मन के लड्डू फीके क्यूं और फीके तो फिर थोड़े क्यूं… बहुप्रचलित इस कहावत का प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर हुआ गहरा असर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की जादुई कल्पनाशीलता से भी चार कदम आगे बढ़े डोटासरा, बीते रोज गुरुवार को जहां सीएम गहलोत ने आगामी विधानसभा चुनाव में मिशन 156 का रखा लक्ष्य, तो वहीं शुक्रवार को अपने अजमेर दौरे के दौरान पीसीसी चीफ डोटासरा ने पूरी 200 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस की जीत और बीजेपी को 0 पर लाने को बता दिया अपना लक्ष्य, लेकिन आम आदमी से लेकर राजनीति के पंडितों तक शायद ही किसी के भी गले उतरे यह बात, हाल ही में यूपी विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने यूपी की 403 में 400 सीटों पर सपा की जीत का किया था दावा, हालांकि अखिलेश ने भी अपने सियासी ख्वाबों में 3 सीटें तो छोड़ ही दी थी विरोधी पार्टियों के लिए, लेकिन राजस्थान में डोटासरा ने पूरी 200 सीटों पर जीत का लक्ष्य बताकर खुद ही को बना लिया हास्य का पात्र, और वो भी तब जबकि बीते ढाई सालों में पार्टी की पूरी संगठनात्मक नियुक्तियां तक भी नहीं कर पाए हैं डोटासरा, जबकि खुद कांग्रेस पार्टी में दिग्गजों के बीच साफ नजर आ रही है दो फाड़, जबकि बीते 25 सालों से एक बार जीत और एक बार हार की चली आ रही है परिपाटी, तो वहीं बीजेपी के साथ बड़ी चुनौती बनती जा रही है हनुमान बेनीवाल की आरएलपी, हालांकि इन सब चुनौतियों के बावजूद यह कतई असंभव नहीं कि कांग्रेस दुबारा नहीं बना सकती है सरकार, लेकिन पूरी 200 सीटों पर कांग्रेस की जीत की बात एक अतिश्योक्ति से ज्यादा कुछ नहीं