यदि भाया की खान चलेगी तो मेरी लाश को हटाकर करना खनन- मंत्री के खिलाफ भरतसिंह का CM को पत्र

अब मंत्री प्रमोद जैन भाया से विधायक भरत सिंह पूरी तरह आर पार के मूड में! सोरसन वनक्षेत्र में गोडावण प्रजनन की जगह खान आवंटन पर भड़के भरत सिंह, मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दिलाई बजट घोषणा की याद और दी चेतावनी, कहा- मेरी लाश हटाकर करना अब खनन, सतीश पूनियां ने किया अभिनंदन

मंत्री के खिलाफ भरतसिंह का सीएम को पत्र
मंत्री के खिलाफ भरतसिंह का सीएम को पत्र

Politalks.News/Rajasthan. पूर्व मंत्री और सांगोद से कांग्रेस के विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने एक बार फिर खान मंत्री प्रमोद जैन भाया के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. भरत सिंह ने मुख्यमंत्री गहलोत को पत्र लिखा और एक बार फिर बारां जिले के सोरसन वन क्षेत्र में गोडावण प्रजनन केंद्र चालू करने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री को साल 2019-20 में बजट घोषणा याद दिलाई है. साथ ही तल्ख शब्दों का इस्तेमाल करते हुए लिखा है कि, ‘सोरसन में अगर खनन करना है तो अब मेरी लाश को हटाकर करना‘. इसके साथ ही भरत सिंह ने भाया द्वारा 3 खानों के आवंटन मामलों की जानकारी भी सीएम गहलोत को दी है, जिनको सिंह ने भाया के करीबी बताया है. सियासी गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा है कि आखिर भरत सिंह प्रमोद जैन भाया के पीछे हाथ धोककर क्यों पड़े हैं. लगातार भाया को निशाना बनाया हुआ है.

मेरी लाश को हटाकर करना खनन- भरतसिंह
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखे अपने पत्र में कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भरत सिंह ने गंभीर आरोप लगाते हुए लिखा है कि, ‘आपने मंत्रिमंडल के गठन के समय एक अत्यंत भ्रष्ट व्यक्ति को प्रदेश के महत्वपूर्ण खनिज विभाग का मंत्री बना दिया है. यह मेरा भी संकल्प है कि सोरसन में अगर प्रमोद जैन की खान चलेगी और सरकार इसका समर्थन करेगी तो आपको मेरी लाश को हटाकर खनन करना होगा’.

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इतना ही नहीं विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने बारां जिले के मानपुरा में आवंटित 3 खनन आवेदनों का नाम सहित जिक्र किया है. तीनों खनन पट्टे साल 2018 में कांग्रेस के शासन में आने के बाद आवंटित किए गए हैं. सिंह ने कहा कि, ‘एक आवेदन सांगोद निवासी हीरालाल रैगर के नाम से है. जो बीपीएल चयनित है. हीरालाल रैगर के नाम पर कृष्णकांत शर्मा द्वारा बेनामी खरीद की गई है. कृष्णकांत शर्मा उर्फ मोनू शर्मा, खनिज मंत्री प्रमोद जैन का खास आदमी है. प्रमोद जैन के सभी बेनामी कार्य इसी व्यक्ति के नाम से किए जाते हैं’.

बजट घोषणा बन गई तमाशा- भरत सिंह
भरतसिंह ने सीएम गहलोत को पत्र में लिखा है कि, ‘प्रमोद जैन द्वारा भ्रष्ट अधिकारियों का उपयोग करके 13 फरवरी 2020 को पट्टे स्वीकृत करवा कर 26 फरवरी 2020 को पंजीयन किया जा चुका है. इससे बजट घोषणा 2019-20 एक तमाशा बनकर रह गई है. सोरसन ग्रासलैंड का आने वाली पीढ़ियों के लिए बचाने का कोटा संभाग के पर्यावरण प्रेमियों ने हाल ही में 1 नवंबर को कोटा में एक बड़ी रैली निकालकर संकल्प लिया है’.

पूनियां का तंज- फैसला लाश पर होगा कोई विधायक यूं ही नहीं कहता!
भरतसिंह के इस पत्र पर सियासत तेज हो गई है भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां का बयान आया है. पूनियां ने तंज कसते हुए कहा है कि, ‘भरतसिंह जी के पर्यावरण प्रेम का अभिनंदन, मामला अत्यंत गंभीर है और कांग्रेस के लिए आत्मावलोकन की चुनौती है. यह कहा जा सकता है कि घर का मामला है लेकिन सिर्फ हेमाराम जी के धरने और दीपेंद्र सिंह जी के मंथली टिप्पणी जैसा नहीं है. फैसला ‘लाश’ पर होगा कोई विधायक यूं नहीं कहता!!’.

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सीधे सट्ट बयानों के लिए जाने जाते हैं भरतसिंह
आपको बता दें कि कांग्रेस विधायक भरत सिंह पहले भी कई बार अपनी ही सरकार को घेर चुके हैं. सिंह पूर्ववर्ती गहलोत सरकार में पंचायतीराज मंत्री रह चुके हैं. वे कोटा के सांगोद से विधायक हैं. सिंह अपने तल्ख तेवरों और बयानबाजी के लिये जाने जाते हैं. मंत्री रहते हुये भी अपने बयानों के लिये चर्चित रह चुके हैं. साथ ही भरत सिंह बारे में एक बात जो अनूठी है वो ये कि वो मंत्री और विधायक का चुनाव जीतने के बाद भी वो पंचायत समिति का चुनाव लड़कर जीत भी चुके हैं. भरतसिंह का अपने इलाके के कई नेताओं से छत्तीस का आंकड़ा माना जाता है. सीधी सट्ट बात कहने वाले भरत सिंह की इस कार्यशैली के कारण कांग्रेस के कई नेता उनसे बचते हुये भी नजर आते हैं. पिछले दिनों भी सिंह ने खान मंत्री भाया को लेकर बयान दिया था, उसके बाद प्रमोद जैन भाया ने भी उसका सियासी जवाब दिया था.

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