राजस्थान में विकास चाहते हैं तो परिवर्तन लाइए और विकास में सहयोग कीजिये- नितिन गडकरी

भाजपा की चौथी परिवर्तन यात्रा की शुरूआत आज हनुमानगढ के गोगामेडी में नितिन गडकरी ने की, इस दौरान जनता को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर जमकर हमला बोला, साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की जमकर की तारीफ, वही गडकरी ने जनता से राजस्थान में परिवर्तन की मांग की

nitin gadkari
nitin gadkari

Rajasthan Politics: राजस्थान में भाजपा परिवर्तन यात्रा निकाल रही है. भाजपा की चौथी परिवर्तन यात्रा की शुरूआत आज हनुमानगढ के गोगामेडी में केंद्रीेय सडक एवं भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने की. इस दौरान आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि गोगाजी महाराज के मंदिर में मैने पूजा करके राजस्थान को सुजलाम सुफलाम बनाने और प्रदेश में प्रगति के लिए परिवर्तन यात्रा को शक्ति देने के लिए प्रार्थना की है. राजस्थान में परिवर्तन की मांग की है.

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मैं भी किसान हूं और किसान का बेटा हूं. मैं उस क्षेत्र से आता हूं जहां किसान आत्महत्या के सारे रिकॉर्ड टूट गए, महाराष्ट्र के विदर्भ में दस हजार से ज्यादा किसानों ने पानी की कमी के चलते आत्महत्या कर ली. मैने मेरे राजनैतिक जीवन में पूरा समय देकर विदर्भ में किसानों की आत्महत्या रोकने के लिए काम किया है. आज किसान की सबसे बडी समस्या है खेत को पानी मिलना. राजस्थान में भी पानी की कमी है. किसान के कुएं और बोर में पानी होगा तो ही वह दोगुनी फसल पैदा करेगा और उसकी समृद्धि होगी. अभी तो हमारे यहां भारत सरकार की योजना में तीन कुंए हैं और उनमें साढे सात हॉर्स पावर के तीन पंप मैने लगवाए हैं. इनमें सुबह आठ से शाम छह बजे तक पानी ही पानी होता है. जैसे आपके सतीश पूनिया को पीएचडी मिली हैं. एैसे ही मुझे भी 06 डी-लिट की उपाधि मिल चुकी हैं. जिसमें से 04 एग्रीकल्चर साइंस में मिली हैं. इसलिए आपको एक मंत्र देना चाहूंगा कि दौडने वाले पानी को चलने में लगाओं, चलने वाले पानी को रूकने के लिए और रूकने वाले पानी को जमीन को पीने के लिए. गांव का पानी गांव में, खेत का पानी खेत में और घर का पानी घर में काम में लोगे तो कुएं में चौबीस घंटे पानी आएगा.

यह भी पढ़ें: बीजेपी का तेज तर्रार वार, इस बार राहुल-प्रियंका के रिश्तों पर प्रहार

मंत्री गडकरी ने कहा कि मैंने सभी सांसदों से अपील की है कि आपके यहां जो भी एनएचआई का काम चल रहा है वहां जिला कलेक्टर से आदेश निकलवा कर वहां नालों का खुलीकरण सुंदरीकरण करवाएं. जब मैं जल संवर्धन का मंत्री था तब वसुंधरा राजे और सांसद राहुल कस्वा हमारे यहां आते थे और कहते थे कि हमारे यहां बीते 25-30 सालों से योजनाएं अटकी हुई है, इन्हे मंजूर कराने के लिए ये मेरे पास आते थे. ये योजनाएं कौनसी थी पहली इंदिरा कैनाल परियोजना जिसका कॉक्रीटीकरण करना था, ईस्ट कैनाल का प्रकाश सिंह बादल के गांव में पेटा क्षतिग्रस्त हो गया था. मैने वसुंधरा राजे से पूछा कि पंजाब की नहर से आपका क्या काम है तो उन्होने कहा कि इस कैनाल से राजस्थान के 08 जिलों में पानी की पूर्ति होगी. तब हमने 2500 करोड की लागत से इस कैनाल का कॉंक्रीटीकरण कराया था. मेरे समय में दिल्ली, हिमाचल, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और राजस्थान के मुख्यमंत्री मेरे पास बैठे थे. बहुत लंबा समय हो गया लेकिन सवाल सुलझ नहीं रहा था. तब मैने कहा था कि जब तक इस डायलॉग पर गतिरोध समाप्त नहीं होगा इस कार्यालय का दरवाजा नहीं खुलेगा. मुझे खुशी है कि सुलह हुई और 1965 से 2019 तक के लंबित मामलों का निपटारा हुआ. सभी राज्यों के पानी से जुडे मामले बेहद बुरे हाल में थे. लखवाड बहुउद्देशीय परियोजना, रेणुका परियोजना, किसाऊं परियोजना और ताजेवाला बैराज से राजस्थान को पानी देने वाली योजनाओं को मंजूरी मिली. वसुंधरा राजे सरकार के समय वसुंधरा राजे ने मुझसे मांग की, यमुना लिंक का पानी झुंझुनू और चुरू को मिलना चाहिए इसके लिए भी हमने डीपीआर बनवाई थी. अभी गजेन्द्र शेखावत इस विभाग के मंत्री है मुझे उम्मीद है कि राजस्थान को लाभ मिलेगा.

मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि चुरू के सांसद राहुल कस्वां और नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड ने तीन आरओबी रक्षासेतु बंधन योजना में मुझसे मांगे हैं जिसमें नौहर, गोगामेडी और भादरा शामिल हैं. इन तीनों को मैं मंजूरी देता हूं. चुरू रिंग रोड की मांग की भी मंजूरी और डीपीआर पर आज से ही काम शुरू करने को बोलूंगा. राजस्थान में बीते सालों में इतने रोड बने हैं कि सभी को पता है. मेरे पास वसुंधरा राजे, राहुल कस्वां और राजस्थान के आईएएस अधिकारी सचिव राजीव महर्षि मेरे पास आए थे. राजीव महर्षि ने परेशान होकर कहा कि एनएचआई की योजना पूरी ही नहीं होती तो इसे वापिस लेकर किसी अन्य मद के काम करा दीजिए. तब मैने कहा था कि वसुंधरा राजे जी अब यूपीए की सरकार नहीं है, आप देखते जाईए पांच सालों में कितनी सडके आपके यहां बनती हैं. हमने नदियों को जोडने का काम किया जिसमें यमुना संपर्क परियोजना, साबरमती परियोजना, पार्वती संपर्क परियोजना और राजस्थान में ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे, बायपास सडक, 15 आरओबी बनाने का काम किया. राजस्थान में किसान कपास उगाता है, लेकिन कपास सस्ती, कपडा महंगा, संतरा सस्ता, ज्यूस मंहगा है. इसलिए मै कहना चाहूंगा कि आज का समय तकनीक का समय है.

मंत्री गडकरी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के समय मुझे बुलाकर पूरे देश में प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना पर काम करने के लिए मुझे कहा गया था. जिसके तहत हमने देश के गांवो को पक्की सडकों से जोडने का काम किया था. इसके लिए आपके मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत ने मुझे राजस्थान बुलाकर सराहना भी की थी. बीते नौ सालों में आपके राजस्थान में चार गुना ज्यादा सड़कें बनी हैं, और यह राजस्थान के लिए ऐतिहासिक काम है. देश के पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं. जिनके राज में सबसे ज्यादा राष्ट्रीय राजमार्ग बने हैं. किसानों का भला पुराने ढर्रे पर चलने से नहीं होगा. आज किसान को अन्नदाता, ऊर्जादाता, बिटुमिन दाता और हाईड्रोजन दाता बनने का समय है. आज गन्ने के ज्यूस, सीरा, मक्के, ज्वारी, बाजरा और सभी चीजों से एथेनॉल बनता है. इस दिशा में किसानों को सोचने की जरूरत है. अभी दस दिन पहले टोयोटा की एक कार इनोवा लॉंच करने के अवसर पर मुझे बुलाया गया था. ये सभी कारें एथेनॉल वाले ईंधन से चलने वाली कारें होंगी. चांवल की परली से भी एथेनॉल बनाने का काम चल रहा है. किसान तभी आत्मनिर्भर बनेगा जब इस तरह के आधुनिक पहल में साझीदार होगा. इसलिए राजस्थान में विकास चाहते हैं तो परिवर्तन लाइए और विकास में सहयोग कीजिये.

Google search engine

Leave a Reply