पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. कोरोना कहर के चलते प्रदेश में लगाई गई पाबंदियों को राजस्थान सरकार धीरे धीरे हटा रही है. इसी कडी में शनिवार को प्रदेश के होटल, क्लब, रेस्टोरेंट और शॉपिंग मॉल को सोशल डिस्टेंसिग की पालना व केंद्र की गाईड लाइन के अनुसार सोमवार से खोलने की अनुमति दे दी गई है. इसी प्रकार पिछले लगभग ढाई महीने से श्रद्धालुओं के लिए बंद किए गए प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों को खोलने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी धर्म के गुरूओं से संवाद किया.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को अपने निवास से कोरोना महामारी के कारण आमजन के लिए बंद किए गए धर्म स्थलों को पुनः खोलने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी धर्मों के धर्म गुरूओं, संत-महंतों, धर्म स्थलों एवं धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ विस्तृत चर्चा की. इस आॅनलाइन चर्चा में आए सुझावों के आधार पर सीएम गहलोत ने धर्म स्थल खोलने के लिए जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में कमेटी गठित करने का निर्णय लिया.
कोरोना महामारी के कारण आमजन के लिए बंद किए गए धर्म स्थलों को पुनः खोलने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी धर्मों के धर्म गुरूओं, संत-महंतों, धर्म स्थलों एवं धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ विस्तृत चर्चा की।
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मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि यह कमेटी धार्मिक स्थलों की स्थिति, सोशल डिस्टेंसिंग, सैनेटाइजेशन सहित अन्य हैल्थ प्रोटोकॉल के साथ संक्रमण से बचाव के विभिन्न उपायों पर विमर्श कर धर्म स्थलों को खोलने के संबंध में सुझाव देगी. इस कमेटी में पुलिस अधीक्षक और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के साथ ही सभी धर्मों के धर्मगुरू, जिले के प्रमुख धार्मिक स्थलों के मुख्य महंत, ट्रस्टी एवं व्यवस्थापक सदस्य के रूप में शामिल होंगे.
यह कमेटी धार्मिक स्थलों की स्थिति, सोशल डिस्टेंसिंग, सैनेटाइजेशन सहित अन्य हैल्थ प्रोटोकॉल के साथ संक्रमण से बचाव के विभिन्न उपायों पर विमर्श कर धर्म स्थलों को खोलने के संबंध में सुझाव देगी।
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सीएम गहलोत ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के मामले जैसे ही सामने आये, राज्य सरकार ने इस चुनौती से निपटने के लिए धर्म गुरूओं, जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संगठनों, उद्यमियों सहित सभी वर्गों को साथ लिया. हमें गर्व है कि सभी ने प्रशासन का पूरा सहयोग किया और राजस्थान में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में रही. पूरे देश में इसकी सराहना हो रही है. सीएम गहलोत ने आगे कहा कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है, ऐसे में धर्म स्थलों को फिर से खोले जाने में आप सभी के सुझाव महत्वपूर्ण हैं.
प्रदेश में कोरोना के मामले जैसे ही सामने आये, राज्य सरकार ने इस चुनौती से निपटने के लिए धर्म गुरूओं, जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संगठनों, उद्यमियों सहित सभी वर्गों को साथ लिया। हमें गर्व है कि सभी ने प्रशासन का पूरा सहयोग किया और राजस्थान में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में रही।
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मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं कई विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले समय में कोरोना की स्थिति और विकट हो सकती है, ऐसे में हमें पूरी तरह सजग और सतर्क रहना होगा. सीएम गहलोत ने धर्म गुरूओं, संत-महंत एवं धार्मिक संगठनों के पदाधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि उन्होंने जिस तरह अब तक इस चुनौती से निपटने में अपनी प्रभावी भूमिका निभाई है, आगे भी लोगों को हैल्थ प्रोटोकॉल सहित अन्य नियमों की पालना के लिए जागरूक करें. सीएम गहलोत ने आगे कहा कि धर्म गुरूओं के संदेश का समाज में एक अलग प्रभाव होता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं कई विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले समय में कोरोना की स्थिति और विकट हो सकती है, ऐसे में हमें पूरी तरह सजग और सतर्क रहना होगा।
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