Politalks.News/Rajasthan. नागौर में एक युवक की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. युवक की हत्या के पीछे प्रेम प्रसंग की बात सामने आई है. बताया जा रहा है कि मृतक एक शादीशुदा महिला जिसके दो बच्चे भी हैं. उसके साथ लिव- इन में रह रहा था. इसके चलते महिला के पति और उसके परिजनों ने बेहरमी से पीटकर उसके पैर तोड़कर और बीच सड़क पर छोड़ दिया. अस्पताल ले जाते समय शख्स की मौत हो गई. कुछ राहगीरों ने घायल युवक को पहले नागौर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल पहुंचाया. उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे जोधपुर रेफर कर दिया गया. जहां पर उसकी मौत हो गई. मौत से पहले युवक ने उसके साथ मारपीट करने वाले लोगों के नाम पुलिस को बता दिए. अब पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है. वहीं पीड़ित महिला का कहना है कि उसने खुद जिले की पुलिस अधीक्षक श्वेता धनकड़ के सामने पेश होकर जान का खतरा होने का अंदेशा जताया था, लेकिन पुलिस ने उनकी कोई सहायता नहीं की. अब पुलिस ने आरोपी पति सहित चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. बताया जा रहा है कि इस मामले में राज्य के पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर ने अजमेर रेंज आईजी से बात की है और आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने के निर्देश दिए हैं.
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पुलिस की ये कैसी कार्यशैली- बेनीवाल
इस मामले में राजनीति भी गर्मा गई है. आरएलपी संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस मामले को लेकर गहलोत सरकार की कानून व्यवस्था पर निशाना साधा है. सांसद बेनीवाल ने कहा- इस जघन्य हत्या ने पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े किए हैं. नागौर कोतवाली थाने ने सूचना मिलने के बावजूद पुलिस ने घटना को ट्रेस करने व संज्ञान लेने में अनुचित देरी की और यह देरी नहीं होती तो शायद युवक की जान बचाई जा सकती थी. बेनीवाल ने पुलिस पर आरोप लगाया कि जिस विवाहित के साथ लिव इन मे रह रहा था, उस विवाहिता ने 3 दिवस पहले नागौर एसपी श्वेता धनखड़ के समक्ष पेश होकर खुद और इन्द्रचन्द की जान को खतरा बताया, लेकिन एसपी धनखड़ ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. वहीं विवाहिता के पति ने नागौर के ही रोल थाने में भी कुछ दिन पहले इस विवाहिता के सम्बन्ध में मामला दर्ज करवाते हुए यह जिक्र किया था उसकी पत्नी आभूषण लेकरचली गई और किसी अन्य के साथ रहने लग गई है. उसके बावजूद रोल थाने की पुलिस ने भी कोई कदम नहीं उठाया.
पुलिस की भूमिका संदेहास्पद- बेनीवाल
सांसद हनुमान बेनीवाल ने पुलिस को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि इस पूरे मामले में हर पहलुओं को ध्यान में रखा जाएं तो कोतवाली थाना अधिकारी और रोल थाना अधिकारी की भूमिका भी संदेहास्पद लगती है. अगर पुलिस किसी भी पक्ष को समय पर सुनकर संज्ञान लेती तो आज एक मासूम व्यक्ति की जान बच जाती इसलिए इस बेनीवाल ने पूरे मामले में पुलिस की भूमिका की उच्च स्तरीय जांच करने व सभी हत्यारो की गिरफ्तारी करने की मांग की सांसद बेनीवाल ने इस मामले के साथ नागौर जिले में बढ़ते अपराधों को लेकर राज्य के पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर और अजमेर रेंज आईजी से भी फोन पर बात की.