अगर शिवराज सरकार के आर्थिक हालात हैं खराब तो चुनाव कार्यों में कैसे खर्च हो रहे 100 करोड़: कमलनाथ

मुख्यमंत्री चौहान को पत्र लिखकर कर्मचारियों के वार्षिक वेतन वृद्धि और महंगाई भत्ते को रोकने का मुदृा उठाया, कोरोना की आड़ में जनता एवं कर्मचारियों को धोखे में रखने का आरोप, जीतू पटवारी ने किया समर्थन

Shivraj Singh Vs Kamalnath
Shivraj Singh Vs Kamalnath

PoliTalks.news/MP. मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पूछा है कि अ​गर सरकार के आर्थिक हालात इतने ही खराब हैं तो चुनाव कार्यों में 100 करोड़ रुपये कैसे खर्च हो रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर उपचुनावों को जीतने के लिए प्रतिदिन करोड़ों रुपये के कार्य स्वीकृत करने और ब्रांडिंग एवं विज्ञापनों पर निरंतर राशि खर्च करने का आरोप भी लगाया, साथ ही सरकारी कर्मचारियों को वार्षिक वेतन वृद्धि न देने और पर्यटन विभाग के कार्मिकों का 50 फीसदी वेतन रोकने का मुद्दा भी उठाया. कमलनाथ ने शिवराज सिंह की शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की है.

कमलनाथ ने मप्र सरकार को एक पत्र में लिखा, ‘मैं आपका ध्यान कर्मचारियों के साथ लगातार हो रहे अन्याय की ओर दिलाना चाहता हूं.’ कमलनाथ ने लिखा, ‘समाचार पत्रों के द्वारा पता चला कि आपकी सरकार ने कर्मचारियों की वार्षिक वेतन वृद्धि न देने का फैसला किया है. मेरी सरकार के कर्मचारियों की 5 प्रतिशत महंगाई भत्ते को निर्णय को भी आपकी सरकार ने रोक दिया है. यही नहीं, कर्मचारियों को मिलने वाले 7वें वेतनमान के एरियर्स की राशि की अंतिम किश्त को भी न देने का फैसला लिया है. विगत 5 महीनों में आपकी सरकार ने निरंतर कर्मचारियों के हितों एवं उनके अधिकारों को छीनने वाले जो निर्णय लिए हैं, उनका कांग्रेस विरोध करती है.’

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आगे कमलनाथ ने लिखा, ‘प्रदेश में कांग्रेस की चुनी हुई सरकार को अलोकतांत्रिक तरीके से गद्दारों के साथ मिलकर हटाने का भाजपा ने जो कृत्य किया है, उसके परिणामस्वरूप आज प्रदेश के 25 विधानसभा क्षेत्रों में उप चुनाव हो रहे हैं जिनमें 100 करोड़ खर्च हो रहे हैं, इसके लिए सरकार ही जवाबदेह है. इन उप चुनावों को येनकेन प्रकारेण जीतने के लिए प्रतिदिन सरकार द्वारा करोड़ों रुपयों के कार्य स्वीकृत किए जा रहे हैं और ब्रांडिंग एवं विज्ञापनों पर निरंतर राशि खर्च की जा रही है.’

Jitu

कमलनाथ ने सरकार से पूछा है कि अगर प्रदेश के आर्थिक हालात वास्तव में खराब हैं तो उक्त कार्य चुनाव के लिए कैसे स्वीकृत हो पा रहे हैं? आगे कांग्रेस नेता ने कहा कि स्पष्ट हे सरकार द्वारा प्रदेश की जनता एवं कर्मचारियों दोनों को भ्रमित कर धोखे में रखा जा रहा है.

पत्र के आखिर में कर्मचारियों के रोके गए समस्त लाभ अविलंब प्रदान करने का अनुरोध किया गया है ताकि प्रदेश के कर्मचारी दोगुने उत्साह से वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने में अपना सक्रिय योगदान दे सकें.

इधर, कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे जीतू पटवारी ने इस पत्र को अपने अधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर शेयर करते हुए शिवराज सरकार के हर जुल्म के खिलाफ कमलनाथ के साथ देने की बात कही है.

 

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