरान राहुल गांधी एक अलग ही तेवर में दिखाई दिए. प्रेस वार्ता के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि सरकार सदन में विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है. हमारा तो यही सवाल है कि क्या देश की सरकार ने पेगासस ख़रीदा है या नहीं. क्या सरकार ने अपने लोगों पर भी पेगासस का इस्तेमाल किया है या नहीं. राहुल गांधी ने कहा कि हम संसद को चलने से रोक नहीं रहे हैं बल्कि हम तो अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं. देश में मेरे खिलाफ, सुप्रीम कोर्ट और प्रेस के लोगों की जासूसी कराई जा रही है. जिस हथियार का इस्तेमाल हमारे खिलाफ किया जा रहा है उसका इस्तेमाल आतंकवादियों के खिलाफ होना चाहिए था.

मीडिया से बोले राहुल- हमें पता है आप किसके लिए काम करते हैं
वहीं सदन में TMC सांसद द्वारा केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथ से पेपर फाड़कर फेके जाने के बारे में जब राहुल गांधी से पूछा गया तो राहुल ने कहा कि आप इस मुद्दे से हमारा ध्यान मत भटकाइए, हमें पता है कि आप किसके लिए काम करते हैं. हम और इस देश की जनता जानती है कि हिन्दुस्तान के लोकतंत्र पर हमला हुआ है. हम सिर्फ और सिर्फ इस मुद्दे पर चर्चा करना चाहते हैं सदन में. राहुल गांधी ने आगे कहा कि यदि हमने अभी यह कह दिया कि अभी पेगासस पर बात नहीं करेंगे तो यह मुद्दा पूरी तरह खत्म हो जाएगा. ये हमारे लिए राष्ट्रवाद का मामला है. ये एंटी नेशनल काम है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने इस देश की आत्मा को चोट पहुंचाई है. हम सिर्फ इतना जानना चाहते हैं कि क्या सरकार ने इसका इस्तेमाल किया और सरकार ने किस-किस पर इसका इस्तेमाल किया?

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सदन में हंगामे को लेकर 10 सांसद किये जायेंगे निलंबित!
पेगासस मामले पर बोलते हुए राहुल ने सवाल उठाया कि मैं देश के युवाओं से जानना चाहता हूं कि आपके मोबाइल पर नरेंद्र मोदी जी ने एक हथियार डाला है. मेरे खिलाफ, सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ, प्रेस के लोगों के खिलाफ, कार्यकर्ताओं के खिलाफ इस हथियार का प्रयोग हुआ. तो फिर क्या कारण है कि सदन में इस पर बात नहीं हो रही है.

राहुल के बयान पर पात्रा का पलटवार
वहीं राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी कहते हैं कि उनके फ़ोन में हथियार है तो फिर इस लेकर उन्होंने अब तक पुलिस में शिकायत दर्ज क्यों नहीं करवाई. क्या कारण है कि वे फोन की फोरेंसिक जांच नहीं करा रहे हैं? उनके मोबाइल में ऐसा क्या है, जो वे जांच कराने से डर रहे हैं. यदि हमारे या आपको फोन में हथियार होगा तो क्या हम घर पर बैठेंगे? बिल्कुल नहीं.

राहुल गांधी से तो खुद से ही नहीं संभाली जा रही अपनी पार्टी- पात्रा
संबित पात्रा ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी सहित विपक्ष के तमाम नेता सदन की कार्यवाही नहीं चलने दे रहे हैं. जनता सदन में कोरोना पर चर्चा चाहती थी, लेकिन विपक्ष ने ये होने नहीं दिया. कांग्रेस असली मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहती है. आखिर राहुल गांधी की जासूसी कोई क्यों करवाएगा. उनसे तो उनकी खुद की कांग्रेस पार्टी ही नहीं संभाली जा रही है. संबित पात्रा ने आगे कहा कि एक केंद्रीय मंत्री सदन में जवाब देते हैं और उनके हाथ से कागज छुड़ाकर फाड़ दिया जाता है, क्या इसी लोकतंत्र की बात हो रही है. एक समय राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के हाथ से जिस तरह कागज छुड़ाकर फाड़ा था, इसी तरह उनके कुछ साथियों ने भी संसद में ये काम किया.

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क्या है पेगासस मामला
आपको बता दें कि न्यूज़ पोर्टल ‘द वायर’ ने एक रिपोर्ट के अनुसार उद्योगपति अनिल अंबानी और CBI के पूर्व प्रमुख आलोक वर्मा का नाम भी फ़ोन टैपिंग मामले में शामिल किया गया था. CBI के पूर्व प्रमुख आलोक वर्मा को केंद्र सरकार ने साल 2018 में सीबीआई प्रमुख के पद से बर्खास्त कर दिया था. वहीं राफेल विमान बनाने वाली कंपनी दसॉल्ट एविएशन के प्रतिनिधि वेंकट राव पोसिना, साब इंडिया के प्रमुख इंद्रजीत सियाल और बोइंग इंडिया के प्रमुख प्रत्यूष कुमार के नंबर भी 2018 और 2019 में विभिन्न अवधि में (पेगासस) लीक आंकड़े में शामिल हैं. राफेल विमान खरीद मामले में लगतार विपक्ष केंद्र सरकार पर अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा चुके हैं.

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