Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान विधानसभा की तीन खाली हुई सीटों पर हुए उपचुनाव के रविवार को सामने आए परिणाम में हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने भले ही एक भी सीट नहीं जीती हो लेकिन अपनी मौजूदगी दर्ज करवाने के साथ आगामी विधानसभा चुनाव में दोनों मौजूदा पार्टियों बीजेपी और कांग्रेस के लिए खतरे की घण्टी बजा दी है. उपचुनाव परिणामों पर बोलते हुए सांसद हनुमान बेनीवाल ने रविवार को कहा कि, ‘आज राजस्थान में विधानसभा के तीनों सीटों के उप-चुनाव के परिणाम आए, चूंकि लोकतंत्र में जनता ही सर्वोच्च निर्णायक है और हार एवं जीत लोकतंत्र के दो पहलू हैं इसलिए सर्वप्रथम में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की तरफ से सभी विजयी उम्मीदवारों को शुभकामनाएं व बधाई प्रेषित करता हूँ.”
अपने दूसरे ट्वीट में आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल ने कहा- उपचुनाव में तीनों सीटों पर आरएलपी का सहयोग करने वाले सभी मतदाताओं का आभार प्रकट करता हूं और उन्हें यह भरोसा दिलाता हूं कि चुनाव की यह हार राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को अपने इरादे से विचलित नहीं कर सकती और हम जनता के हक व संघर्ष के लिए सदैव कार्य करते रहेंगे. एक अन्य ट्वीट में सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि जनता की मूल भावना को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी मिशन 2023 के लिए कटिबद्ध है और उक्त तीनों विधानसभा सीटों पर पार्टी के उम्मीदवारों तथा कार्यकर्ताओं से मैं आव्हान करता हूं की आप लगातार लोकहित के कार्यो को करते रहे.
यह भी पढ़ें: प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के चलते सीएम गहलोत नहीं मनाएंगे अपना जन्मदिन
आपको बता दें, कृषि कानूनों के खिलाफ एनडीए से अलग होने के बाद उपचुनाव मैदान में उतरी हनुमान बेनीवाल की पार्टी ने सुजानगढ़ सीट पर 20 फीसदी और सहाड़ा में 7 फीसदी वोट लिए हैं, हांलाकि राजसमंद में आरएलपी नोटा से भी पिछड़ गई, लेकिन सुजानगढ़ सीट पर आधे से ज्यादा समय तक बीजेपी को तीसरे स्थान पर खिसका कर रखा. सुजानगढ़ में आरएलपी उम्मीदवार सोहनलाल नायक करो 32210 वोट और सहाड़ा में आरएलपी उम्मीदवार बद्रीलाल जाट को 12,175 वोट मिले. राजसमंद में आरएलपी उम्मीदवार प्रहलाद खटाणा जमानत ही नहीं बचा पाए और नोटा से भी पीछे रहे. खटाणा को केवल 1558 वोट मिले जो केवल एक फीसदी है. आरएलपी के सुजानगढ़ में प्रदर्शन को कांग्रेस भाजपा के लिए आने वाले विधानसभा चुनावों में सिग्नल के तौर पर देखा जा रहा है. बेनीवाल की पार्टी आने वाले वक्त में कांग्रेस और भाजपा के समीकरण जरूर बिगाड़ेगी.