Politalks.News/UP. अब वह दौर नहीं है जब आप गलती करें या गलतियां हों उस पर आप पर्दा डालते रहें. अभी तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आक्रामक अंदाज और तेवरों को भाजपा केंद्रीय आलाकमान खूब सराहना करता था. योगी को पार्टी के लिए अन्य राज्यों में चुनाव प्रचार करने के लिए भी भेजा जाता रहा है. ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की कृपा दृष्टि से सीएम योगी लगातार प्रदेश में तानाशाही रवैया अपनाते जा रहे हैं. ‘लेकिन अब यूपी में योगी की मनमानी के चलते हालात बिगड़ते जा रहे हैं.’
हाथरस में हुई युवती के साथ गैंगरेप और हत्या की घटना के बाद अभी तक कांग्रेस, बसपा और समाजवादी पार्टी आदि दलों के नेता ही मुख्यमंत्री योगी और भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने पर अमादा थे, लेकिन अब बीजेपी के अंदर ही असंतोष भड़कने लगा है. यानि अभी तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी विपक्षी नेताओं से जैसे-तैसे निपट रहे थे, लेकिन अब योगी के लिए भाजपा के नेताओं ने ही मुश्किलें खड़ी कर दी हैं.
पिछले कुछ समय से यूपी में ब्राह्मणों पर बढ़ते अत्याचार और हत्याओं पर विपक्षी नेताओं के विरोध प्रदर्शन के बावजूद भी भी भाजपा आलाकमान अपनी चुप्पी बनाए हुए था. ऐसे ही हाथरस की घटना को लेकर कई दिनों तक भाजपा केंद्रीय नेतृत्व और एनडीए दलों के नेता कई दिनों तक उत्तर प्रदेश योगी सरकार को लेकर खामोश रहे. लेकिन जब इस गैंगरेप की घटना के बाद देश भर में यूपी सरकार के खिलाफ आवाजें उठने लगी हैं, भाजपा के अंदर से भी विरोधी स्वर सुनाई देने लगे हैं.
यह भी पढ़ें: हाथरस कांड पर जिम्मेदारों की ज़ुबा बंद, छावनी बना गांव, विपक्ष-मीडिया की ‘नो एंट्री’
शुक्रवार देर शाम मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि हाथरस में युवती के साथ हुई दरिंदगी की घटना ने सीएम योगी की छवि पर गहरा ग्रहण लगा दिया है. हाथरस गैंगरेप की घटना के बाद सीएम योगी अब अपनों के ही निशाने पर आ गए हैं.
केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और उमा भारती ने योगी पर उठाए सवाल-
उमा भारती ने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए योगी को चेताया. उमा भारती ने सख्त संदेश देते हुए कहा कि आप मीडियाकर्मियों एवं अन्य राजनीतिक दलों के लोगों को पीड़ित परिवार से मिलने दीजिए. ‘उमा भारती ने कहा कि सीएम योगी की वजह से यूपी सरकार और भारतीय जनता पार्टी की छवि पर आंच आई है, उमा भारती ने कहा भाजपा ने अभी कुछ समय पहले ही राम मंदिर का शिलान्यास किया था तथा आगे देश में रामराज्य लाने का दावा किया, लेकिन यूपी पुलिस ने बीजेपी के रामराज्य का जबरदस्त मजाक बनाकर रख दिया है.’
इसी तरह भाजपा की वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने भी योगी सरकार और यूपी पुलिस पर निशाना साधा है. निरंजन ज्योति ने पीड़िता के शव को परिजन को न देने पर आपत्ति जताई है. ज्योति ने कहा कि वह इसे अच्छा नहीं मानती हैं. निरंजन ज्योति के अलावा बीजेपी के सहयोगी दल भी मामले को लेकर असहज हैं. एनडीए के सहयोगी दल और आरपीआई के मुखिया केंद्रीय मंत्री मंत्री रामदास अठावले ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की हैं.
दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के भाजपा विधायक ने भी हाथरस कांड में योगी सरकार पर उनकी ही पार्टी के अंदर से निशाना साधा है. बीजेपी विधायक ने राज्यपाल को पत्र लिखकर अपना आक्रोश जताया है. दूसरी ओर शिवसेना ने योगी आदित्यनाथ के जले पर छिड़का नमक छिड़का है. हाथरस गैंगरेप के मामले योगी सरकार की सबसे ज्यादा किरकिरी हो रही है. दो दिनों से चल रहे हाईवोल्टेज बवाल के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले पर चुप्पी तोड़ी, उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले लोगों को ऐसा दंड दिया जाएगा कि उनका समूल नाश हो जाएगा.
पश्चिम बंगाल से भाजपा के सांसद ने भी यूपी पुलिस पर साधा निशाना, कहा- हैदराबाद की तर्ज पर कर देते एनकाउंटर
पश्चिम बंगाल की हुगली लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी की सांसद लॉकेट चटर्जी ने योगी सरकार की पुलिस के प्रति गहरी नाराजगी जताई है. सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा है कि यह कोई राजनीति का मुद्दा नहीं है.’
उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक बेटी के साथ जो हुआ है वह दिल दहला देने वाला है, दरिंदगी की हदें पार हो गईं. बहुत ही बेरहमी से सामूहिक दुष्कर्म किया गया और मार दिया गया, आरोपियों के साथ कोई ढिलाई न बरती जाए. भाजपा सांसद ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को चाहिए इन चारों आरोपियों को हैदराबाद की तर्ज पर एनकाउंटर कर देना चाहिए था. हाथरस गैंगरेप की घटना के बाद ऐसे ही भारतीय जनता पार्टी के कई सांसद और सहयोगी दलों के नेता हैं जो दबी जुबान से योगी सरकार से खुश नहीं है, लेकिन वह अभी फिलहाल विरोध नहीं कर पा रहे हैं.
हाथरस पुलिस प्रशासन ने योगी की और मुश्किलें बढ़ा दीं-
हाथरस के गांव चंदपा में पुलिस प्रशासन का आमनवीय चेहरा सामने आया है. शुक्रवार रात तक जनपद के डीएम और एसपी ने मृतक युवती के घर को पूरी तरह कैद करके रख दिया. हालांकि शनिवार को मीडिया को मृतका के परिवारजनों से मिलने दिया गया. लेकिन इससे योगी सरकार की नहीं है बल्कि पूरे सिस्टम और भाजपा सरकार की देशभर में थू थू हुई. ‘आखिरकार वहां का पुलिस प्रशासन मीडिया कर्मियों से क्या तथ्य छुपाना चाहता था, जिसमें शायद वो कामयाब भी हो गए हों.
यह भी पढ़ें: हाथरस डीएम के वायरल वीडियो से फिर गर्माई राजनीति, चहूं ओर से घिरी योगी सरकार
जिस तरीके से हाथरस प्रशासन ने इस पूरे मामले को हैंडल किया है उससे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद नाराज हैं. बता दें कि इस पूरे केस में हाथरस के जिलाधिकारी प्रवीण कुमार और एसपी ने जिस तरह से कार्रवाई की, उसके बाद से ही वो निशाने पर हैं. डीएम प्रवीण कुमार पर तो गैंगरेप पीड़िता के परिवार ने गंभीर आरोप भी लगाए हैं. पीड़िता के परिजनों ने प्रशासन पर धमकाने और दबाव डालने का आरोप लगाया. यही नहीं भाजपा नेताओं के विरोध के बाद शुक्रवार देर शाम सीएम योगी ने हाथरस के एसपी समेत कई पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर कुछ विरोध हल्का करने की कोशिश की है लेकिन अब बहुत देर हो चुकी.