राजस्थान कांग्रेस की सियासत एक बार फिर तेज हुईं सरगर्मियां और बदलने लगे सियासी समीकरण, हाल ही में 10 दिन पहले तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ खुलकर बयानबाजी कर रहे विधायक एवं पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी के नरम पड़े तेवर, शनिवार सुबह हरीश चौधरी ने सीएमआर पहुंचकर सीएम गहलोत से की लंबी मुलाकात, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी इस सियासी बैठक के दौरान रहे मौजूद, हालांकि सूत्रों की मानें तो आलाकमान के निर्देश पर पार्टी में जारी खींचतान को खत्म करने की कोशिशों में जुटे रंधावा ने ही चौधरी को बुलवाया रहा सीएम आवास, यही नहीं हरीश चौधरी सहित सभी दिग्गजों ने महाशिवरात्रि के अवसर पर सीएम आवास में हुई शिव पूजा और आरती में भी लिया भाग, वहीं मुलाकात के समय की जो फोटोज की गईं हैं रिलीज, उनके जरिए भी दिया गया है सन्देश, All is well का दिया गया हैं सन्देश, साथ ही कहा गया कि बैठक में संगठन को लेकर हुई है चर्चा, लेकिन राजनीति के गलियारों में निकाले जा रहे हैं इस मुलाकात के सियासी मायने, क्योंकि जिस तरह से हरीश चौधरी लगातार सीएम गहलोत के खिलाफ मुखर हो कर कर रहे थे बयानबाजी, यहां तक कि ओबीसी आरक्षण का मुद्दा हो या पेपरलीक कांड की सीबीआई जांच की मांग चौधरी ने अपनी ही गहलोत सरकार के खिलाफ खुल कर दिए थे बयान, यहां तक कि सांसद हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को भी हरीश चौधरी बता चुके हैं सीएम गहलोत द्वारा प्रायोजित पार्टी, ऐसे में निश्चित रूप से आज हुई बैठक में रंधावा ने पहलकर चौधरी और गहलोत के मन मुटाव को दूर करने की की है कोशिश, लेकिन क्या वाकई हरीश चौधरी ने भुला दिए होंगे सारे गीले शिकवे, क्या कमलेश प्रजापत एनकाउंटर मामले में चौधरी के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश देने से लेकर तमाम उन शिकवों को, जिनको लेकर चौधरी अपने क्षेत्र की जनसभाओं के दौरान कोसते रहते हैं सीएम गहलोत को, आने वाले वक्त में मिलेंगे इन सब सवालों के जवाब