महाराष्ट्र की राजनीति से जुडी बड़ी खबर, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे से मुलाकात पर दिया बड़ा बयान, सीएम फडणवीस ने कहा- अगर आप दोबारा मेरे पास नहीं आए, तो उन्हें (विरोधियों को) मुद्दा कैसे मिलेगा? पहली से बारहवीं तक हिंदी अनिवार्य करने का प्रस्ताव उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री रहते आया था, बता दें शिवसेना यूबीटी के चीफ उद्धव ठाकरे ने अपने बेटे आदित्य ठाकरे और पार्टी विधायकों के साथ सीएम देवेंद्र फडणवीस से कल की थी मुलाकात, इस दौरान सीएम ने हंसी-मजाक के लहजे में को उद्धव ठाकरे को साथ आने का दे दिया ऑफर, सीएम के इस बयान की महाराष्ट्र में सियासी गलियारों में चर्चा होने लगी, वही सीएम फडणवीस ने आगे कहा- ‘हिंदी सख्ती होनी चाहिए’ ऐसा शीर्षक वाला पुस्तक मेरे पास हुआ है प्राप्त, उद्धव ठाकरे ने जो संकलन मुझे दिया, उसे मैंने पढ़ा है ध्यान से, उस रिपोर्ट का इतिवृत्त (सारांश) उन्होंने स्वीकार किया था. शासन निर्णय उसी का प्रतिफल होता है, रिपोर्ट स्वीकार करना और उसे मान्य करना, यही इस कटिंग (अखबार की कतरन) में स्पष्ट दिखता है



























