जबरदस्त धैर्य, मर्यादित भाषा और संयम से निखरी सचिन पायलट की छवि
इतना कुछ हुआ पर सचिन पायलट ने राजनीति की मर्यादाएं नहीं लांधी, अपशब्द का इस्तेमाल नहीं किया, अपमान का हर घूंट पीकर भी कांग्रेस के साथ खड़े रहने की ही बात करते रहे, सीमा पार कर रही उस संकट की स्थिति में भी सचिन ने राजनीति का सलीका नहीं छोड़ा, न तो मुख्यमंत्री गहलोत पर कोई व्यक्तिगत आरोप लगाये और न ही पार्टी या इसके नेतृत्व पर कोई छींटाकशी की