PM मोदी को तानाशाह साबित करने में राहुल गांधी भूले महात्मा गांधी व मनमोहन भी M नाम से हैं आते

राहुल का कहना है कि जितने भी एम नाम के व्यक्ति होते हैं सभी तानाशाह की श्रेणी में आते हैं, लगता है राहुल गांधी A B C D सीख रहे हैं और अभी M पर पहुंचे हैं. आज वे मियां खलीफा की तारीफ कर रहे हैं जबकि मनमोहन सिंह, महात्मा गांधी का नाम भी M से है- संबित पात्रा

राहुल गाँधी के M के ज्ञान पर भड़के संबित पात्रा
राहुल गाँधी के M के ज्ञान पर भड़के संबित पात्रा

Politalks.News/NewDelhi. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी के ऊपर तंज कसते हुए एक ट्वीट कर कहा कि दुनिया के अधिकतर तानाशाहों के नाम ‘एम (M)‘ अक्षर से ही क्यों शुरू होते हैं. राहुल का कहना है कि जितने भी एम नाम के व्यक्ति होते हैं सभी तानाशाह की श्रेणी में आते हैं. इसके लिए बाकायदा राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए दुनिया के टॉप तानाशाहों का उल्लेख करते हुए मार्कोस, मुसोलिनी, मिलोसेविक, मुबारक, मोबुतू, मुशर्रफ, माइकोमबेरो का नाम लिखा. बता दें कि प्रधानमंत्री के नाम में भी एम यानी मोदी है. इस पर पलटवार करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि, उन्होंने कहा कि लगता है राहुल गांधी A B C D सीख रहे हैं और अभी M पर पहुंचे हैं. आज वे मियां खलीफा की तारीफ कर रहे हैं जबकि मनमोहन सिंह, महात्मा गांधी का नाम भी M से है.

सरकार को ही पीछे हटना ही होगा, फायदा इसी में है कि कानून वापस ले लें: राहुल गांधी

वहीं बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि किसान हिन्दुस्तान की शक्ति है, उसे दबाना, धमकाना, मारना सरकार का काम नहीं है. सरकार का काम किसान से बात करके इस समस्या का समाधान करना है. मैं किसानों को बहुत अच्छे से जानता हूं, ये पीछे हटने वाले नहीं हैं. सरकार को ही पीछे हटना होगा. फायदा इसी में है कि कानून वापस ले लिया जाए.

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भाजपा सरकार द्वारा किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए सड़कों पर लगाई गई नुकीली किलों और कंटीली तारबंदी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि सरकार आंदोलनकारी किसानों के चलते किलेबंदी क्यों कर रही है, क्या ये किसानों से डरते हैं? राहुल ने कहा कि आज दिल्ली किसानों से घिरी हुई है, क्यों आज दिल्ली को किलेबंदी में बदला जा रहा है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री कहते है कि ऑफर टेबल पर है कि दो साल के लिए इसे रोका जा सकता है, इस समस्या का हल किया जाना चाहिए.

दूसरी ओर काग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पहली बार सरकार और किसानों के सामने यह गतिरोध नहीं हुआ है बल्कि इसका इतिहास सैकड़ों साल पुराना है. कभी ये जमींदारी तो कभी सरकार के खिलाफ लड़ते रहे हैं. सरकार को अंग्रेजों के जमाने में झुकना पड़ा. यहां हम आपको बता दें कि केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन लगातार 70वें दिन भी जारी है. देशभर के कई किसान संगठन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं. हालांकि सरकार इन कानूनों में केवल संशोधन की बात कर रही है.

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राहुल गांधी चाहते हैं कि सड़कों पर लड़ाई हो, गोली चले, लाशें बिछ जाएं: संबित पात्रा

राहुल गांधी के आरोपों पर जवाब देते हुए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कुछ देर पहले राहुल गांधी ने कहीं न कहीं किसान बंधुओं के कंधे पर बंदूक रखकर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने की कोशिश की. संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी ने धमकाया कि कोई पीछे नहीं हटेगा, बातचीत में हम विश्वास नहीं रखते हैं. संबित पात्रा ने कहा कि तो क्या राहुल गांधी चाहते हैं कि सड़कों पर लड़ाई हो, गोली चले, लाशें बिछ जाएं. पात्रा ने कहा कि, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष हुड़दंगियों को रिहा करने की बात कर रहे हैं, क्या उपद्रवी राहुल गांधी के अपने हैं?

राहुल गांधी ये तो किसानों का आंदोलन हैं और किसानों ने कहा है कि उनका किसी राजनीतिक पार्टी से कोई सरोकार नहीं है, फिर आप उनके पैरोकार क्यों बन रहे हैं. संबित पात्रा ने कहा कि 26 जनवरी को लाल किला पर हुई घटना में उपद्रव हुआ था तो, राहुल गांधी समेत तमाम कांग्रेस नेताओं ने कहा था कि ये बीजेपी के कार्यकर्ता हैं. जब ये हुड़दंगी गिरफ्तार हो रहे हैं, तो आप कह रहे हैं कि इनको रिहा कर दीजिए. आपको क्यों इतनी पीड़ा हो रही है, भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि इसका सीधा अर्थ है कि ये आप ही के लोग थे.

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दिग्विजय सिंह के समय 24 किसानों की हुई थी मौत

प्रेस कॉन्फ्रेंस में संबित पात्रा ने बैतूल के मुलताई कांड का भी जिक्र किया. पात्रा ने कहा कि मध्य प्रदेश के बैतूल स्थित मुलताई में आंदोलन कर रहे किसानों पर कांग्रेस शासन में फायरिंग हुई थी, जिसमें 24 किसानों की मौत हुई थी. घटना 12 जनवरी 1998 की है और उस वक्त राज्य के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह थे. इसके बाद संबित पात्रा तंज भरे लहजे में कहा कि राहुल जी, रिहाना और मिया खलीफा संसद और सुप्रीम कोर्ट के बारे में नहीं जानते हैं लेकिन आप तो इसे समझते हैं.

वहीं राहुल गांधी द्वारा पीएम मोदी के नाम मे M अक्षर को लेकर किए गए ट्वीट पर पलटवार करते हुए संबित पात्रा ने कहा कि लगता है राहुल गांधी A B C D सीख रहे हैं और M पर पहुंचे हैं. आज वे मियां खलीफा की तारीफ कर रहे हैं जबकि मनमोहन सिंह, महात्मा गांधी का नाम भी M से है.

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