राहुल गांधी (Rahul Gandhi) कांग्रेस अध्यक्ष (Congress President) पद से इस्तीफा देने के बाद अपने आप कांग्रेस कार्यसमिति सदस्य कैसे बन गए, इसको लेकर सवाल उठने लगे हैं. राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष बनी थीं. सोनिया की अध्यक्षता वाली कांग्रेस कार्यसमिति ने राहुल गांधी को सदस्य नियुक्त करने की औपचारिक घोषणा नहीं की है, फिर भी पार्टी की वेबसाइट पर कार्यकारिणी के 24 सदस्यों की सूची अपडेट करते हुए मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) के बाद दूसरे नंबर पर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का नाम दर्ज कर दिया गया है.
कांग्रेस के संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि अध्यक्ष पद पर इस्तीफा देने के बाद उसे अपने आप कार्यकारिणी में शामिल मान लिया जाए. कांग्रेस के संविधान के मुताबिक कार्यसमिति में अध्यक्ष और पार्ट के संसदीय बोर्ड के नेता के अलावा 23 अन्य सदस्य होते हैं, जिनमें से 12 का चुनाव कांग्रेस कार्यसमिति करती है. बाकी सदस्यों का चुनाव कांग्रेस अध्यक्ष करते हैं. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष को अपने आप कार्यसमिति सदस्य का कोई प्रावधान नहीं है. कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से औपचारिक घोषणा के बाद ही सदस्य की नियुक्ति की जा सकती है.
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सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक नहीं बुलाई है और नही नियुक्ति संबंधी कोई घोषणा की है. इसके बावजूद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का नाम कार्यकासमिति के सदस्यों में सबसे ऊपर दूसरे नंबर पर लिखा जाना आश्चर्यजनक है. राहुल गांधी 2017 में कांग्रेस अध्यक्ष बने थे. तब सोनिया गांधी कांग्रेस संसदीय दल की नेता होने के नाते कार्यसमिति की सदस्य थीं. इसी प्रकार नरसिंहराव भी अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद सीताराम केसरी की अध्यक्षता में कार्यसमिति सदस्य बने हुए थे. सीताराम केसरी (Sitaram Kesri) के अध्यक्ष पद से हटने के बाद सोनिया गांधी ने राव और केसरी, दोनों को कार्यसमिति में आमंत्रित सदस्य बनाया था.
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का नाम अपने आप कार्यसमिति के सदस्यों में शामिल कैसे कर लिया गया, जबकि वह कांग्रेस संसदीय दल के नेता भी नहीं है, इस सवाल का जवाब कोई भी कांग्रेस नेता नहीं दे रहा है. कार्यसमिति के एक सदस्य ने बताया कि अगली बैठक में इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण जारी किया जाएगा. बहरहाल बगैर किसी चयन, नियुक्ति या औपचारिक घोषणा के राहुल गांधी कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य बने हुए हैं.
हालांकि कांग्रेस कार्यसमिति कभी कभी नियमों से अलग हटते हुए अपने हिसाब से फैसले कर लेती है. जब सोनिया गांधी को अध्यक्ष नियुक्त किया गया था और सीताराम केसरी को हटाया गया था, तब भी कांग्रेस ने नियम बदल दिए थे. लगता है उसी तरह राहुल को कार्यसमिति सदस्य (CWC) बनाए रखने के लिए नियम में बदलाव किया है. हालांकि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने जब अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था, तब उन्होंने कहा था, शक्तिशाली लोगों की सत्ता में बने रहने की आदत है. कोई भी त्याग करना नहीं चाहता.